Categories: धर्म

When Shiva Threw Ravana Down from Kailash जब शिव ने रावण को कैलाश से नीचे फेंक दिया

When Shiva Threw Ravana Down from Kailash

इस ब्लॉग में सद्गुरु शिव के महान भक्त रावण की एक कहानी सुना रहे हैं कि आखिर क्यों शिव ने उन्हें कैलाश के शिखर से नीचे गिरा दिया

सद्गुरु जग्गी वासुदेव


रावण शिव का महान भक्त था, और उनके बारे में अनेक कहानियां प्रचलित हैं। एक भक्त को महान नहीं होना चाहिये लेकिन वह एक महान भक्त था। वह दक्षिण से इतनी लंबी दूरी तय कर के कैलाश आया- मैं चाहता हूँ कि आप बस कल्पना करें, इतनी लंबी दूरी चल के आना – और वो शिव की प्रशंसा में स्तुति गाने लगा।
उसके पास एक ड्रम था, जिसकी ताल पर उसने तुरंत ही 1008 छंदों की रचना कर डाली, जिसे शिव तांडव स्तोत्र के नाम से जाना जाता है। उसके संगीत को सुन कर शिव बहुत ही आनंदित व मोहित हो गये। रावण गाता जा रहा था, और गाने के साथझ्रसाथ उसने दक्षिण की ओर से कैलाश पर चढ़ना शुरू कर दिया। जब रावण लगभग ऊपर तक आ गया, और शिव उसके संगीत में मंत्रमुग्ध थे, तो पार्वती ने देखा कि एक व्यक्ति ऊपर आ रहा था। अब ऊपर, शिखर पर केवल दो लोगों के लिये ही जगह है। तो पार्वती ने शिव को उनके हर्षोन्माद से बाहर लाने की कोशिश की। वे बोलीं, “वो व्यक्ति बिल्कुल ऊपर ही आ गया है”। लेकिन शिव अभी भी संगीत और काव्य की मस्ती में लीन थे।

आखिरकार पार्वती उनको संगीत के रोमांच से बाहर लाने में सफल हुईं। और जब रावण शिखर तक पहुंच गया तो शिव ने उसे अपने पैर से धक्का मार कर नीचे गिरा दिया। रावण, कैलाश के दक्षिणी मुख से फिसलते हुए नीचे की ओर गिरा। ऐसा कहा जाता है कि उसका ड्रम उसके पीछे घिसट रहा था और जैसे-जैसे रावण नीचे जाता गया, उसका ड्रम पर्वत पर ऊपर से नीचे तक, एक लकीर खींचता हुआ गया।

अगर आप कैलाश के दक्षिणी मुख को देखें तो आप बीच में से ऊपर से नीचे की तरफ आता एक निशान देख सकते हैं। कैलाश के एक मुख और दूसरे मुख के बीच में अंतर या भेदभाव करना ठीक नहीं है, लेकिन कैलाश का दक्षिण मुख हमें ज्यादा प्रिय है क्योंकि अगस्त्य मुनि कैलाश के दक्षिणी मुख में विलीन हो गये थे। तो ये शायद सिर्फ एक दक्षिण भारतीय पक्षपात है कि हमें कैलाश का दक्षिणी मुख ज्यादा पसंद है, और मुझे लगता है कि ये सबसे ज्यादा सुंदर है। ये सबसे ज्यादा श्वेत भी है क्योंकि वहां बहुत ज्यादा बर्फ है। कई तरीकों से, इस मुख में सबसे ज्यादा तीव्रता है। लेकिन बहुत ही कम लोग हैं जो कैलाश के दक्षिणी मुख की ओर जा सकते हैं। ये बहुत ही दुर्गम है और वहां पहुंचना कम लोगों के लिये संभव है, क्योंकि इसका मार्ग अन्य मुखों की तुलना में बहुत ज्यादा कठिन है और कुछ खास तरह के लोग ही वहां जा सकते हैं।

Also Read : Indian Railway Recruitment 2021 : कब होगी रेलवे ग्रुप डी की परीक्षा और कब जारी होगा एडमिट कार्ड

Also Read : Team India New Coach Selection : शास्त्री की जगह कब मिलेगा नया कोच, BCCI ने दी जानकारी

Connect With Us : Twitter Facebook

India News Editor

Recent Posts

इस पौधे के जहर के आगे सांप भी फेल, कहीं दिख जाएं तो दूर से भाग लें

Herculum mentagazine: हमारी धरती कई तरह के अजूबों से भरी पड़ी है। इनमें से कुछ…

24 seconds ago

हो गया Virat Kohli की खराब किस्मत का इलाज? जानें ऐसे क्या हुआ कि अनुष्का भाभी के साथ उछल पड़े फैंस

कप्तान जसप्रीत बुमराह ने 5 ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को अपना शिकार बनाया जिसके बाद ऑस्ट्रेलिया की…

2 minutes ago

Delhi Pollution News: दिल्ली की जहरीली हवा का कहर जारी , गंभीर स्तर पर पहुंचा AQI

India News (इंडिया न्यूज),Delhi Pollution News: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का संकट बढ़ता जा रहा है, और…

2 minutes ago

सर्दी से बचाव के लिए कही आप भी तो नहीं खा रहे जरुरत से ज्यादा ही बादाम, आपके शरीर में बढ़ा रहा है इसका ओवरडोज

Almond's Overdose: बादाम एक स्वास्थ्यवर्धक आहार है, लेकिन इसकी अधिकता से बचना चाहिए।

12 minutes ago

खींवसर में कौन जीतेगा बेनीवाल की पत्नी या BJP प्रत्याशी? समर्थकों ने लगाई 5-5 लाख की शर्त

India News (इंडिया न्यूज़),Rajasthan Result:  राजस्थान विधानसभा उपचुनाव के परिणाम आज घोषित होने हैं, और…

17 minutes ago

Bihar AQI: बिहार के 20 जिलों में हवा हुई जहरीली! स्वास्थ्य पर पड़ सकता है गहरा असर

India News (इंडिया न्यूज), Bihar AQI: बिहार में इन दिनों वायु गुणवत्ता लगातार खराब हो…

27 minutes ago