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India News (इंडिया न्यूज़), Supermoon 2024: इस बार का सुपरमून बेहद खास बताया जा रहा है, क्योंकि यह साल 2024 का आखिरी सुपरमून होगा, लेकिन इसकी खास बात यह है कि इस बार सुपरमून अपनी बहनों यानी सात बहनों को भी लेकर आ रहा है। इसका मतलब यह है कि इस बार ‘सेवन सिस्टर्स’ के साथ ‘चंदा मामा’ भी नजर आएंगे, जिससे यह नजारा बेहद दुर्लभ होगा।
चांद के बारे में आपने कई तरह के शब्द सुने होंगे- जिनमें सुपरमून, पिंक मून, स्ट्रॉबेरी मून, ब्लू मून, रेड मून, वुल्फ मून आदि भी काफी मशहूर हैं। वैज्ञानिकों के मुताबिक, 30 दिन में एक बार पूर्णिमा दिखाई देती है, तो एक बार अमावस्या यानी जब चांद पूरी तरह दिखाई नहीं देता, तब ऐसा होता है। जब पूर्णिमा होती है और साथ ही धरती से उसकी दूरी सबसे कम होती है, तो ऐसी स्थिति को सुपरमून कहते हैं।
जब चांद धरती का चक्कर लगाते हुए बहुत दूर चला जाता है, तो उसे सबसे दूर का बिंदु कहते हैं। जब चंद्रमा सबसे निकट होता है तो उसे निकटतम बिंदु या पेरीग्री कहते हैं। निकटतम बिंदु पर चंद्रमा सबसे दूर के बिंदु की तुलना में पृथ्वी से करीब 14 प्रतिशत अधिक निकट होता है। इसलिए इस बार 15 नवंबर, शनिवार की रात को चंद्रमा पृथ्वी के सबसे निकट होगा, यानी इस दिन चंद्रमा सुपरमून होगा।
जब पूर्णिमा पृथ्वी के चारों ओर अण्डाकार कक्षा में चक्कर लगाती है तो इस स्थिति में वह कभी पृथ्वी के करीब तो कभी दूर चली जाती है। इसके साथ ही चंद्रमा अपनी धुरी पर इस तरह घूमता है कि पृथ्वी का एक चक्कर लगाने पर उसका एक चक्कर या परिक्रमण पूरा हो जाता है। वैज्ञानिक भाषा में इसे लॉक-इन मोशन कहते हैं। इस तरह की गति के कारण ही चंद्रमा के चरण होते हैं और पृथ्वी से देखने पर यह बढ़ता-घटता रहता है, जब पूर्ण चंद्रमा दिखाई देता है तो उसे पूर्णिमा या फुल मून मून कहते हैं।
आपको बता दें कि नवंबर के इस सुपरमून को बीवर मून इसलिए कहा जाता है, क्योंकि इन दिनों बीवर आने वाली सर्दियों के लिए अपने लिए बिल बनाना शुरू कर देते हैं। गौरतलब है कि साल 2024 के 4 सुपरमून में से बीवर मून आखिरी है और यह सुपरमून 15 और 16 नवंबर की रात को भारत और एशिया के ज्यादातर हिस्सों में दिखाई देगा।
इस बार का सुपरमून काफी खास बताया जा रहा है, क्योंकि यह साल 2024 का आखिरी सुपरमून होगा, लेकिन इसकी खास बात यह है कि इस बार सुपरमून अपनी बहनों यानी सात बहनों को भी लेकर आ रहा है। इसका मतलब यह है कि इस बार ‘बहनों’ के साथ ‘चंदा मामा’ भी नजर आएंगे, जिससे यह नजारा बेहद दुर्लभ होगा।
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