Battle of Galwan Teaser: सलमान खान के 60वें जन्मदिन पर उनकी अपकमिंग फिल्म ‘बैटल ऑफ गलवान’ का टीजर रिलीज हो गया है, जिसे फैंस की तरफ से काफी प्यार मिल रहा है. इस टीजर में सलमान खान का दमदार लुक और उनका पावरफुल अंदाज फैंस को पसंद आ रहा है. टीजर में वे अपने दमदार लुक में नजर आ रहे हैं. उनके हाथ में डंडा है, जिसे लेकर वे दुश्मनों से भिड़ने को तैयार हैं. उनके चेहरे पर एक योद्धा का एक्सप्रेशन नजर आ रहा है. आइए जानते हैं टीजर के बारे में…
बैटल ऑफ गलवान का टीजर
फिल्म ‘बैटल ऑफ गलवान’ के टीजर की शुरुआत प्राकृतिक नजारों और सलमान खान के वॉइस ओवर वाले डायलॉग से शुरू होता है. इसके बाद सलमान खान का आर्मी ऑफिसर वाला लुक दिखाया गया है. इसके बाद गाना ‘मेरा दिल है, मेरी जान है. मेरा भारत देश महान है. जय हिंद’ के कुछ शब्द सुनाई पड़ते हैं. इसके बाद उनका डायलॉग मौत से क्या डरना उसे तो आना ही है, लोगों के मन में एक बेहतरीन इमेज छोड़ रही है. ये दर्शकों के मन में देशभक्ति का जुनून जगा रहा है. इस फिल्म के अंत में फिल्म की रिलीजिंग डेट बताई गई है. कुछ ही घंटों में फिल्म को 4 लाख से ज्यादा लोगों ने देख लिया है और 85 हजार से ज्यादा लोगों ने इसे पसंद किया है.
कब होगी रिलीज?
टीजर के अंत में बताया गया है कि ये फिल्म 17 अप्रैल 2026 को रिलीज की जाएगी. इस फिल्म में सलमान खान के अलावा चित्रांगदा सिंह भी अहम भूमिका में नजर आने वाली हैं. इस फिल्म को सलमान खान की मां समा खान के बैनर तले प्रोड्यूस किया गया है. इस फिल्म ‘बैटल ऑफ गलवान’ का निर्देशन अपूर्व लखिया ने किया है.
डायलॉग और म्यूजिक
फिल्म के दमदार डायलॉग्स और इनक्रेडिबल सिनेमैटिक शॉट्स काबिल-ए-तारीफ हैं. वहीं फिल्म के टीजर का म्यूजिक दिल में जगह बना रहा है. स्टेबिन बेन की आवाज और हिमेश रेशमिया के बैकग्राउंड स्कोर फिल्म के इमोशंस को लोगों तक पहुंचा रहे हैं और उन्हें देशभक्ति महसूस करा रहे हैं. 1 मिनट 12 सेकेंड का ये टीजर देख लोग मोहित हो रहे हैं. उनके फैंस कमेंट सेक्शन में तारीफों के पुल बांध रहे हैं.
क्या है बैटल ऑफ गलवान की असली कहानी?
‘बैटल ऑफ गलवान’ में 2020 में गलवान घाटी में हुए उस संघर्ष की कहानी दिखाई जाएगी. इस दौरान भारतीय सेना के नौजवानों ने अपने साहस से बलिदान का परिचय दिया था. जून 2020 में पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं के बीच एक हिंसक टकराव हुआ था. इसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे और कई चीनी सैनिक मारे गए थे. ये युद्ध इसलिए हुआ था क्योंकि चीन ने भारतीय सड़क निर्माण पर आपत्ति जताई थी. इसके कारण लाठी-डंडों और पत्थरों से लड़ाई हुई थी.