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India News(इंडिया न्यूज), Mahashivratri 2024: इस साल महाशिवरात्रि का त्योहार 8 मार्च को मनाया जाएगा। महाशिवरात्रि के दिन ही माता पार्वती और महादेव का विवाह हुआ था। इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती की पूजा अराधना करी जाती है। माना जाता है कि शिवरात्रि के दिन महादेव का पूरे मनोभाव से पूजन किया जाए तो भगवान शिव हर इच्छा पूर्ण करते हैं।
भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए महाशिवरात्रि के दिन शिव भक्त सच्चे मन व श्रद्धा से व्रत रखते हैं। इससे भगवान शिव की विशेष कृपा मिलती है और भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण हो जाती है। जहां आप महाशिवरात्रि के दिन जाकर भगवान शिव के दर्शन और पूजा-पाठ कर सकते हैं। अगर आप उस दिन भगवान शिव के दर्शन के लिए दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिर जाने के बारे में सोच रहे हैं, तो आज हम आपको बताएंगे कि आप कौन से मंदिर जा सकते हैं।
पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक में स्थित यह गौरी शंकर मंदिर करीब 800 साल पुराना है। इस मंदिर में पांच पीपल के बीच विराजमान भगवान शिव भक्तों की सारी मनोकामना पूरी करते हैं। इस मंदिर का निर्माण वर्ष 1761 में मराठा सैनिक आपा गंगाधर ने कराया था। मान्यता है कि एक मराठा सिपाही युद्ध के दौरान काफी घायल हो गया था। वह भोलेनाथ का बहुत बड़ा भक्त था और उसने शिव से अपने ठीक होने की अर्जी लगाई थी। ईश्वर की ऐसी कृपा हुई कि वह पूरी तरह से ठीक हो गया। भोलेनाथ के इस आर्शीवाद के बाद उस मराठा सिपाही ने इस मंदिर का निर्माण करवाया था।
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यह मंदिर दिल्ली के प्रीत विहार में स्थित है। यहां एक बड़ी सी गुफा बनी है। इस मंदिर की आकृति वैष्णो देवी मंदिर की गुफा की तरह काफी आकर्षक तरीके से बनाई गयी है। यह मंदिर लगभग 22 साल पुराना हैं। यहां हिंदू धर्म के सभी देवी-देवताओं की प्रतिमाएं हैं। हालांकि भोलेनाथ और मां वैष्णों देवी यहां प्रमुख हैं। मंदिर परिसर को पिकनिक के लिए उपयुक्त पार्क के साथ खूबसूरती से बनाया गया है।
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दिल्ली के निगम बोध घाट के पास जमुना बाजार में स्थित यह मंदिर बेहद पुराना है। इस मंदिर को ‘महाभारत युग’ में स्थापित किया गया था। मंदिर का हरा-भरा वातावरण आध्यात्मिक वातावरण में सांत्वना और शांति पाने के लिए एक बेहतरीन जगह है। बताते हैं कि पांच पांडवों में सबसे बड़े राजा युधिष्ठिर ने इस मंदिर की स्थापना की थी। महाशिवरात्रि के दिन यहां हजारों की संख्या में भक्त भगवान शिव के दर्शन करने के लिए आते हैं।
यह मंदिर दिल्ली-गुड़गांव एचएच 8 के पास है। भोलेनाथ के इस मंदिर का निर्माण 1994 में दिवंगत प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की उपस्थिति में की गई थी। इस मंदिर में शिव शंकर की 11 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित है। इसके अलावा अन्य देवी-देवताओं की भी प्रतिमाएं स्थित हैं। मंदिर परिसर में ही बाग भी है, जो तमाम रंग-बिरंगे फूलों से सजा है।
दिल्ली एन.सी.आर के गाजियाबाद में स्थित दूधेश्वर नाथ मंदिर काफी प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर गाजियाबाद में हिंडन नदी से कुछ दूरी पर स्थित है। इस मंदिर का इतिहास रावण काल से जोड़ा जाता है। कहा जाता है कि यहां स्थापित शिवलिंग स्वयं उत्पन्न हुआ है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर में जाकर भगवान शिव के दर्शन करने से मनुष्य के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। यही वजह है कि इस मंदिर की महिमा दूर-दूर तक है।
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