Katrina Kaif Beast Mode: कैटरीना कैफ अपनी मेहनत के लिए काफी फोकस करती है. फिर चाहे वह एक्शन हो या गाने का सीक्वेंस की बात को, वे कड़ी मेहनत के लिए जानी जाती हैं. उनके पति विक्की कौशल भी इस बात की गवाही देते हैं. उन्होंने उनकी ट्रेनिंग प्रोसेस और पर्दे के पीछे की बातें शेयर कीं. पॉडकास्टर रणवीर अल्लाहबादिया के साथ हाल ही में हुई बातचीत में छावा एक्टर ने अपनी पत्नी के डिसिप्लिन और काम के प्रति कमिटमेंट के बारे में बात की. विक्की कौशल ने कहा कि जब कोई गाना या एक्शन सीक्वेंस आने वाला होता है तो वह एक बीस्ट बन जाती है. मैंने उन्हें बहुत डिसिप्लिन्ड देखा है.
मेहनत और नियमों को फॉलो करती हैं
वह किसी भी काम में पूरी तरह से जुट जाती हैं और उनकी डाइट एकदम से बदल जाती है. जबकि मोटिवेशन एक बाहरी फैक्टर है जो शुरुआती चिंगारी का काम कर सकता है. कंसिस्टेंसी और डिसिप्लिन हर दिन आगे बढ़ने में मदद करते हैं. कैटरीना की सोच भी ग्रोथ वाली है. वह आलोचना को अपने काम करने के तरीके और ज़िंदगी के अनुशासित नज़रिए पर हावी नहीं होने देतीं. आदित्य बिड़ला एजुकेशन ट्रस्ट की Mpower मेंटल हेल्थ हेल्पलाइन की हेड रीमा भंडारकर के अनुसार, जब हम अपनी काबिलियत के बारे में आलोचना सुनते हैं, तो चुप होने या पलटकर जवाब देने के बजाय ग्रोथ वाली सोच वाले लोग इसे डेटा की तरह लेते हैं और शांति से यह तय करते हैं कि कहां सुधार करना है.
गलतियों से सीखना चाहिए
कौशल ने कहा, “ग्रोथ माइंडसेट सीन के बीच में स्क्रिप्ट को फिर से लिखने जैसा है, जो कहानी को ज़्यादा गहराई के साथ एक नई दिशा में ले जाता है. यह दबाव में टूटने और एक बुरे अनुभव से ऊपर उठने के बीच का अंतर है. उन्होंने आगे कहा कि जब गलतियों को नज़रअंदाज़ करने की बजाय एक्टिव रूप से काम करने पर फोकस किया जाता है तो प्रोग्रेस तेजी से होती है.
हालांकि, इस तरह की सोच के कुछ नुकसान भी हैं. भंडारकर ने बताया अगर आराम और बैलेंस प्रोसेस का हिस्सा न हों तो सुधार के लिए लगातार इस तरह का दबाव बर्नआउट का कारण बन सकता है. उन्होंने कहा, “अगर नेगेटिव भावनाओं को ठीक से प्रोसेस नहीं किया जाता है, तो यह समय के साथ यह ब्रेकिंग पॉइंट तक पहुंच सकता है. कभी-कभी, सिर्फ़ आलोचना से प्रेरित सुधार पर्सनल लक्ष्यों और मूल्यों से ध्यान हटा सकता है।” बॉलीवुड में कैटरीना कैफ काफी जानी मानी एक्ट्रेस में से एक हैं.