Tulsi Pujan Diwas Special: भारत में हर त्योहार सिर्फ उत्सव नहीं होता, बल्कि वह जीवन को सही दिशा देने वाला संदेश भी देता है.मान्यता है कि जिस घर में तुलसी माता का वास होता है, वहां भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है. ऐसे घर में गरीबी, कलह और गंभीर बीमारियों का प्रभाव कम हो जाता है.
क्या तुलसी आने वाले संकटों के संकेत देती हैं?
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, तुलसी माता केवल रक्षा ही नहीं करतीं, बल्कि आने वाली परेशानियों के संकेत भी पहले से दे देती हैं.अगर घर में लगी तुलसी अचानक मुरझाने लगे, पत्तियां झड़ने लगें या बिना कारण सूख जाए, तो इसे इस बात का संकेत माना जाता है कि घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ रही है या कोई कठिन समय आने वाला है.वहीं अगर तुलसी का पौधा हरा-भरा रहे, तेजी से बढ़े और पत्तियां चमकदार हों, तो इसे घर में धन, सुख और स्थिरता का संकेत माना जाता है.
धार्मिक और आयुर्वेदिक महत्व
- तुलसी पूजन दिवस का महत्व केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि आध्यात्मिक, वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक भी है.
- तुलसी भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय है
- आयुर्वेद के अनुसार तुलसी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं
- तुलसी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है और तनाव कम करती है
- यह घर की हवा को शुद्ध कर सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाती है
- इसी कारण तुलसी को घर की प्राकृतिक सुरक्षा ढाल भी कहा जाता है.
Tulsi Pujan Diwas 2025: आसान पूजा विधि
- सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें
- तुलसी के पौधे को साफ पानी से धोकर फूल और रंगोली से सजाएं
- जल, दीपक, कुमकुम और हल्दी अर्पित करें
- पंचामृत, फल, मिठाई और तुलसी माला चढ़ाएं
- “ॐ तुलस्यै नमः” या विष्णु मंत्र का जाप करें
- अंत में आरती कर प्रसाद बांटें
दान और सेवा का महत्व
तुलसी पूजन दिवस पर गरीबों को दान, पशु-पक्षियों को भोजन, गायों की सेवा और बुजुर्गों का आशीर्वाद लेना अत्यंत शुभ माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन किया गया दान कई गुना फल देता है और घर में स्थायी शांति लाता है.
तुलसी पूजन के लाभ
- घर से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है
- मानसिक तनाव कम होता है
- आर्थिक बाधाएं घटती हैं
- वैवाहिक जीवन में मधुरता आती है
- स्वास्थ्य में सुधार होता है
- आध्यात्मिक उन्नति में मदद मिलती है