Live
Search
Home > धर्म > Navratri 2025: नवरात्रि के पहले दिन नहीं कर पाएं कलश स्थापना, तो ना हों परेशान, यहां जानें कैसे करें 9 दिनों तक पूजा

Navratri 2025: नवरात्रि के पहले दिन नहीं कर पाएं कलश स्थापना, तो ना हों परेशान, यहां जानें कैसे करें 9 दिनों तक पूजा

Navratri 2025: नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना यानी घट स्थापना करना बेहद जरूरी होता है, कहा जाता है कि घट स्थापना के बाद ही माता के नौ दिनों की पूजी शुरु होती है, लेकिन अगर आप कलश स्थापना नहीं कर पाए, तो परेशान ना हो और यहां जाने कैसे करें पूजा.

Written By: Chhaya Sharma
Last Updated: 2025-09-23 09:47:51

Shardiya Navratri 2025: शारदीय नवरात्रि का आज पहला दिन और नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना यानी घट स्थापना की जाती है, कहा जाता है कि इसी के बाद माता के नौ दिनों की पूजी शुरु होती है और ये बेहद जरूरी होता है, नवरात्रि में कलश स्थापना की मान्यता है कि इस समय ब्रह्मांड में मौजूद शक्ति तत्व को घट (कलश) में आह्वन करना.  कहा जाता है कि नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना से घर की सारी नकारात्मक ऊर्जा नष्ट हो जाती है. लेकिन अगर किसी कारण से कलश स्थापना ना कर पाए, तो क्या करें? 

शारदीय नवरात्रि में कलश स्थापना न कर पाएं तो क्या करें

यदी किसी कारण से आप शारदीय नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना न कर पाएं तो निराश होने की बिल्कुल जरूर नहीं है , क्योंकि आप कलश स्थापना के बिना भी अपने पूजा भाव और श्रद्धा से मां दुर्गा की कृपा पा सकते हैं, लोग कई कारणों से कलश स्थापना नहीं कर पाते हैं कुछ लोगों के घर, कमरे या पूजा घर में कलश स्थापना के लिए पर्याप्त जगह नहीं होती. कुछ लोगों को समय नहीं मिल पाता है, तो कई लोगों के घर में शुरू से ही कलश स्थापना नहीं की जाती है. कारण चाहे जो भी हो, इसका  समाधान बेहद सरल है, तो चलिए जानते है क्या है

शारदीय नवरात्रि में जला सकते है अखंड ज्योति

जो लोग कलश स्थापना नहीं कर पाएं तो ऐसे में वो लोग मां दुर्गा की तस्वीर भी स्थापित कर सकते है और उसकी पूजा-पाठ कर सकते हैं. यदी है बिना कलश स्थापना किए पूजा करना चाहते हैं, तो आप मां दुर्गा की पूजा के लिए अखंड ज्योति जाला सकते है, ऐसा करने से भी भक्तों को पूजा का पूर्ण फल मिलता है. इसके अलावा अगर आप  नौ दिनों तक अखंड ज्योति जलाने में भी सक्षम नहीं, तो आप नियमित समय पर सुबह-शाम दीपक जला सकते हैं और ध्यान रहे जो भी विधि अपनाएं उसे नौ दिनों तक उसी तरह के पूर्ण करें.

Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है. पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें. India News इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है.

MORE NEWS

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?