Live
Search
Home > धर्म > शनिवार की सुबह सबसे पहले कर लें ये काम, खत्म हो जाएंगे सारे कष्ट; दूर होगी शनि की साढ़ेसाती

शनिवार की सुबह सबसे पहले कर लें ये काम, खत्म हो जाएंगे सारे कष्ट; दूर होगी शनि की साढ़ेसाती

Shaniwar Niyam: शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या से आप काफी समय से प्रभावित है. आप इसके लिए कुछ खास उपाय कर सकते हैं. आइए बताते हैं कि शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव को कम करने ते लिए किस तरह के उपाय किए जा सकते हैं.

Written By: preeti rajput
Last Updated: September 19, 2025 13:59:18 IST

Shaniwar Ke Upay : शनि देव को न्याय का प्रतीक और कर्म फल दाता माना जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, शनि देव लोगों को उनके कर्मों के मुताबिक फल देते हैं. शनि की गति बाकी नवग्रहों से धीमी होती है. इसी कारण वह एक राशि में लगभग साढ़े सात साल तक रहते हैं. इसी प्रभाव के चलते शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या जैसी दशाओं का व्यक्ति को सामना करना पड़ता है. इसके लिए कुछ खास उपाय काफी ज्यादा लाभकारी साबित हो सकता है. आइए जानते हैं शनिवार के दिन किस तरह के उपाय किए जा सकते हैं.

शनि दोष निवारण के उपाय

काली चींटियों के अन्न का भोग-

हर शनिवार को आप सबसे पहले काले तिल, शक्कर और आटा मिलाकर काली चींटियो को दान करें.

लोहा पहन लें-

घोड़े की नाल या किसी पुरानी नाव की कील से बना लोहे का छल्ला आप अपनी उंगली में पहन सकते हैं.

शनि के नामों का जाप-

शनि देव के 10 पवित्र नामों का करीब 108 बार जाप करें. जैसे- शनैश्चर, छायातनय आदि.

दान करें –

शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए जरूरत की चीजें दान करें. जैसे- कंबल, कपड़ा आदी

हनुमान की पूजा करें-

हनुमान जी की इस दिन जरूर करें. हर शनिवार हनुमान चालीसा का पाठ करें. सात ही बंदरों को गुड़, चना जरूर खिलाएं.

तेल दान करें-

शनिवार को सुबह स्नान के बाद तेल में चेहरा देखकर किसी को दान कर दें.

पीपल के पेड़ की पूजा करें-

पीपल वृक्ष को जल चढ़ाएं और फिर सात बार इसकी परिक्रमा करें. पिपल के पेड़ पर रात को सरसों के तेल का दीया जलाएं.

धीमें बिजनेस के लिए करें ये उपाय

बता दें कि, अगर आपके बिजनेस में कुछ धीमी है. आपकों मन मुताबिक मुनाफा नहीं मिल रहा है, तो अपने बिजनेस को और भी ज्यादा तेज गति से आगे बढ़ाने के लिए आप शनिवार के दिन उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र के दौरान एक खास उपाय कर सकते हैं. सूर्यदेव के यंत्र को आप अपने घर के मंदिर में स्थापित कर सकते हैं. साथ ही इसकी विधि विधान के साथ पूजा करना बेहद जरूरी है. बाद में इसे अपने पास रख लें. आप सूर्य यंत्र तांबे के धातु पर भी बनवा सकते हैं. सफेद कागज पर लाल पेन से बनाकर भी इसे अपने पास रखा जा सकता है.

MORE NEWS

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?