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कौन हैं बागेश्वर धाम महाराज पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री?

Ashish kumar Rai • LAST UPDATED : January 21, 2023, 10:30 pm IST
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कौन हैं बागेश्वर धाम महाराज पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री?

Pandit Dhirendra Krishna Shastri

(दिल्ली) : इन दिनों बागेश्वर धाम महाराज धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री से जुड़ी वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहीं हैं। वायरल हो रहे उनके वीडियो में दिखने वाला चमत्कार हर जगह चर्चा का विषय बना हुआ है। उनकी वीडियो को देखकर किसी को यह यकीन नहीं हो रहा है कि कोई किसी के बारे में इतना कैसे बता सकता है।

बता दें, बागेश्वर धाम सरकार के देश ही नहीं बल्कि दुनिया भर में अनुयायी है। बाबा जब दरबार लगाते हैं और फरियादी की समस्या को बिना बताये जान लेते हैं तो पूरा दरबार हतप्रभ रह जाता है। जानकारी के मुताबिक, बागेश्वर धाम सरकार की उम्र महज 26 साल हैं। बाबा जो भी बात बोलते है बेबाकी से बोलते है। हालांकि, उनकी बेबाकी इन दिनों उनके लिए मुसीबत बनती नजर आ रही है। क्योंकि वामपंथी गैंग उनपर अन्धविश्वास फैलाने का आरोप लगा रहा है। तो देश में हर किसी का ध्यान अपनी और खींचने वाले बागेश्वर धाम सरकार के बारे में जानते हैं।

पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जीवन परिचय

मिली जानकारी के मुताबिक, बागेश्वर धाम के महाराज कहे जाने वाले इस संत का जन्म मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में हुआ था। इनके पिता का नाम रामकृपाल गर्ग और माता का नाम सरोज हैं। वहीं इनके अंदर बचपन से ही लोगों को प्रभावित करने की क्षमता रही है। कहा जाता है कि महाराज गांव में लोगों के बीच बैठकर कथा सुनते थे। कथा सुनते-सुनते इसमें वह इतने प्रखर हो गए कि साल 2009 में उन्होंने अपनी पहली भागवत कथा सुनाई। जिसके बाद धीरे-धीरे वह आस पास के गांवों में जाने लगे और लोग भी इन्हीं से कथा सुनने लगे।

बागेश्वर धाम का इतिहास

बता दें, बागेश्वर धाम सरकार मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित है। यह बाला जी को समर्पित भगवान का मंदिर है। इस प्रसिद्ध मंदिर में बागेश्वर धाम महाराज के दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से भक्त आते हैं। कहा जाता है कि यह मंदिर सालों पुराना है। इस मंदिर का रेनोवेशन 1986 में कराया गया था। कहा जाता है कि श्री बाला जी महाराज के मंदिर के पीछे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के दादा सेतुलाल गर्ग संन्यासी बाबा की समाधि भी है। इस जगह पर धीरेंद्र गर्ग ने कई बार भागवत कथा का भी आयोजन किया। जिसके बाद इस कथा में भक्त धीरे-धीरे जुड़ने लगे। फिर क्या था इसके बाद बागेश्वर का यह मंदिर बागेश्वर धाम कहलाना शुरू हो गया और यहीं से शुरू हुआ पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री कहलाने का सफर।

पर्ची पर लिख देते हैं भक्तों की समस्या

मालूम हो, बागेश्वर धाम महाराज के दरबार में सैकड़ों की संख्या में लोग आते हैं। दरबार में हाजिरी लगा चुके भक्तों के अनुसार, पंडित धीरेंद्र शास्त्री जी अपने दरबार में किसी भी अनजान व्यक्ति को बुलाते हैं और जब तक वह उनके पास पहुंचता है उससे पहले ही पंडित महाराज उस व्यक्ति का नाम और उसका पता एक पर्चे पर लिख देते हैं। लोग इस बात से हौरान है कि कोई किसी व्यक्ति के बारे में इतना कैसे बता सकता है। इतना ही नहीं पंडित धीरेंद्र कृष्ण महाराज उस व्यक्ति की सारी परेशानियों को भी बता देते हैं।

देश से विदेश तक बाबा की धाक

बता दें, बागेश्वर धाम महाराज के दरबार में हर दिन हजारों – लाखों की संख्या में भक्त पहुंचते हैं। भक्त बताते हैं कि महाराज तक पहुंचने के लिए कई दिनों तक का इंतजार करना पड़ता है। इतना ही बाबा से मिलने विदेश से भी भक्त मिलने पहुंचते हैं। बाबा को विदेशों में बड़े -बड़े सम्मानों से नवाजा जा चूका है।

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