India News(इंडिया न्यूज), Met Gala 2024: फैशन जगत के सबसे बड़े इवेंट में से एक मेट गाला (Met Gala 2024) का आयोजन हर साल बड़े ही धूमधाम से किया जाता है। बता दें यह फैशन इवेंट न्यूयॉर्क के मेट्रोपॉलिटन म्यूजियम ऑफ आर्ट में आयोजित किया जाता है, जिसमें कई हस्तियां हिस्सा लेती हैं। इवेंट में हिस्सा लेने वाले सेलिब्रिटीज रेड कार्पेट पर अपने फैशन का जलवा बिखेरते नजर आते हैं, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि इस इवेंट में रेड कार्पेट का रंग असल में लाल नहीं है।
जब मेहमान स्लीपिंग ब्यूटीज़ रीवाकिंग फैशन के जश्न में इस साल के मेट गाला में पहुंचेंगे, तो उनका स्वागत लाल कालीन से नहीं, बल्कि किनारों पर एयरब्रश किए गए हरे पत्तों के छिड़काव के साथ ऑफ-व्हाइट कालीन से किया जाएगा। मेट गाला की योजना की देखरेख करने वाले योगदान संपादक एडी किरनन ने बताया, “हम शाम के समय संग्रहालय को एक जादुई जंगल में बदलने के विचार से प्रेरित थे और अपने मेहमानों के लिए एक गहन अनुभव के लिए प्रेरणा के लिए प्री-राफेलाइट्स की ओर देखते थे।” पिछले आठ वर्षों से, मेट गाला में “रेड कार्पेट” वास्तव में लाल नहीं रहा है बल्कि, इसका डिज़ाइन उस वर्ष के शो की थीम का झलक रहा है।
हर साल मेट गाला को एक खास थीम (Met Gala 2024 Theme) के साथ मनाया जाता है. इसी क्रम में इस बार आयोजित कार्यक्रम की थीम ‘स्लीपिंग ब्यूटीज: री-वॉकिंग फैशन’ तय की गई। फंक्शन में शामिल हुए सभी सेलिब्रिटीज इसी थीम के मुताबिक स्टाइल करते नजर आए। इसके अलावा, वह लाल कालीन के बजाय, एयरब्रश हरी पत्तियों के नाजुक स्पर्श से सजे एक ऑफ-व्हाइट कालीन पर चलते हुए दिखाई दिए, लेकिन क्या आप जानते हैं कि लाल कालीन के बजाय इस रंग के कालीन का उपयोग क्यों किया गया था?
मेट गाला में रेड कार्पेट का रंग लाल की जगह कुछ और किया गया है। पिछले कई सालों से इस इवेंट में रेड कार्पेट का रंग बदलता आ रहा है. दरअसल, हर साल इस समारोह के कालीन का रंग और डिजाइन कार्यक्रम की थीम के हिसाब से बदलता रहता है। इसी क्रम में पिछले साल “कार्ल लेगरफेल्ड: ए लाइन ऑफ ब्यूटी” थीम के अनुसार कालीन का रंग सफेद रखा गया था। इससे पहले भी मेट गाला इवेंट के कारपेट का रंग और डिजाइन थीम के हिसाब से बदलता रहा है।
मेट गाला कालीन दशकों से फैशन, कला और रचनात्मक अभिव्यक्ति का माध्यम रहा है। प्रारंभ में इस आयोजन के दौरान संग्रहालय के मुख्य प्रवेश द्वार या द्वार पर पारंपरिक लाल कालीन बिछाया जाता था, जो सुंदरता और प्रतिष्ठा का प्रतीक था। हालाँकि, जैसे-जैसे यह कार्यक्रम फैशन और कला के अंतर्संबंध का जश्न मनाने के लिए विकसित हुआ, वैसे-वैसे इसके कालीनों के डिजाइन और रंग में भी बदलाव आया। 2015 में पहली बार “चीन: थ्रू द लुकिंग ग्लास” थीम के अनुसार कालीन का रंग और डिज़ाइन बदला गया, जो आज भी जारी है।
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