Sunita Ahuja : बॉलीवुड के सुपरस्टार गोविंदा (Govinda) अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं. एक्टर की शादी साल 1987 में सुनिता अहूजा (Sunita Ahuja) के साथ हुई थी. हाल ही में सोशल मीडिया पर उनकी शादी की खबरे टूटने की अफवाहें भी खूब फैली. लेकिन सुनिता अहूजा ने अक्सर इन बातों का खंडन किया है. सुनिया अपनी हाजिर जबावी के लिए जानी जाती है. वह काफी सादगी के साथ जीवन जीती हैं. पब्लिक इवेंट्स हो या फैमिली गैदरिंग्स दोनों साथ में लोगों को कपल गोल्स देते हैं.
इमोशनल चीटिंग पर सुनीता की राय
हाल ही में सुनीता आहूजा से एक इंटरव्यू में रिलेशनशिप के बारे में एक बेहद पेचीदा सवाल किया है. उन्होंने इस बारे में खुलकर जवाब दिया और अपनी राय सभी को बताई. सुनीता आहूजा से सवाल किया गया कि “रिलेशनशिप में फिजिकल या इमोशनल चीटिंग में से कौन सी माफी के लायक नहीं है.” इस सवाल का जवाब देते हुए सुनिता ने कहा कि “आप इमोशनल एक इसान को प्यार करते हो और फिर उसे धोखा देते हो, यह सही नहीं है. क्योंकि मैं तो बहुत ज्यादा इमोशनल हूं. मैं गोविंदा को अपने मरते दम तक प्याल करूंगी. मैं आपको बताती हूं, इमोशनल तौर पर मुझे कोई भी धोखा दे, चाहे फिर वह मेरे बच्चे हों, मेरा पति हो मैं तो हमेशा हर्ट होती हूं. किसी को इमोशनल चीटिंग करना बिल्कुल सही नहीं है.
फिजिकल चीटिंग पर क्या बोलीं सुनीता
फिजिकल चीटिंग पर सुनिता ने कहा कि “फिजिकल चीटिंग भी कभी नहीं करनी चाहिए. ये दोनों करना ही क्यों है. मुझे लगता है कि यह अच्छी चीजें नहीं है. मेरे मां-बाप ने तो इस तरह के संस्कार नहीं दिए है. इसको बोलते हैं, घोर कलयुग. ये कलयुग आ गया है. फिजिकल चीटिंग तब होती है, जब पार्टनर किसी के साथ फिजिकल रिलेशन बनाता है. वहीं इमोशनल चीटिंग में कोई एक पार्टनर दूसरे के साथ भावनात्मक तौर पर जुड़ जाते हैं. जिसके रिश्ते ही इमोशनल बॉन्डिंग खत्म हो जाती है.“