संबंधित खबरें
क्यों दुर्योधन की जांघ तोड़कर ही भीम ने उतारा था उसे मौत के घाट, पैर में छिपा था ऐसा कौन-सा जीवन का राज?
जो लोग छिपा लेते हैं दूसरों से ये 7 राज…माँ लक्ष्मी का रहता है उस घर में सदैव वास, खुशियों से भरी रहती है झोली
इन 4 राशियों की लड़कियों का प्यार पाना होता है जंग जीतने जैसा, स्वर्ग सा बना देती हैं जीवन
देवो के देव महादेव के माता-पिता है कौन? शिव परिवार में क्यों नहीं दिया जाता पूजा स्थान
नए साल पर गलती से भी न करें ये काम, अगर कर दिया ऐसा तो मां लक्ष्मी देंगी ऐसी सजा जो सोच भी नहीं पाएंगे आप
दान में जो दे दिए इतने मुट्ठी चावल तो दुनिया की कोई ताकत नहीं जो रोक दे आपके अच्छे दिन, जानें सही तरीका और नियम?
India News (इंडिया न्यूज़), Vastu shastra: कबूतर को हमारे देश में शांति का प्रतीक माना जाता है। अक्सर यह कभी घरों की छतों पर तो कभी घर की खिड़कियों पर अपने घोसले के साथ दिखते हैं। वे अंडे भी दे देते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि वास्तु और मान्यताओं के अनुसार कबूतरों का घर, खिड़की या फिर घर की छतों पर आना और रहना शुभ है या अशुभ है। तो चलिए आज इसके बारे में चर्चा करते हैं।
ज्योतिषी शास्त्र के अनुसार, घर में कबूतर का आना सुख-शांति और समृद्धि का संकेत होता है। वहीं, अगर कबूतर घर के किसी कोने में घोसला बनाना शुरू कर देते हैं, तो इसे अशुभ मानते हैं। इसका मतलब यह साफ है कि आपके घर में परेशानी आएगी। आपको आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए कबूतरों को घर में घोसला नहीं बनाने देना चाहिए।
बता दें कि वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में कबूतर का घोसला बनाना अशुभ माना जाता है। घर की बालकनी या फिर छत पर घोसला बनाना इस बात की तरफ इशारा करता है कि वह अपने साथ दुर्भाग्य लेकर आया है। ऐसे में इसे तुरंत हटाया जाना चाहिए। इसके साथ ही घर में रहने वाले सदस्यों की प्रगति का आर्थिक स्थिति पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
वास्तु शास्त्र के मुताबिक, घर में कबूतर का अंडा देना अशुभ माना जाता है। अगर आपके घर पर भी कबूतर ने अंडा दिया है, तो यह बिल्कुल दुर्भाग्य की निशानी मानी जाती है। इसकी वजह से व्यक्ति किसी न किसी परेशानी से घिरा रहता है और जीवन दुखदाई बन जाता है।
यह भी पढ़ेंः-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.