Why Hindu Marriages Happen At Night: हिंदू धर्म में पूजा पाठ और हवन करने के लिए सूर्योदय के बाद और सूर्यास्त से पहले का समय पूजा-पाठ के लिए सबसे सबसे उत्तम होता है. लेकिन सवाल उठता है कि अगर ऐसा है तो शादी रात के समय पर क्यों की जाती है? यह सवाल इसलिए आता है क्योंकि शादी के दिन दूल्हा-दुल्हन ‘हवन’ या ‘यज्ञ’ की अग्नि को साक्षी मानकर फेरे लेते हैं और एक दूसरे से जीवनभर साथ निभाने का वचन देते हैं, ऐसे में रात के समय शादी की परंपरा शास्त्रों के विरुद्ध है या इसके पीछे कोई गहरा राज छीपा है? चलिए जानते हैं यहां.
हिंदू धर्म में क्यों की जाती है रात को शादी
धार्मिक धर्म की मान्यताओं के अनुसार, रात का समय अंधकार और रहस्यमय ऊर्जा से भरा होता है और इस अवधि में नकारात्मक का प्रभाव ज्यादा होता है. वही दिन का प्रकाश सकारात्मकता, पवित्रता और ईश्वरिक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है, इसलिए सामान्य गृहस्थ जीवन से जुड़े शुभ कार्य-जैसे यज्ञ, हवन और देवपूजा और यज्ञ दिन के प्रकाश में करना ही शुभ होता है. शास्त्रों में भी दिन के समय होने वाले विवाह को अधिक मंगलकारी बताया है, वहीं रात में होने वाले विवाह की परंपरा भी समय के साथ विकसित हुई. इसके पीछे दो महत्वपूर्ण कारण है, चलिए जानते हैं यहां कारण.
हिंदू धर्म में रात के समय शादी करना का कारण
शास्त्रों के अनुसार, विवाह के दौरान फेरे लेते समय दंपत्ति को सप्तऋषि मंडल और ध्रुव तारे के दर्शन कराए जाते हैं और ध्रुव तारा केवल रात में ही स्पष्ट देखा जा सकता है. इसका उद्देश्य है कि दूल्हा दुल्हन अपने संबंध को ध्रुव तरह अडिग, स्थिर और चिरस्थायी बनाने का संकल्प लें. इसलिए हिंदू धर्म में शादी के लिए रात का शुभ मुहूर्त देखा जाता है. इसके अलावा हिंदू धर्म में रात में शादी करने के पीछे गहरा ऐतिहासिक रहस्य भी है.
रात में शादी करने का ऐतिहासिक कारण
दरअसल, मुगल शासन के दौरान उजाले में होने वाले बड़े आयोजन, विशेषकर हिंदू विवाह, असुरक्षित माने जाते थे. आक्रमणकारियों के भय की वजह से और अपने परिवारों की सुरक्षा की वजह से लोगों ने नए उपाय अपनाने शुरू किए और विवाह जैसे पवित्र संस्कारों को आक्रमणकारियों से बचाने के लिए रात के सन्नाटे और अंधकार में करना बेहतर समझा, ताकि शादी बिना किसी परेशानी से आसानी से हो जाए. ऐसे ही धीरे-धीरे यह तरीका केवल सुरक्षा न रहकर एक प्रचलित परंपरा में बदल गया हैं, इसलिए लोगों ने रात के समय शादी करना शुरू कर दिया.
Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है. पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें. India News इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है.