india news (इंडिया न्यूज़), Bahula Chauth: सनातन धर्म में भाद्रपद माह में कई पर्व और त्योहार मनाया जाता है। भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भी इसी महीने में हुआ था। भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को बहुला चतुर्थी व्रत मनाया जाता है।  इस व्रत में गाय के साथ भगवान शंकर की पूजा का विधान मिलता है। पुराणों में  एक बहुला गाय और शेर की कहानी का कथा मिलती है।इस साल बहुला चौथ 3 सितंबर 2023 को मनाई जाएगी।ताया जाता है इसके फल से व्रत करने वाले को कभी कुछ भी कमी नहीं होती। इस दिन महिलाएं उपवास रहकर गाय, बछड़े के साथ-साथ भगवान शंकर की पूजा करती है।

कब है शुभ मुहुर्त

इस साल बहुला व्रत 3 सितंबर 2023 को मनाई जाएगी। इस व्रत को काफी शुभकारी माना जाता है। इसे करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। भाद्रपद माह के चतुर्थी तिथि 02 सितंबर को रात 08 बजकर 49 मिनट पर होगी। और 9 सितंबर को 6 बजकर 24 मिनट पर समापन होगा।बहुला चौथ परिवार में सुख शांति के लिए किया जाने वाल व्रत है। ब

बहुला व्रत की कथा

पौराणिक गंर्थों के अनुसार बहुला नामक गाय की कथा मिलती है। एक बार की बात है। बहुला गाय जंगल में गयी। वन में बहुला चर रही थी तभी एक शेर उसके सामने आ गया। बहुला बहुत डर गई. शेर बहुला की तरफ बढ़ा तो बहुला ने हिम्मत करके उससे बोला कि वो उसे अभी न खाए, घर में उसका बछड़ा भूखा है, उसे दूध पिलाकर वो वापस आ जाएगी. शेर नहीं माना तभी बहुला ने उसे सत्य और धर्म की शपथ लेकर जाने के लिए अनुमति मांगी।बहुला गाय गौशाला जाकर बछड़े को दूध पिलाती है और फिर जंगल में शेर के पास आ जाती है शेर उसे देख हैरान हो जाता है। शेर ने बहुला को खाने से माना कर दिया। उसी समय से भाद्रपद महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को बहुला मनाया जाता है।

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