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Vinayak Chaturthi 2025: इस साल कब है विनायक चतुर्थी? जानें तिथि, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और बप्पा की आराधना का विशेष महत्व

Vinayak Chaturthi 2025: हिंदू कैलेंडर में, हर महीने की चतुर्थी तिथि, जो भगवान गणेश को समर्पित है, उसे विनायक चतुर्थी कहा जाता है. यह दिन विघ्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा के लिए बहुत शुभ माना जाता है. 2025 में विनायक चतुर्थी की तारीख को लेकर लोगों में कंफ्यूजन है. आइए सही तारीख जानते हैं.

Written By: Shivashakti narayan singh
Last Updated: 2025-11-18 17:52:39

Vinayak Chaturthi 2025: हिंदू धर्म में, भगवान गणेश को सबसे पहले पूजा जाने वाला देवता माना जाता है. कोई भी शुभ काम शुरू करने से पहले उनकी पूजा करना ज़रूरी माना जाता है. हर महीने में दो चतुर्थी तिथियां होती हैं – कृष्ण पक्ष (अंधेरे पखवाड़े) की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है, और शुक्ल पक्ष (उज्ज्वल पखवाड़े) की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी कहा जाता है. मार्गशीर्ष (अगहन) महीने की विनायक चतुर्थी का खास महत्व होता है. अगर आपको पक्का नहीं है कि विनायक चतुर्थी 24 नवंबर को है या 25 नवंबर को, तो कैलेंडर के हिसाब से इसकी सही तारीख और महत्व के बारे में डिटेल में जानें.

विनायक चतुर्थी शुभ समय और तारीख

  • चतुर्थी तिथि शुरू: 24 नवंबर, 2025, सोमवार – 11:04 AM
  • चतुर्थी तिथि खत्म: 25 नवंबर, 2025, मंगलवार – 1:11 PM
  • पूजा का शुभ समय: 24 नवंबर, 2025, सोमवार – 11:04 AM से 1:11 PM
  • कुल समय: 2 घंटे 7 मिनट

क्योंकि भगवान गणेश की पूजा दोपहर के बीच (मध्याह्न काल) में की जाती है, इसलिए उदया तिथि और शुभ समय को देखते हुए, सोमवार, 24 नवंबर, 2025 को विनायक चतुर्थी का व्रत रखना और पूजा करना सबसे शुभ रहेगा.

विनायक चतुर्थी पूजा विधि

  • सुबह स्नान
  • सुबह जल्दी उठें, नहाएं और साफ कपड़े पहनें. व्रत रखने का संकल्प लें.

पूजा की तैयारी

  • पूजा की जगह को साफ करें और एक चबूतरे पर भगवान गणेश की मूर्ति या तस्वीर रखें.

अभिषेक और कपड़े

  • गणेश जी का गंगाजल से अभिषेक करें और उन्हें नए या साफ़ कपड़े पहनाएं.

भोग

  • उन्हें सिंदूर, चावल, रोली, फूल, एक माला और दूर्वा घास की 21 गांठें चढ़ाएं. दूर्वा घास गणेश जी को बहुत प्रिय है.
  • गणेश जी को मोदक या लड्डू चढ़ाएं. यह भोग पूजा का एक ज़रूरी हिस्सा है.

कथा और आरती

  • विनायक चतुर्थी व्रत की कथा पढ़ें या सुनें. इसके बाद, धूप जलाएं और गणेश जी की आरती करें.

दान

  • विनायक चतुर्थी पर दान करना भी बहुत शुभ माना जाता है. आप गरीबों और ज़रूरतमंदों को अनाज, कपड़े या दक्षिणा दान कर सकते हैं.

विनायक चतुर्थी का महत्व, यह व्रत क्यों रखा जाता है?

भगवान गणेश को बुद्धि, ज्ञान और सभी बाधाओं को दूर करने वाले देवता के रूप में पूजा जाता है. विनायक चतुर्थी का व्रत रखने का खास महत्व है. इस दिन भगवान गणेश का व्रत और पूजा करने से जीवन से सभी बाधाएं, परेशानियां और समस्याएं दूर हो जाती हैं. गणेश को “विघ्नहर्ता का निवारण करने वाला” भी कहा जाता है.

Disclaimer : प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. INDIA News इसकी पुष्टि नहीं करता है.

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