Vastu Warning: वास्तु शास्त्र एक पुराना विज्ञान है जिसका मकसद घर में पॉजिटिव एनर्जी बनाए रखना है. कहा जाता है कि अगर घर में एनर्जी सही दिशा में बहे, तो जीवन में खुशी, शांति और समृद्धि बनी रहती है. वास्तु के अनुसार, घर में कुछ चीजें रखना अशुभ माना जाता है. उनमें से एक है टूटा हुआ शीशा या कांच. अगर आपके घर में कहीं भी टूटा हुआ शीशा है, तो आपको उसे तुरंत हटा देना चाहिए.
वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुसार, टूटे हुए शीशे को नेगेटिव एनर्जी का सोर्स माना जाता है. शीशा किसी व्यक्ति की इमेज और एनर्जी को दिखाता है. जब शीशा टूटता है, तो यह पॉजिटिव एनर्जी को कम करता है और नेगेटिव असर को बढ़ाता है. यह धीरे-धीरे पूरे घर और उसमें रहने वाले लोगों पर असर डालता है.
घर में झगड़े बढ़ना
टूटे हुए कांच या शीशे से निकलने वाली नेगेटिव एनर्जी घर का माहौल खराब कर देती है. ऐसे घरों में छोटी-छोटी बातों पर झगड़े शुरू हो जाते हैं. परिवार के सदस्यों के बीच तनाव, गुस्सा और बेचैनी बनी रहती है. बिना किसी बड़े कारण के गुस्सा, चिड़चिड़ापन और मानसिक बेचैनी महसूस होती है. कभी-कभी घर का माहौल इतना भारी हो जाता है कि शांति से रहना मुश्किल हो जाता है.
आर्थिक स्थिति पर असर
वास्तु के अनुसार, टूटा हुआ शीशा आर्थिक नुकसान का संकेत भी माना जाता है. ऐसे घरों में लगातार पैसे की कमी बनी रहती है. कमाई के रास्ते में रुकावटें आने लगती हैं और अचानक खर्चे बढ़ जाते हैं. कड़ी मेहनत के बाद भी पैसा नहीं टिकता. कभी-कभी नौकरी या बिजनेस में नुकसान होता है, जिससे मानसिक तनाव होता है.
हर काम में रुकावटें
अगर घर में टूटा हुआ शीशा हो, तो व्यक्ति के काम भी अटकने लगते हैं. जो काम अच्छे चल रहे थे, वे खराब होने लगते हैं और हर कोशिश में रुकावटें महसूस होती हैं. चाहे पढ़ाई हो, नौकरी हो या नया काम शुरू करना हो, हर फील्ड में सफलता अक्सर देर से मिलती है. इससे धीरे-धीरे आत्मविश्वास में कमी आ सकती है.