India News (इंडिया न्यूज़), Mokshada Ekadashi 2023 Vrat Niyam: प्रभु श्री हरि के लिए समर्पित एकादशी तिथि का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। कई साधक इस विशेष तिथि पर भगवान विष्णु की कृपा प्राप्ति के लिए व्रत भी रखते हैं। मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष में आने वाली एकादशी को मोक्षदा एकादशी भी कहते हैं। अगर आप भी एकादशी का व्रत कर रहे हैं तो इस नियमों का ध्यान जरूर रखें।
मोक्षदा एकादशी तिथि और समय
- एकादशी तिथि आरंभ- 22 दिसंबर 2023- 08:16 AM
- एकादशी तिथि समापन – 23 दिसंबर 2023- 07:11 PM
- पारण का समय- 24 दिसंबर 2023- सुबह 06:18 बजे से प्रातः 06:24 बजे तक
मोक्षदा एकादशी पर इन कार्यों से मिलेगा लाभ
- एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर, भगवान विष्णु का ध्यान और पूजा-अर्चना करें।
- इस दिन तुलसी पर घी का दीपक जलाएं।
- साथ ही ॐ वासुदेवाय नमः मंत्र का जाप करते हुए तुलसी के पौधे के की 11 परिक्रमा करें। ऐसा करने से साधक को भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त होती है।
- आप श्री हरि की कृपा प्राप्ति के लिए मोक्षदा एकादशी के विशेष अवसर पर गरीबों को अपनी क्षमता अनुसार दान करें।
- इस दिन भजन-कीर्तन करना भी बहुत अच्छा माना जाता है।
- वैसे तो एकादशी तिथि पर निर्जला व्रत रखना शुभ माना जाता है, लेकिन यदि ये संभव न हो, तो आप फलाहार कर सकते हैं।
इन गलतियों से खंडित हो सकता है एकादशी व्रत
- एकादशी के दिन भूलकर भी तुलसी के पौधे पर जल न चढ़ाएं, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इस दिन तुलसी माता भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।
- इस दिन तुलसी के पत्ते भी नहीं उतारने चाहए।
- एकादशी तिथि पर चावल खाने के भी मनाही है।
- एकादशी के दिन बाल और नाखून काटना भी शुभ नहीं माना जाता है।
- इस दिन चोरी, हिंसा और क्रोध करने से बचना चाहिए। इन सभी कार्यों को करने से आपका व्रत खंडित हो सकता है।
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