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‘मैं कंसोल पर बैठा बस रो रहा था’, अमिताभ बच्चन और लता जी के साथ काम करके क्यों छलके थे करण जौहर के आंसू ? खुद किया हैरान करने वाला खुलासा

करण जौहर ने माना है कि 28 साल की उम्र में 'कभी खुशी कभी गम' में काम करते हुए अमिताभ बच्चन को डायरेक्ट करना लगभग अनरियल लगा.

Written By: Divyanshi Singh
Last Updated: December 28, 2025 08:26:45 IST

Karan Johar: फिल्ममेकर करण जौहर ने एक हैरान करने वाला खुलासा किया है जिसे सुन हर कोई हैरान रह गया. करण जौहर ने बताया कि सिर्फ 28 साल की उम्र में जब वो अपने करियर के पीक पर थे जब उन्होंने अमिताभ बच्चन को डायरेक्ट किया था. वहीं कभी खुशी कभी गम के लिए स्वर्गीय महान सिंगर लता मंगेशकर के साथ एक गाने के लिए काम किया. उन्होंने इस बात को  माना कि ऐसे आइकॉन के साथ काम करना बहुत ज़्यादा प्रेशर वाला होता है. उन्होंने इस बात का खुलासा किया कि इस प्रोसेस के दौरान वह कई बार इमोशनल ब्रेकडाउन से गुज़रे.

‘अमिताभ बच्चन को डायरेक्ट करना लगभग अनरियल लगा’

करण ने अपने उस सफर को याद करते हुए बताया कि 28 साल की उम्र में अमिताभ बच्चन को डायरेक्ट करना लगभग अनरियल लगा. असल में करण ने माना कि फिल्म पर काम करते समय वह इमोशनल ब्रेकडाउन से गुज़रे थे. जिसमें शाहरुख खान, काजोल, करीना कपूर, ऋतिक रोशन और जया बच्चन भी थे. करण ने बताया“मेरे साथ ऐसा दो बार अलग-अलग मौकों पर हुआ. एक बार जब मैंने पहली बार मिस्टर बच्चन को डायरेक्ट किया था. और दूसरा जब लता जी ने गाया था. ये दोनों मेरी दूसरी फीचर फिल्म में हुए. मैं 28 साल का था और मुझे लगा यार यह मेरा पूरा बचपन मेरे सामने घूम रहा है. मैं सोच रहा था मैं इससे आगे कैसे जा सकता हूं? और मुझे अब भी नहीं लगता कि मैं गया हूं. आप जानते हैं मुझे लगता है कि मैं पीक पर था. जैसे यह आपका पीक हो सकता है. मुझे लगता है कि मैं 28 साल की उम्र में पीक पर था.”

मैं कंसोल पर बैठा बस रो रहा था-करण

उन्होंने उस समय को याद किया जब स्वर्गीय लता मंगेशकर फिल्म का टाइटल सॉन्ग रिकॉर्ड कर रही थीं. करण ने बताया “लता जी टाइटल ट्रैक गा रही थीं मैं कंसोल पर बैठा बस रो रहा था. जैसे मैं बस रो रहा था. क्योंकि वह मेरा पूरा बचपन हैं. वह सच में हैं. मैं उनका दीवाना हूं. अमित अंकल ऐसे इंसान हैं, जब मैं उनसे मिलता हूं तो उनके पैर छूता हूं. तो मुझे यकीन नहीं होता कि मैं उन्हें डायरेक्ट कर रहा हूं. जिस दिन मैं उन्हें डायरेक्ट कर रहा था उस दिन मुझे बहुत बुरा लग रहा था क्योंकि मैं बहुत स्ट्रेस में था. और आप अमिताभ बच्चन को कैसे बताते हैं कि क्या करना है? जैसे, आपको बस कहना चाहिए, ‘सर, बस वही करें जो आप करते हैं. मैं कौन होता हूं यह कहने वाला?’”

कुछ कुछ होता है से किया था डेब्यू

करण दिवंगत प्रोड्यूसर यश जौहर के बेटे हैं. उन्होंने शाहरुख खान, रानी मुखर्जी और काजोल स्टारर कुछ कुछ होता है से डायरेक्टोरियल डेब्यू किया था. यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बड़ी सक्सेस थी. इसके बाद उन्होंने कभी खुशी कभी गम, कभी अलविदा ना कहना, माई नेम इज़ खान, स्टूडेंट ऑफ़ द ईयर, ऐ दिल है मुश्किल और रॉकी और रानी की प्रेम कहानी जैसी हिट फ़िल्में दीं. डायरेक्शन के अलावा, फ़िल्ममेकर ने कल हो ना हो, दोस्ताना, अग्निपथ, यह जवानी है दीवानी, 2 स्टेट्स, हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया, गुड न्यूज़, केसरी जैसी ब्लॉकबस्टर फ़िल्मों को भी सपोर्ट किया है. उन्होंने हाल ही में तू मेरी मैं तेरा मैं तेरा तू मेरी, जिसमें कार्तिक आर्यन और अनन्या पांडे हैं, और होमबाउंड को भी सपोर्ट किया है.

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