होम / धर्म / मृत्यु के बाद भी श्री कृष्णा का ऐसा वो कौन-सा अंग, जो नहीं सका था जल?

मृत्यु के बाद भी श्री कृष्णा का ऐसा वो कौन-सा अंग, जो नहीं सका था जल?

BY: Prachi Jain • LAST UPDATED : August 24, 2024, 3:19 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

मृत्यु के बाद भी श्री कृष्णा का ऐसा वो कौन-सा अंग, जो नहीं सका था जल?

India News (इंडिया न्यूज), Shree Krishna Mrityu: द्वापर युग की समाप्ति के साथ महाभारत का युद्ध समाप्त हो चुका था। पांडवों की विजय हुई, और वे अब अपने राजसी जीवन में लौटने को तैयार थे। लेकिन जब युद्ध समाप्त हो गया, भगवान श्रीकृष्ण, जो इस महाक्रम के महत्वपूर्ण नायक थे, एक पेड़ के नीचे विश्राम कर रहे थे। तभी एक शबर के श्रापवश, भगवान श्रीकृष्ण को एक तीव्र तीर लगा। यह तीर भगवान के शरीर में एक गहरे घाव का कारण बना, और अंततः भगवान श्रीकृष्ण की मृत्यु हो गई।

उनकी मृत्यु से सभी प्राणी शोकाकुल हो गए। पांडवों ने भगवान श्रीकृष्ण के अंतिम संस्कार की तैयारी की, और उनकी पार्थिव देह को अग्नि में समर्पित कर दिया। भगवान का पूरा शरीर जल गया, लेकिन एक चमत्कारी घटना घटी—उनका दिल, जो कि अत्यंत पवित्र था, अग्नि की लपटों से बच गया। यह दिल अपनी दिव्य शक्ति के कारण अग्नि के ताप को सहन नहीं कर सका और वैसे का वैसा रहा।

इस कृष्ण जन्माष्टमी अगर घर ले आयें ये 5 चीजें, तो ग्रह दुष्प्रभाव से पा लेंगे जिंदगीभर का छुटकारा!

इस पवित्र अंग को तो अग्नि भी नहीं सकी छू

इस पवित्र अंग को भगवान श्रीकृष्ण के भक्तों ने समुद्र में प्रवाहित कर दिया, ताकि इसे किसी और के लिए प्रेरणा का स्रोत बनाया जा सके। समुद्र की लहरों में बहते हुए, वह हृदय पुरी के तट पर पहुंच गया। वहां, समुद्र के किनारे पर, यह हृदय एक अद्भुत परिवर्तन के तहत लट्ठ का रूप ले लिया। इस दिव्य लट्ठ की पवित्रता को समझते हुए, पुरी के राजा इंद्रद्युम्न को रात में एक दिव्य स्वप्न आया। स्वप्न में भगवान श्रीकृष्ण ने उन्हें दर्शन दिए और इस लट्ठ के बारे में जानकारी दी।

स्वप्न से जागने के बाद, राजा इंद्रद्युम्न ने समुद्र तट पर जाकर उस लट्ठ को अपने साथ लाने का निर्णय लिया। उन्होंने समुद्र के तट पर पहुँचकर लट्ठ को लिया और उसे अपने महल में सुरक्षित रखा। राजा ने भगवान श्रीकृष्ण के आदेश को ध्यान में रखते हुए, एक महान कार्य की शुरुआत की।

आखिर कौन थे वो कृपाचार्य जिन्होंने पांडव पुत्र की मृत्यु तक रचने का किया था साहस?

जगन्नाथ मंदिर में प्रतिष्ठित हैं ये मूर्तियां

इस दिव्य लट्ठ की मदद से, प्रसिद्ध देव शिल्पी विश्वकर्मा ने भगवान जगन्नाथ, उनके भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा की मूर्तियां बनाई। ये मूर्तियां आज भी पुरी के जगन्नाथ मंदिर में प्रतिष्ठित हैं और भक्तों के लिए अत्यंत पूजनीय हैं। भगवान श्रीकृष्ण का वह पवित्र हृदय, जो समुद्र में बहते हुए पुरी के तट पर आया था, आज भी भक्तों को अनंत आशीर्वाद और दिव्य कृपा प्रदान करता है।

इस प्रकार, भगवान श्रीकृष्ण की दिव्य ऊर्जा और पवित्रता ने एक नया रूप लिया, और उनकी उपस्थिति आज भी पुरी के जगन्नाथ मंदिर में हमें एक दिव्य अनुभव का अहसास कराती है।

क्या द्वापर युग के ‘नकली कृष्ण’ को जानते हैं आप? भगवान भी खा गए थे धोखा, इस अंग से हुई थी पहचान

Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

यहां शादी के बाद 3 दिनों तक नहीं जा सकते टॉयलेट, वजह जान खड़े हो जाएंगे रोंगटे
यहां शादी के बाद 3 दिनों तक नहीं जा सकते टॉयलेट, वजह जान खड़े हो जाएंगे रोंगटे
Maha Kumbh 2025:  स्वच्छ महाकुम्भ अभियान के तहत सहभागिता बढ़ाने के लिये स्वच्छता मित्रों के साथ सामूहिक भोज
Maha Kumbh 2025: स्वच्छ महाकुम्भ अभियान के तहत सहभागिता बढ़ाने के लिये स्वच्छता मित्रों के साथ सामूहिक भोज
ये गांव है जन्नत सा खूबसूरत, एक बार गए तो नहीं करेगा वापस आने का मन, फिर भी परेशान हैं यहां के लोग, जानें क्यों?
ये गांव है जन्नत सा खूबसूरत, एक बार गए तो नहीं करेगा वापस आने का मन, फिर भी परेशान हैं यहां के लोग, जानें क्यों?
ये है भारत की सबसे अमीर हसीना, बड़े पर्दे को दिखाया ठेंगा, फिर भी करोड़ों में है नेटवर्थ, दीपिका-कैटरीना को भी देती है मात
ये है भारत की सबसे अमीर हसीना, बड़े पर्दे को दिखाया ठेंगा, फिर भी करोड़ों में है नेटवर्थ, दीपिका-कैटरीना को भी देती है मात
आखिरकार खत्म हुआ रोहित शर्मा का टेस्ट करियर, कोहली का चमका भाग्य, BCCI का ऐलान!
आखिरकार खत्म हुआ रोहित शर्मा का टेस्ट करियर, कोहली का चमका भाग्य, BCCI का ऐलान!
चीन में फ़ैल रही महामारी एचएमपीवी वायरस फैलने पर भारतीय स्वास्थ्य एजेंसी का आया बड़ा बयान, कहा- ‘चिंता की कोई बात नहीं हम…’?
चीन में फ़ैल रही महामारी एचएमपीवी वायरस फैलने पर भारतीय स्वास्थ्य एजेंसी का आया बड़ा बयान, कहा- ‘चिंता की कोई बात नहीं हम…’?
हिमाचल में ऑनलाइन मिलेंगे ग्रामीण क्षेत्रों के उत्पाद, CM खविंदर सिंह सुक्खू..
हिमाचल में ऑनलाइन मिलेंगे ग्रामीण क्षेत्रों के उत्पाद, CM खविंदर सिंह सुक्खू..
धौलपुर में विवाहिता की संदिग्ध मौत,ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप, मायकेवालों ने लगाई न्याय की गुहार
धौलपुर में विवाहिता की संदिग्ध मौत,ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप, मायकेवालों ने लगाई न्याय की गुहार
महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए जारी हो रहे 6 रंग के ई-पास
महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए जारी हो रहे 6 रंग के ई-पास
गुलाब के फूल से गांधीगिरी: हेलमेट के महत्व पर जोर, SP ने सड़क सुरक्षा का दिया संदेश
गुलाब के फूल से गांधीगिरी: हेलमेट के महत्व पर जोर, SP ने सड़क सुरक्षा का दिया संदेश
दुनिया के सिर्फ 6 देशों के पास है पनडुब्बी, कौन है सबसे ज्यादा शक्तिशाली? कितना है भारत में दम?
दुनिया के सिर्फ 6 देशों के पास है पनडुब्बी, कौन है सबसे ज्यादा शक्तिशाली? कितना है भारत में दम?
ADVERTISEMENT