होम / नदी के किनारे ही क्यों की जाती हैं छठ की पूजा…इस रहस्य से जुड़ा है इन सभी सवालों के जवाब?

नदी के किनारे ही क्यों की जाती हैं छठ की पूजा…इस रहस्य से जुड़ा है इन सभी सवालों के जवाब?

Prachi Jain • LAST UPDATED : October 22, 2024, 5:00 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

नदी के किनारे ही क्यों की जाती हैं छठ की पूजा…इस रहस्य से जुड़ा है इन सभी सवालों के जवाब?

Chhath Pooja 2024: नदी के किनारे छठ पूजा करने की परंपरा सिर्फ धार्मिक ही नहीं, बल्कि वैज्ञानिक और सामाजिक कारणों से भी जुड़ी हुई है। यह न केवल सूर्य और जल की पवित्रता को दर्शाता है, बल्कि मानव जीवन और प्रकृति के बीच सामंजस्य स्थापित करने का भी संदेश देता है।

India News (इंडिया न्यूज), Chhath Pooja 2024: छठ पूजा एक प्राचीन और पवित्र पर्व है, जो विशेष रूप से बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, और नेपाल के कुछ हिस्सों में धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व सूर्य देव और छठी मैया की आराधना के लिए प्रसिद्ध है। छठ पूजा की सबसे खास बात यह है कि इसे नदियों, तालाबों और जलाशयों के किनारे किया जाता है। इस परंपरा के पीछे कई धार्मिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक कारण जुड़े हुए हैं। आइए इन रहस्यों पर विस्तार से चर्चा करें:

1. सूर्य और जल का प्राचीन संबंध

छठ पूजा सूर्य उपासना का पर्व है, और सूर्य को जल के माध्यम से अर्घ्य देना इस पूजा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। जल को ब्रह्मांड का आधार माना गया है और सूर्य देव को जीवन का स्रोत। जब पानी में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है, तो जल की सतह पर सूर्य की किरणें परावर्तित होती हैं, जिससे सकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न होती है। यह प्रक्रिया आध्यात्मिक शांति और शुद्धि का प्रतीक है।

धनतेरस पर क्यों ख़रीदा जाता है नमक…इस कड़वी चीज से इस दिन जो कर लिया ये अचूक उपाय, मां लक्ष्मी भर देंगी पैसों से गल्ला?

2. जल का शुद्धिकरण और पर्यावरणीय महत्व

नदी या जलाशय के किनारे पूजा करने का एक बड़ा कारण यह है कि जल एक शुद्ध और शुद्धिकारी तत्व माना जाता है। यह शरीर और आत्मा को पवित्र करता है। छठ पर्व के दौरान उपासक नदियों के किनारे अपने शरीर को शुद्ध करते हैं, जिससे उनके मन और आत्मा में शांति और संतुलन स्थापित होता है। इसके अलावा, नदियों के किनारे पूजा करने से लोगों का प्राकृतिक स्रोतों से जुड़ाव बना रहता है और जल संरक्षण का संदेश भी प्रसारित होता है।

3. प्राकृतिक ऊर्जा का संचरण

प्रकृति के निकट, विशेष रूप से जल स्रोतों के पास, सूर्य की किरणें अधिक शक्तिशाली होती हैं। जल के समीप सूर्य को अर्घ्य देने से जल और सूर्य की ऊर्जा एकत्रित होती है, जिससे वातावरण में सकारात्मकता बढ़ती है। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, सूरज की किरणों में मौजूद अल्ट्रावायलेट किरणें स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होती हैं। इससे शरीर को विटामिन डी मिलता है, जो हड्डियों और प्रतिरक्षा तंत्र के लिए फायदेमंद है।

क्या बेटी के घर का पानी पीने से लग जाता है पाप? लड़की के मायके वाले जान ले सनातन धर्म का ये सच!

4. आध्यात्मिक शुद्धि और समर्पण

छठ पर्व में उपवास और कठिन तपस्या का पालन किया जाता है, जिसमें मन और शरीर की शुद्धि पर जोर दिया जाता है। जल के समीप पूजा करने से मन शांत रहता है और ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है। यह आत्म-समर्पण और आध्यात्मिक विकास का प्रतीक है। जल के सामने खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य देना आत्मा को शुद्ध करने और ईश्वर के प्रति समर्पण का सबसे बड़ा संकेत है।

5. धार्मिक और पौराणिक मान्यता

छठ पर्व से जुड़ी धार्मिक कथाओं के अनुसार, भगवान राम और माता सीता ने लंका विजय के बाद अयोध्या लौटकर कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को सरयू नदी के किनारे छठ व्रत किया था। इसके साथ ही, महाभारत में भी कुंती पुत्र कर्ण के बारे में कहा गया है कि वे सूर्य उपासक थे और प्रतिदिन जल में खड़े होकर सूर्य को अर्घ्य अर्पित करते थे। इन धार्मिक कथाओं से भी नदी किनारे पूजा करने की परंपरा जुड़ी हुई है।

6. स्वास्थ्य लाभ

नदी या तालाब के किनारे पूजा करने से न केवल धार्मिक लाभ होते हैं, बल्कि यह शरीर और मन के लिए भी स्वास्थ्यप्रद है। शुद्ध जल में स्नान करने से त्वचा, रक्त प्रवाह और शारीरिक शुद्धि होती है। इसके साथ ही, सूर्य की ऊर्जा और जल की शुद्धि से तनाव, अवसाद और मानसिक थकावट को दूर करने में मदद मिलती है।

इन तारीखों पर पैदा होते है बेहद ही चुनिंदा लोग…कलियुग के कुबेर कहलाते है इन राशियों पर जन्में व्यक्ति?

7. समुदायिक एकजुटता और सामाजिक समरसता

नदियों और जलाशयों के किनारे छठ पूजा सामूहिक रूप से की जाती है, जिसमें पूरा समाज एक साथ आता है। इस पूजा के दौरान लोग अपने मतभेद भूलकर एकता और भाईचारे का संदेश फैलाते हैं। यह समाज में सामाजिक समरसता और सामूहिकता का प्रतीक है।

निष्कर्ष:

नदी के किनारे छठ पूजा करने की परंपरा सिर्फ धार्मिक ही नहीं, बल्कि वैज्ञानिक और सामाजिक कारणों से भी जुड़ी हुई है। यह न केवल सूर्य और जल की पवित्रता को दर्शाता है, बल्कि मानव जीवन और प्रकृति के बीच सामंजस्य स्थापित करने का भी संदेश देता है। छठ पूजा में जलाशयों के किनारे पूजा करना पर्यावरण के प्रति आदर और समर्पण का प्रतीक है, जो आज के समय में विशेष रूप से प्रासंगिक है।

दिवाली पर मां लक्ष्मी के वाहन के बजाए उल्लू की क्यों होती है पूजा? जानें कई सालों की बहस का सही जवाब!

डिस्क्लेमर: इस आलेख में दी गई जानकारियों का हम यह दावा नहीं करते कि ये जानकारी पूर्णतया सत्य एवं सटीक है।पाठकों से अनुरोध है कि इस लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। इंडिया न्यूज इसकी सत्यता का दावा नहीं करता है।

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

Makeup Side Effects: रोजाना मेकअप करने से होते हैं ये नुकसान, उम्र से पहले आ जाएंगी झुर्रियां
Makeup Side Effects: रोजाना मेकअप करने से होते हैं ये नुकसान, उम्र से पहले आ जाएंगी झुर्रियां
‘कोई मुझे गोली मार देगा…’, क्यों घबराईं Raveena Tandon, आखिर किस वजह से सताया मौत का डर
‘कोई मुझे गोली मार देगा…’, क्यों घबराईं Raveena Tandon, आखिर किस वजह से सताया मौत का डर
‘केंद्रीय अर्धसैनिक बल, CISF और पुलिस के जवान पैसे लेते हैं तो…’ रिश्वत लेने वालों पर CM Mamata ने ये क्या कह दिया?
‘केंद्रीय अर्धसैनिक बल, CISF और पुलिस के जवान पैसे लेते हैं तो…’ रिश्वत लेने वालों पर CM Mamata ने ये क्या कह दिया?
पहली ही मुलाकात में नार्वे की राजकुमारी के बेटे ने 20 साल की लड़की से किया रेप, फिर जो हुआ…सुनकर कानों पर नहीं होगा भरोसा
पहली ही मुलाकात में नार्वे की राजकुमारी के बेटे ने 20 साल की लड़की से किया रेप, फिर जो हुआ…सुनकर कानों पर नहीं होगा भरोसा
हॉकी के बाद बिहार को इस बड़े स्पोर्ट्स इवेंट की मिली मेजबानी, खेल मंत्री मांडविया ने दी जानकारी
हॉकी के बाद बिहार को इस बड़े स्पोर्ट्स इवेंट की मिली मेजबानी, खेल मंत्री मांडविया ने दी जानकारी
2025 में इस नाम वाले लोगों पर होगी पैसों की बरसात, बाबा वेंगा ने कर दी बड़ी ये भविष्यवाणी, इन 5 राशियों के लिए खुलेगा किस्मत का दरवाजा
2025 में इस नाम वाले लोगों पर होगी पैसों की बरसात, बाबा वेंगा ने कर दी बड़ी ये भविष्यवाणी, इन 5 राशियों के लिए खुलेगा किस्मत का दरवाजा
‘अधिकारी UP से कमाकर राजस्थान में …’, अखिलेश यादव का जयपुर में बड़ा बयान; CM योगी के लिए कही ये बात
‘अधिकारी UP से कमाकर राजस्थान में …’, अखिलेश यादव का जयपुर में बड़ा बयान; CM योगी के लिए कही ये बात
इस मुस्लिम शासक ने मस्जिदों को शिक्षा का केंद्र…संस्कृत ग्रंथों का फारसी में करवाया अनुवाद, फिर भी हिंदुओं से करता था नफरत, मां थीं हिंदू सुनार
इस मुस्लिम शासक ने मस्जिदों को शिक्षा का केंद्र…संस्कृत ग्रंथों का फारसी में करवाया अनुवाद, फिर भी हिंदुओं से करता था नफरत, मां थीं हिंदू सुनार
MP में बढ़ी ठिठुरन, भोपाल में 10.2 डिग्री तक लुढ़का पारा, शहरों में छाया घना कोहरा
MP में बढ़ी ठिठुरन, भोपाल में 10.2 डिग्री तक लुढ़का पारा, शहरों में छाया घना कोहरा
Bihar Hooch tragedy : बेगूसराय में जहरीली शराब का कहर, दो लोगों की मौत; 2 अन्य बीमार
Bihar Hooch tragedy : बेगूसराय में जहरीली शराब का कहर, दो लोगों की मौत; 2 अन्य बीमार
कांग्रेस नेता ने लगाए मंत्री पर जान से मारने का आरोप, कोर्ट में रोते हुए रखी अपनी बात
कांग्रेस नेता ने लगाए मंत्री पर जान से मारने का आरोप, कोर्ट में रोते हुए रखी अपनी बात
ADVERTISEMENT