संबंधित खबरें
हस्तिनापुर के इस व्यक्ति के आत्मा ने युधिष्ठिर के शरीर में घुस मचाया तांडव, जानिए शव से सुदर्शन चक्र बनने की अनोखी कहानी?
जो ब्रह्म मुहूर्त में दिख गए ये सपने तो समझ जाना खुलने वाली है किस्मत, पूरी तरह धन का उठाएंगे लाभ, भर जाएगी तिजोरी!
इन 3 राशि के जातकों पर बनने जा रहा है ये महा संयोग, मिलेगा ऐसा तोहफा, यकीन करना हो जाएगा मुश्किल, जानें आज का राशिफल!
गलती से भी ना हो जाए आपसे ये 4 काम, वरना नाराज़ हो जाएंगी मां लक्ष्मी, जिंदगीभर झेलनी पड़ेगी गरीबी
मरने के बाद आत्मा की तेरहवी का खाना खाने से लगता है महापाप? भगवान श्री कृष्ण ने गरुड़ पुराण में कही ये बात
4 दिन बाद इन राशियों की खुलेगी किस्मत, शुक्र-अरुण मिलकर बनाने जा रहे हैं नवपंचम राजयोग, होगा इतना लाभ कि खुद पर यकीन नहीं कर पाएंगे आप!
India News (इंडिया न्यूज़), Vastu tips: सनातन परंपरा में भगवान की पूजा का बहुत महत्व है। यही वजह है कि हर व्यक्ति के घर में एक मंदिर होता है जिसमें वह भगवान की पूजा करता है। पूजा के लिए एक खास कोना निर्धारित किया गया है। आध्यात्मिक दृष्टि से घर में बना मंदिर या पूजा स्थल सकारात्मक ऊर्जा का केंद्र होता है। हम जहां भी जाते हैं, हमें बड़ी से बड़ी समस्या का सामना करने की शक्ति मिलती है। हमें हमेशा वास्तु नियमों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आध्यात्मिक शक्ति और शांति देने वाले इस पूजा स्थल को बनाने से घर के अंदर सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहता है। आइए जानते हैं घर के मंदिर से जुड़े महत्वपूर्ण वास्तु नियम।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में पूजा का स्थान हमेशा ईशान कोण या उत्तर दिशा में बनाना चाहिए और यही वह स्थान है जहां मंदिर में देवी-देवताओं का वास होता है। देवी-देवताओं को इस तरह रखें कि पूजा करते समय आपका मुख हमेशा पूर्व दिशा की ओर रहे।
घर के अंदर बने मंदिर की ऊंचाई उसकी चौड़ाई से दोगुनी होनी चाहिए और यह मंदिर दीवार पर इतनी ऊंचाई पर बनाया जाना चाहिए कि पूजा कक्ष में रखी भगवान की मूर्तियां आपके दिल तक रहें। घर के मंदिर में कभी भी बड़ी मूर्तियां नहीं रखनी चाहिए। वास्तु के अनुसार पूजा कक्ष में नौ इंच तक की ऊंचाई वाली मूर्ति शुभ मानी जाती है।
पूजा कक्ष में कभी भी टूटी हुई मूर्ति नहीं रखनी चाहिए। इसी तरह किसी भी देवी-देवता की फटी या रंगहीन तस्वीर भी पूजा कक्ष में नहीं रखनी चाहिए। ऐसी तस्वीर या मूर्ति को किसी पवित्र स्थान पर ले जाकर दफना देना चाहिए। मृत व्यक्ति की तस्वीर कभी भी पूजा कक्ष में नहीं रखनी चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार पूजा कक्ष कभी भी स्टोर रूम, बेडरूम या बेसमेंट में नहीं होना चाहिए। पूजा कक्ष हमेशा खुली जगह में बनाना चाहिए।
घर के मंदिर में हमेशा देवी-देवताओं की मुस्कुराती हुई तस्वीरें लगानी चाहिए। मंदिर में क्रोधित देवी-देवताओं की तस्वीरें न लगाएं। ऐसा करना अशुभ माना जाता है।
गलती से भी ना हो जाए आपसे ये 4 काम, वरना नाराज़ हो जाएंगी मां लक्ष्मी, जिंदगीभर झेलनी पड़ेगी गरीबी
डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.