होम / मनोरंजन / Rajinikanth Birthday: इस खास दोस्त की बदौलत आसमान पर बैठे हैं थलाइवा, आज भी मानते हैं इस शख्स का एहसान

Rajinikanth Birthday: इस खास दोस्त की बदौलत आसमान पर बैठे हैं थलाइवा, आज भी मानते हैं इस शख्स का एहसान

BY: Preeti Pandey • LAST UPDATED : December 12, 2024, 2:14 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

Rajinikanth Birthday: इस खास दोस्त की बदौलत आसमान पर बैठे हैं थलाइवा, आज भी मानते हैं इस शख्स का एहसान

Rajinikanth Birthday: इस खास दोस्त की बदौलत आसमान पर बैठे हैं थलाइवा

India News (इंडिया न्यूज), Rajinikanth Birthday: रजनीकांत साउथ फिल्म इंडस्ट्री के सबसे मशहूर अभिनेताओं में से एक हैं। तमिल फिल्म इंडस्ट्री का यह सुपरस्टार आज अपना 74वां जन्मदिन मना रहा है। बेंगलुरु के एक मराठी परिवार में जन्मे रजनीकांत को साउथ इंडस्ट्री में भगवान की तरह पूजा जाता है। पूरी दुनिया में उनके लाखों चाहने वाले हैं। अपने 49 साल के फिल्मी करियर में रजनीकांत ने 170 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। इंडस्ट्री में आने से पहले रजनीकांत बस कंडक्टर की नौकरी भी कर चुके हैं।

रजनीकांत का असली नाम शिवाजीराव गायकवाड़ है। उनका जन्म 12 दिसंबर 1950 को बैंगलोर में एक मध्यमवर्गीय मराठी परिवार में हुआ था। उनके पिता रामोजीराव गायकवाड़ पुलिस हेड कांस्टेबल थे। रजनीकांत की मां जीजाबाई की मृत्यु बचपन में ही हो गई थी। उनके चार भाई-बहन हैं और वह उनमें सबसे छोटे थे। भले ही रजनीकांत के घर में मराठी बोली जाती थी, लेकिन उनकी शिक्षा कन्नड़ में हुई थी।

आर्थिक तंगी देखी

जब परिवार आर्थिक तंगी से जूझने लगा तो रजनीकांत ने एक फैक्ट्री में ऑफिस बॉय की नौकरी शुरू कर दी। फिर उन्होंने कुली के तौर पर लोगों का सामान ढोना शुरू किया, लेकिन इस काम से उन्हें ज्यादा कमाई नहीं हो रही थी, इसे देखते हुए रजनीकांत भी बढ़ई बन गए। एक तरफ काम शुरू हो चुका था, वहीं दूसरी तरफ अच्छी नौकरी की तलाश भी जारी थी। आखिरकार कड़ी मेहनत के बाद उन्हें बीटीएस में बस कंडक्टर की नौकरी मिल गई। टिकट बेचने का रजनीकांत का स्वैग भी दूसरों से अलग था। वह मुंह से सीटी बजाकर कस्टमर का ध्यान अपनी ओर खींचते थे।

असली ‘पैन इंडिया’ सुपरस्टार

फिल्म इंडस्ट्री में डेब्यू करने से पहले रजनीकांत ने भले ही बस कंडक्टर की नौकरी की हो, लेकिन वह हमेशा कुछ बड़ा करना चाहते थे। वह हमेशा हीरो बनने का सपना देखते थे। रजनीकांत को उड़ान देने में उनके पूराने दोस्त का पूरा सहयोग था। राज बहादुर वही दोस्त थे जिन्होंने रजनीकांत को मद्रास फिल्म इंस्टिट्यूट में एडमिशन लेने की सलाह दी थी। रजनीकांत को जीवन में पहला ब्रेक 1975 में रिलीज हुई तमिल फिल्म ‘अपूर्वा रागंगल’ से मिला था।

1975 से 1982 तक रजनीकांत ने तमिल, कन्नड़, मलयालम और तेलुगु भाषाओं में कई फिल्में कीं। लेकिन 1983 में रिलीज हुई उनकी हिंदी फिल्म ‘अंधा कानून’ उनके लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुई। भले ही रजनीकांत हिंदी फिल्मों में अपना खास जादू नहीं दिखा पाए, लेकिन ‘अंधा कानून’ के बाद वे सही मायने में पहले पैन इंडिया स्टार बन गए। रजनीकांत ने अपने करियर में एक बंगाली फिल्म में भी काम किया है।

Selena Gomez ने ब्वॉयफ्रेंड संग रचाइ सगाई, फोटोज डाल फ्लॉनट की डायमंड रिंग, टूटा लाखों आशिकों का दिल!

शिवाजीराव क्यों बने रजनीकांत

प्रसिद्ध तमिल फिल्म निर्देशक के. बालचंदर ने शिवाजीराव गायकवाड़ का नाम बदलकर रजनीकांत रख दिया। दरअसल, जब रजनीकांत अपने करियर की शुरुआत कर रहे थे, तब तमिल इंडस्ट्री में शिवाजी गणेशन काफी लोकप्रिय थे। दोनों के नामों में भ्रम की स्थिति न हो, इसके लिए के. बालचंदर ने शिवाजीराव गायकवाड़ को स्टेज नाम ‘रजनीकांत’ रख दिया।

‘थलाइवा’ का क्या मतलब है?

थलाइवा का मतलब है ‘सुपरस्टार’। जब रजनीकांत की फिल्में ‘बैक टू बैक’ हिट होने लगीं, तो उनके प्रशंसक उन्हें ‘थलाइवा’ कहने लगे। आज साउथ इंडस्ट्री में उन्हें ‘थलाइवा’ कहकर सम्मान दिया जाता है।

PM Modi के सामने फिसल गई Ranbir Kapoor की बुआ की जुबान, कही ऐसी बात…वीडियो में Cut बोलते दिखे प्रधानमंत्री

Tags:

Rajinikanth Birthday

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

ADVERTISEMENT