होम / Sawan 2024: कब शुरू हो रहा सावन का महीना, जानें किस दिन रखा जाएग पहला सोमवार का व्रत-IndiaNews

Sawan 2024: कब शुरू हो रहा सावन का महीना, जानें किस दिन रखा जाएग पहला सोमवार का व्रत-IndiaNews

Ankita Pandey • LAST UPDATED : June 24, 2024, 11:51 am IST
Sawan 2024: कब शुरू हो रहा सावन का महीना, जानें किस दिन रखा जाएग पहला सोमवार का व्रत-IndiaNews

India News(इंडिया न्यूज), Sawan 2024: हिंदु धर्म में सावन माह को सबसे पवित्र महीना माना जाता है। इस महिने में भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। सावन के महिने को महादेव का सबसे प्रिय महीना माना गया है। महादेव के भक्तों को हर साल इस महिने का इंतजार रहता है। ऐसा कहा जाता है कि सावन में शिव जी अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। आइए जानतें है कब शुरू हो रहा है सावन का महिना किस दिन होगा सावन का पहला सोमवार।

इस दिन से हो रही सावन के महीने की शुरुआत

इस साल सावन का महीना 22 जुलाई से शुरू होगा और इसका समापन 19 अगस्त 2024, सोमवार को होगा। सावन महीने का पहला व्रत 22 जुलाई सोमवार को ही रखा जाएगा. इस बार सावन की शुरुआत सोमवार से हो रही है। जिसका मतलब सावन के पवित्र महीने की शुरुआत सोमवार से होगी और इसका समापन भी सोमवार को होगा। सावन का सोमवार व्रत करने से व्यक्ति को सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है.

सावन महीने में पड़ रहे इतने सोमवार

इस बार का सावन का महीना 29 दिनों तक चलेगा। इस बार कुल 5 सावन के सोमवार पड़ेंगे. पवित्र सावन के महीने में हर मंगलवार को मां पार्वती के लिए मंगला गौरी व्रत भी रखा जाता है। इस साल कुल 4 मंगला गौरी व्रत आएंगे। सावन महीने से ही 16 सोमवार व्रत शुरू करने का विधान भी है।

साल 2024 में कब-कब पड़ रहा सावन का सोमवार
22 जुलाई- पहला सावन सोमवार व्रत
29 जुलाई- दूसरा सावन सोमवार व्रत
5 अगस्त- तीसरा सावन सोमवार व्रत
12 अगस्त- चौथा सावन सोमवार व्रत
19 अगस्त- पांचवां सावन सोमवार व्रत

सावन महीने का क्या है महत्व

धार्मिक, पौराणिक,सामाजिक और वैज्ञानिक दृष्टि से सावन का महीने को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। सावन का यह महीना प्रकृति और भक्ति को समर्पित होता है। पौराणिक मान्यता है कि इसी महीने माता पार्वती ने भगवान शिव को पाने से लिए तपस्या की थी जिससे प्रसन्न होकर शिव जी ने पार्वती जी से विवाह किया था। अन्य पौराणिक मान्यता के अनुसार सावन महीने में ही क्षीर सागर का मंथन हुआ था। इसके फलस्वरूप अमृत, लक्ष्मी, कामदेव, चंद्रमा, हस्ती जैसे रत्न प्राप्त हुए थे।

Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं।

Get Current Updates on News India, India News, News India sports, News India Health along with News India Entertainment, India Lok Sabha Election and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT