एक स्क्रिप्टेड सोशल मीडिया वीडियो ने ऑनलाइन खूब हंगामा मचा दिया. इस क्लिप में एक दुल्हन को अपनी शादी से ठीक पहले अपने पूर्व प्रेमी से मिलते हुए दिखाया गया था. यह वीडियो देखते ही देखते वायरल हो गया और कई लोगों ने इस भावुक दृश्य को वास्तविक मान लिया.
इस मामले में शामिल अभिनेत्री ने अब सार्वजनिक रूप से कंटेंट क्रिएटर की निंदा की है. उनका दावा है कि वीडियो उनकी पूरी सहमति के बिना पोस्ट किया गया था. इससे डिजिटल कंटेंट निर्माण में नैतिकता और जिम्मेदारी को लेकर तीखी बहस छिड़ गई है.
स्क्रिप्ट में लिखे गए दृश्य को वास्तविक जीवन के रूप में गलत समझा गया
वायरल वीडियो में श्रेया नाम की एक महिला दुल्हन के लिबास में नजर आ रही है. वह कार से उतरकर एक युवक को गले लगाती हुई दिखाई दे रही है. बैकग्राउंड में खोए हुए प्यार और पारिवारिक दबाव की कहानी सुनाई जा रही है. कई दर्शक बेहद भावुक हो गए. उन्हें लगा कि वे एक वास्तविक, हृदयविदारक क्षण देख रहे हैं. वीडियो तेजी से विभिन्न प्लेटफॉर्म पर फैल गया और इसे लाखों बार देखा गया.
वीडियो क्लिप पर जनता की प्रतिक्रिया तीव्र और विभाजित थी. कुछ ने कमेंट्स में दुल्हन के चरित्र की आलोचना की, जबकि अन्य ने जबरन शादी की इस स्थिति के प्रति सहानुभूति व्यक्त की. हालांकि, वह दृश्य पूरी तरह से मनगढ़ंत था. यह दर्शकों को आकर्षित करने के लिए तैयार किया गया एक स्क्रिप्टेड कंटेंट था. क्लिप में दिख रही अभिनेत्री श्रुति दाहुजा ने तथ्यों को स्पष्ट किया है.
अभिनेत्री ने अनधिकृत पोस्टिंग के खिलाफ आवाज उठाई
श्रुति दहुजा ने वीडियो में दुल्हन के रूप में अपनी पहचान बताई. उन्होंने बताया कि वह आखिरी समय में शूट के लिए अभिनेत्री के तौर पर शामिल हुई थीं. दहुजा ने कहा कि वीडियो उनकी अंतिम सहमति के बिना अपलोड किया गया था. वह अपने द्वारा पहनी गई खुले कपड़ों वाली दुल्हन की पोशाक को लेकर चिंतित थी. बताया जाता है कि पोशाक बनाने वाले ने उसकी चिंताओं को दूर करने का वादा किया था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया. दहुजा ने यह भी दावा किया कि उन्हें अपने काम के लिए भुगतान भी नहीं किया गया है.
उनके बयान के अनुसार, वीडियो बनाने वाले ने उन्हें टैग या क्रेडिट नहीं दिया. इसका मतलब यह हुआ कि वीडियो के वायरल होने से उन्हें कोई फायदा नहीं होगा. साथ ही लोगों ने कहानी को सच मान लिया, जिसके चलते उन्हें ऑनलाइन ट्रोलिंग का भी सामना करना पड़ा. यह स्थिति डिजिटल कंटेंट की एक आम खामी को उजागर करती है कि बिना संदर्भ के प्रस्तुत किए गए स्क्रिप्टेड दृश्यों को गलत समझा जा सकता है.
डिजिटल जिम्मेदारी को लेकर विरोध और बहस
इस विवाद ने निर्माता आरव मावी के खिलाफ आलोचनाओं की लहर पैदा कर दी. अभिनेत्री पारुल गुलाटी जैसी प्रमुख हस्तियों ने उनकी आलोचना की. गुलाटी ने कलाकारों को श्रेय देने और उनकी सहमति प्राप्त करने के महत्व पर जोर दिया. वहीं दूसरी ओर मावी और उसके भाई ने कमेंट्स में पोस्ट का बचाव किया. उन्होंने दाहुजा पर वीडियो वायरल होने के बाद अपना रुख बदलने का आरोप लगाया.
इसके अलावा अन्य सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स ने भी पारदर्शिता की कमी की निंदा की. कई लोगों ने वीडियो निर्माता से यह स्पष्ट करने की मांग की कि वीडियो स्क्रिप्टेड था. मुख्य मुद्दा भ्रामक सामग्री पोस्ट करने की नैतिकता पर केंद्रित हो गया.