संबंधित खबरें
200 साल में भारत का कोना-कोना चुन ले गए थे अंग्रेज, सच सुन चौंक जाएंगे आप!
SBI Clerk Recruitment 2024: भारतीय स्टेट बैंक ने निकाली बंपर भर्तियां, भूलकर भी न छोड़ें यह सुनहरा मौका, जानें अप्लाई करने का पूरा प्रोसेस
सीआईएसएफ ने 29वीं अंतर केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल वाद-विवाद प्रतियोगिता 2024 जीती
क्या है ये अपार आईडी? आधार कार्ड से क्यों है ये इतना अलग लेकिन काम एक, कैसे दिलाएगा छात्रों को अनेकों फायदे
परीक्षा से पहले CBSE बोर्ड में होने वाला है बड़ा बदलाव, अपनी क्षमता के अनुसार परीक्षा दे सकेंगे छात्र
ICSE-ICE के छात्रों का इंतजार खत्म, बोर्ड ने जारी की परीक्षाओं की तारीख; जानें कहां डाउनलोड होगा पूरा शेड्यूल
इंडिया न्यूज, मेरठ:
Syllabus has Changed : अब अंग्रेजी लिटरेचर से एमए करने वाले विद्यार्थी हिंदी साहित्य भी पढ़ पाएंगे। यह लिटरेचर उन्हें अंग्रेजी में मिलेगा। दरअसल मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में हिंदी साहित्यकारों को अंग्रेजी के पाठ्यक्रम में शामिल करने का अनोखा प्रयास हुआ है। इस यूनिवर्सिटी के अंग्रेजी के विद्यार्थी अब कबीर से लेकर कालिदास तक और रवींद्रनाथ टैगोर से लेकर भरत मुनि तक को पढ़ेंगे।
अंग्रेजी विभाग के एचओडी डॉक्टर विकास शर्मा ने बताया कि चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने एमए अंग्रेजी का पाठ्यक्रम बदल दिया है। पाठ्यक्रम में अब हिंदी, संस्कृत, मराठी और बांग्ला के कई साहित्यकारों को शामिल किया गया है। एमए अंग्रेजी प्रथम सेमेस्टर के छात्र महाकवि कालिदास का नाटक अभिज्ञान शाकुंतलम सच्चिदानंद हीरानंद वात्सयायन अज्ञेय का उपन्यास शेखर एक जीवनी अंग्रेजी में पढ़ सकेंगे। रवींद्रनाथ टैगोर की गीतांजलि, कबीरदास के दोहे भी पाठ्यक्रम में शामिल किए गए हैं। अंग्रेजी में अनुदित इन रचनाकारों के साहित्य को बोर्ड आॅफ स्टडीज से स्वीकृत कराने के बाद कुलपति की भी सहमति ले ली गई है। अब इसी सत्र से एमए के पाठ्यक्रम में इन्हें शामिल कर लिया गया है।
डॉ. विकास शर्मा का कहना है कि इससे हिंदी साहित्य का तो विस्तार होगा ही अंग्रेजी साहित्य के विद्यार्थी भी अन्य भाषाओं के साहित्य से परिचित हो सकेंगे। आमतौर पर अंग्रेजी के ज्ञाता ही ग्लोबल हुए हैं। पर हिंदी साहित्य की सामग्री भी विपुल है। इस ज्ञानकोष से अंग्रेजी के विद्यार्थी क्यों महरूम रहें?
उन्होंने बताया कि जवाहरलाल नेहरू की डिस्कवरी आॅफ इंडिया और विजय तेंदुलकर के नाटक भी कोर्स में शामिल किए गए हैं। एमए अंग्रेजी के पेपर में दो वैकल्पिक प्रश्न पत्र रखे गए हैं, जिनमें आॅस्ट्रेलियन लिटरेचर एंड थियेटर को भी छात्र-छात्राएं कैंपस में पढ़ सकेंगे। एमए अंग्रेजी के पाठ्यक्रम में खुशवंत सिंह के उपन्यास दिल्ली को भी सम्मिलित किया गया है। इसके साथ ही अमृता प्रीतम की आत्मकथा रसीदी टिकट भी अंग्रेजी के पाठ्यक्रम में शामिल कर ली गई है। पाठ्यक्रम में भरतमुनि के नाट्य शास्त्र से रस सिद्धांत को भी लिया गया है। इस पहल से छात्र छात्राएं बेहद उत्साहित हैं। स्टूडेंट्स का कहना है कि इस पहल से हमारा हिंदी साहित्य भी ग्लोबल हो सकेगा।
(Syllabus has Changed)
Also Read : NCRTC Recruitment 2021: एनसीआरटीसी में 226 पदों पर निकली भर्तियां, आवेदन के लिए कल आखिरी दिन
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.