Pitar Paksha 2021 अधिकांश लोग पितरों की तस्वीर अपनी सुविधानुसार कहीं भी लगा देते हैं लेकिन ऐसा करने से जीवन में मुश्किलें ज्यादा बढ़ सकती हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार पितरों की तस्वीर घर में कहीं भी लगाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। माना जाता है कि पितृ भी देवताओं के समान शक्तिशाली होते हैं। फिर भी पितरों की तस्वीर को देवताओं के साथ पूजा स्थल में नहीं रखना चाहिए। इससे घर में अशुभता आती है और बेवजह कलह बढ़ सकती है।
भूलकर भी घर के मंदिर में पितरों की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए। इससे देवी-देवता नाराज हो जाते हैं। पूजा सम्पन्न नहीं होती और न पूजा का फल मिलता है। जिन्होंने शरीर धारण किया, चाहे वे पितृ हैं या गुरु, जो देवताओं के समान समझे जाते हैं, उनकी पूजा हमेशा दक्षिण, दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम दिशा में की जा सकती है। पूर्व, पूर्वोत्तर या उत्तर ईश्वर की दिशा मानी जाती है। पूजा घर की दीवारों या जिस कक्ष में पूजा घर बना है, वहां भी पितरों की तस्वीर लगाने से कष्ट भोगने पड़ सकते हैं। अपने पूर्वजों की तस्वीरों को बेडरूम, सीढ़ियों वाले स्थान और रसोई घर में भी नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने से पारिवारिक कलह बढ़ती है। परिवार की सुख-शांति भंग होती है। घर के बीचों-बीच जिसे ब्रह्म स्थान माना जाता है, में भी पितरों की तस्वीर नहीं लगानी चाहिए।
ऐसा करने से वहां रहने वाले लोगों के मान-सम्मान को हानि पहुंच सकती है। पितरों की तस्वीर हाल या मुख्य बैठक वाले कमरे की दक्षिण-पश्चिम या पश्चिम दीवार की तरफ लगाना ज्यादा लाभदायक होता है लेकिन घर में ऐसे स्थान पर भी पितरों की तस्वीर न लगाएं जहां से बार-बार सभी की नजर तस्वीर पर जाती हो। पितरों की तस्वीर पर बार-बार नजर जाने से मन में निराशा का भाव उत्पन्न होता है। पितरों की तस्वीर को जीवित लोगों की तस्वीर के साथ भी नहीं लगाना चाहिए। यह अशुभ माना जाता है।
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जिस जीवित व्यक्ति के साथ पितरों की तस्वीर लगी होती है, उस पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उसकी आयु में कमी आती है। जीवन जीने का उत्साह कम हो जाता है। दीवार पर तस्वीर के नीचे लकड़ी आदि का सपोर्ट लगा दें ताकि तस्वीर लटकी या झूलती न दिखे। पितरों की तस्वीर को जाले या धूल-मिट्टी से बचाना चाहिए। इसे साफ रखें। पूर्वजों की तस्वीर को सम्मानपूर्वक सही दिशा और स्थान पर लगाने से घर-परिवार पर उनकी कृपा बनी रहती है और घर के सदस्यों को कई लाभ मिलते हैं।