धर्म

Surya Abhishek: क्या है सूर्य का 12 भावो और नवग्रहों मे प्रभाव? जानें खास दिन का महत्व – Indianews

India News (इंडिया न्यूज़), Surya Abhishek: सनातन धर्म मे सूर्य को नवग्रहों का राजा कहा जाता है। सूर्यदेव को वैदिक ज्योतिष शास्त्र में एक महतवपूर्ण स्थान दिया गया है। जहां तीज त्यौहार में सूर्यदेव की पूजा की जाती है वही दूसरी ओर ज्योतिषीय दृष्टि कोण से इसका तालुक 12 राशियों के नौ ग्रहों (सूर्य, चंद्रमा, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु और केतु) की स्थिति को भी प्रभावित करता है। सिंह राशि का स्वामित्व सूर्य देव को प्राप्त है।

कौन है सूर्य देव का परिवार

पूर्वकालीन कथाओ के अनुसर सूर्यदेव के पिता का नाम कश्यप और माता का नाम अदिति है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार सूर्य देव की दो पत्नियां हैं, जिनका नाम संध्या और छाया है। स्कंदपुराण की कथा के अनुसार, शनि देव की माता का नाम छाया और उनके पिता का नाम सूर्य देव है। देवी यमुना या यमराज को भी सूर्य देव की संतान माना जाता है।

देश Lok Sabha Election 2024: अमेठी से राहुल गांधी लड़ेंगे चुनाव! सस्पेंस बरकरार- indianews

वैदिक पुराण मे सूर्य का महत्व

नवग्रहों का राजा सूर्य ज्योतिष शास्त्र के अनुसार पिता के भाव कर्म का स्वामी माना गया है। पिता-पुत्र के रिश्ते में बेहतरी के लिए पुत्र को सूर्य देव की आराधना शुद्ध मन से करनी चाहिए। कुंडली में नकारात्मक प्रभाव देने वाले ग्रहों का प्रभाव सूर्य देव की कृपा से कम हो जाता है ।

Trending दिलवालों की दिल्ली में नहीं रुक रहा लूट का सिलसिला, महिला को नकली सांप से डराकर किया ये काम-Indianews

सिंह राशि में सूर्य का प्रभाव

जब सूर्य देव सिंह राशि में पधारते हैं, तो ऐसे लोगों की प्रसिद्धि बनी रहती है तथा यह व्यक्ति अच्छी सहनशक्ति वाले, साहसी, आक्रामक, महत्वाकांक्षी और शक्तिशाली होने के साथ ही, उत्तरदायित्व वाले पदों में सफल होने और महत्वपूर्ण प्रबंधन कार्यों में संलग्न होने की क्षमता रखते हैं।इस समयआत्मविश्वास चरम पर होगा और आपकी ऊर्जा सभी बाधाओं को पार करने में सक्षम होगी।

Iran-Trending Israel War: इजरायल पर हमले के बाद ईरान पर प्रतिबंध लगाने की तैयारी में अमेरिका, बयान जारी कर दी ये चेतावनी-Indianews

क्या है सूर्य का 12 भाव पर प्रभाव

  • प्रथम भाव: जिस व्यक्ति की जन्म कुंडली में सूर्य पहले भाग में होता है वह व्यक्ति धैर्यवान एवं साहसी होता है।
  • दूसरा भाव: इस भाव में सूर्य विराजमान होकर मनुष्य को स्वाभीमानी बनाता है।
  • तीसरा भाव:कुंडली के तीसरे भाव में सूर्य देव का होना व्यक्ति को साहसी बनाता है।
  • चौथा भाव: सूर्य का इस भाव में होना , व्यक्ति अपने क्षेत्र में उच्च पद प्राप्त करता है।
  • पांचवां भाव: सूर्य इस भाव में मिला-जुला फल प्रदान करते हैं।
  • छठा भाव: जिन लोगों के इस भाव में सूर्य देव होते है वह आर्थिक रूप से संपन्न होते है।
  • सातवां भाव: यदि कुंडली के के सातवें भाव में सूर्य हो तो यह दांपत्य जीवन को प्रभावित करते हैं।
  • आठवां भाव: इस भाव में सूर्य देव अचानक लाभ प्रदान करते है।
  • नवम भाव: सूर्य इस भाव में मनुष्य को क्रियाशील बनाता है।
  • दशम भाव: सूर्य इस भाव में बैठकर अच्छा फल प्रदान करते हैं।
  • एकादश भाव: सूर्य का इस भाव में होना इन्सान को बुद्धिजीवी बनाता है।
  • बारहवां भाव : इस भाव में सूर्य का होना अत्यधिक लाभदायी नहीं माना जाता। ऐस भाव के मनुष्य को विदेश से अच्छा लाभ होता है।
Itvnetwork Team

Recent Posts

प्रधानमंत्री आवास योजना की तीसरी किश्त में घोटाला, मोहल्ला तंडोला की हसीना की राशि गायब, बैंक से बड़ा खुलासा

India News (इंडिया न्यूज), Bihar News: नगर के मोहल्ला तंडोला निवासी हसीना के लिए प्रधानमंत्री…

4 hours ago

पटना में गिरफ्तार हुआ करोड़पति चोर, चोरी के तरीकों को जान पुलिस के छूटे पसीने,जाने कैसे करता था चोरी

India News (इंडिया न्यूज), Bihar News: बिहार की राजधानी पटना में एक ऐसा चोर पकड़ाया…

4 hours ago

गृहमंत्री की बाबा साहेब अंबेडकर पर टिप्पणी पर मनोज प्रसाद का जबरदस्त हमला, क्रयकर्ताओं ने की निंदा

India News (इंडिया न्यूज), Bihar News: माकपा दुबहा ब्रांच की बैठक सोमवार को मस्तकलीपूर में…

4 hours ago

WPL 2025: गुजरात जायंट्स की खिलाड़ी ILT20 से सीख रही हैं युवा क्रिकेटर्स की सफलता की कहानियां

गुजरात जायंट्स की WPL 2025 में नई खिलाड़ी भारती फुलमाली, प्रकाशिका नाइक, और काश्वी गौतम…

5 hours ago