होम / मरते समय रावण के इन शब्दों से हिल गई थी लक्ष्मण के पैरों तले जमीन, ये थे रावण के आखिरी कड़वे शब्द?

मरते समय रावण के इन शब्दों से हिल गई थी लक्ष्मण के पैरों तले जमीन, ये थे रावण के आखिरी कड़वे शब्द?

Prachi Jain • LAST UPDATED : September 19, 2024, 3:21 pm IST

Ravan’s Last Words To Lakshman:  लक्ष्मण, जो राम के छोटे भाई थे, रावण के पास पहुंचे। रावण ने उन्हें ध्यान से देखा और कहा, “लक्ष्मण, मेरी बातें सुनो। आज मैं तुम्हें कुछ महत्वपूर्ण ज्ञान देना चाहता हूँ।”

India News (इंडिया न्यूज), Ravan’s Last Words To Lakshman: युद्ध का मैदान गूंज रहा था। रावण, लंकापति, अपनी अंतिम सांसों को गिन रहा था। चारों ओर उसकी हार का नंगा नाच चल रहा था। लेकिन इस स्थिति में भी, रावण के मन में एक गहरी शांति थी। उसे पता था कि उसकी विदाई का समय आ गया है, और उसने लक्ष्मण को अपने पास बुलाया।

लक्ष्मण, जो राम के छोटे भाई थे, रावण के पास पहुंचे। रावण ने उन्हें ध्यान से देखा और कहा, “लक्ष्मण, मेरी बातें सुनो। आज मैं तुम्हें कुछ महत्वपूर्ण ज्ञान देना चाहता हूँ।”

1. अहंकार का पाठ

रावण ने सबसे पहले कहा, “अहंकार मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु होता है। मैंने अपनी शक्ति और ज्ञान का दुरुपयोग किया, और यही मेरे पतन का कारण बना। तुम हमेशा याद रखो, जो व्यक्ति अहंकारी होता है, वह अंततः स्वयं को ही नष्ट कर लेता है।”

आखिर क्यों अपने ही छोटे भाई लक्ष्मण को भगवान श्रीराम ने दे दिया था मृत्युदंड?

लक्ष्मण ने सिर झुकाकर सुना। रावण की बातें सच्चाई से भरी थीं।

2. समय का महत्व

फिर रावण ने कहा, “किसी भी अच्छे कार्य को करने में देरी मत करो। समय का सदुपयोग करना बहुत जरूरी है। मैंने अवसरों को गंवाया और इसका खामियाजा भुगता। तुम हमेशा समय की कदर करना।”

3. स्त्री का सम्मान

उसने एक गहरी सांस ली और आगे कहा, “मुझे पता है कि मैंने माता सीता का अपहरण किया, लेकिन इसके दुष्परिणाम बहुत भयानक थे। मैं तुमसे यही कहता हूँ कि किसी पराई स्त्री पर बुरी नजर मत डालो। यह तुम्हारे लिए और समाज के लिए भी ठीक नहीं है।”

महाभारत के इस किरदार ने लिया था दुर्योधन के दोस्त के रूप में जन्म, जानें कौन है वो जो जिसके तेज के आगे पूरी दुनीया थी मौन

4. गोपनीयता का महत्व

आखिर में, रावण ने कहा, “एक और बात, अपने राज किसी से साझा मत करो। मैंने बहुत से लोगों को अपने राज बता दिए थे, और यही मेरी गलती थी। गोपनीयता में सुरक्षा होती है।”

लक्ष्मण ने रावण की बातें ध्यान से सुनीं। उसकी आँखों में आँसू थे, क्योंकि उसने देखा कि रावण, जो एक शक्तिशाली राक्षस था, अपने जीवन के अंत में ज्ञान और सीख के साथ विदा हो रहा था।

कौन थी माँ पार्वती की ननद? क्या हुआ था जब शिव जी के पास उन्ही की बहन की शिकायत लेकर पहुंची थी खुद भाभी गौरा!

रावण ने कहा, “याद रखो, लक्ष्मण, ज्ञान का कोई समय नहीं होता। चाहे तुम कितने भी महान क्यों न हो, सच्चाई हमेशा महत्वपूर्ण होती है।”

इस प्रकार, रावण ने अपने अंतिम क्षणों में लक्ष्मण को जीवन की महत्वपूर्ण शिक्षाएं दीं, जो सदियों तक सुनाई जाएंगी। रावण का ज्ञान, उसकी गलतियों से उपजी थी, और यह संदेश हमेशा जीवित रहेगा।

कर्ण के मृत शरीर को देख दुर्योधन ने कहे थे ऐसे शब्द कि…पांडव भाई भी रह गए थे हैरान?

Disclaimer: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है। पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

Get Current Updates on News India, India News, News India sports, News India Health along with News India Entertainment, India Lok Sabha Election and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

भारत से हथियार खरीदने वाले दुनिया के 5 बड़े देश, जिसमे अमेरिका का नाम सबसे आगे!
दिवाली की डेट को लेकर कंफ्यूजन कर लें दूर, यहां जानें कब पड़ रही धनतेरस और दीपावली
डेली सुबह कर लें Neem Karoli Baba के बताए गए यह काम, जीवन में बनेंगे सफलता इंसान, नहीं आएगी समस्या
Jitiya Vrat 2024: कब रखा जाएगा जितिया व्रत? यहां जानिए सही डेट और पारण का शुभ मुहूर्त
ISRO में निकली बंपर भर्ती! नौकरी के लिए शानदार मौका, आज से आवेदन प्रक्रिया हुआ शुरु
क्या भारत यूक्रेन को पहुंचा रहा था गोला-बारूद? भ्रामक खबर पर लगी रोक, विदेश मंत्रालय ने बता दी पूरी सच्चाई
MCC NEET UG Counselling 2024: आज जारी की गई दूसरे चरण के लिए सीट अलॉटमेंट रिजल्ट, इन डाक्यूमेंट्स को रखें तैयार
ADVERTISEMENT