Saiyaara Netflix Review : नेटफ्लिक्स पर हाल ही में 12 सितंबर को रिलीज हुई फिल्म “सैयारा” जिसमें अहान पांडे और अनीत पड्डा हैं. इस फिल्म से लोगों को बहुत उम्मीदें थीं. कई लोगों ने इसे एक इमोश्नल स्टोरी के तौर पर देखा, तो बहुत से लोगों ने बस देख ही लिया. लेकिन अफसोस कि ये फिल्म वो जादू नहीं दिखा पाई जिसकी हम सभी उम्मीद करते हैं. जिन लोगों ने इस मूवी को थिएटर में देखा और जिन्होंने नहीं देखा वो सब अब इस मूवी पर बात कर रहे हैं.
फिल्म की कहानी कुछ अलग थी, जिसमें लव एंगल को काफी अच्छे से दिखाने की कोशिश की गई थी. पर कहानी कहीं बीच में कहीं खो सी गई. स्क्रिप्ट इतनी सही नहीं लगी, जिससे कई जगह कहानी का फ्लो टूटता नजर आया है. कई सीन ऐसे हैं जो ज्यादा लंबा खिंचे हुए लगते हैं और लोगों की रुचि धीरे-धीरे कम होने लगती है. लोगों को फिल्म देखने में समझ नहीं आई लोग इससे कनेक्ट नहीं कर पाए.
एक्टिंग में कमी
अभिनेताओं ने पूरी मेहनत की है, लेकिन डायरेक्शन की कमी के वजह से उनका प्रदर्शन उतना शानदार नहीं बन पाया. खासकर मेन रोल के इमोशन्स में वो गहराई नहीं दिखी जो इस तरह की फिल्म में होनी चाहिए. कुछ सीन ऐसे भी थे, जहां एक्टिंग ज्यादा नाटकीय लग रही थी और वो सीन में मजा नहीं दे पाई.
वहीं फिल्म की क्वालिटी भी कुछ खास नहीं लगी. कैमरा वर्क और एडिटिंग ऐसे थे जो फिल्म के मूड के साथ मेल नहीं खाते. लेकिन कुछ लोगों को फिल्म बहुत अच्छी लगी, तो इस फिल्म को मिक्स रिव्यू मिले. लोगों का मानना है कि फिल्म और अच्छी हो सकती थी. फिल्म में दोनों नए एक्टर्स थे जिसे देखने के लिए बहुत से लोग पहुंचे और पहली मूवी के हिसाब से देखा जाए तो फिल्म एक हद तक ठीक थी, लेकिन अगर एक दूसरे एंगल से देखा जाए तो फिल्म में काफी सुधार हो सकता था और फिल्म और भी अच्छी हो सकती थी. बहुत से लोग तो थिएटर के बाद भी इस फिल्म को देख रहे हैं और फिल्म की जमकर तारीफ कर रहे हैं.
कहानी में नयापन की कमी
आज के जमाने में कई ऐसी फिल्में आ रही हैं जो नए तरीके से पेश हो रही हैं. “सैयारा” में ये नयापन और ताजगी नहीं दिखी. कहीं-कहीं तो ये पुरानी कहानियों की ही दोहराव लगती है, जो लोगों को स्क्रीन से बांधे रखने में असमर्थ रही हैं. फिल्म जब आई थी तो काफी क्रेज था कि लोग फिल्म को देख कर रो रहे थे, लेकिन अब जब फिल्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज की गई है तो लोग इससे ज्यादा कनेक्ट नहीं कर पा रहे हैं.
अगर आप बहुत ज्यादा उम्मीद लेकर “सैयारा” देखने बैठें तो शायद निराश होंगे. फिल्म में कुछ अच्छी कोशिश हैं, लेकिन ये प्रयास पूरी तरह सफल नहीं हो पाए. कहानी, अभिनय और तकनीकी पहलुओं में कई कमियां हैं जो इसे एवरेज फिल्म बना देती हैं. लेकिन नए एक्टर्स के हिसाब से अगर आप देखेंगे तो फिल्म शानदार है.
सैयारा की कहानी
सैयारा एक दिल छू लेने वाली कहानी है, जो एक म्यूजिशियन की जिंदगी के इर्द-गिर्द घूमती है. कृष कपूर, जो अपनी कला और सपनों के बीच फंसा हुआ है, अपनी राह तलाशते हुए एक पत्रकार, वाणी बत्रा से मिलता है. उनकी मुलाकात से एक अनोखा रिश्ता बनता है, जो दोनों के जीवन में नई उम्मीदों को भर देता है.
फिल्म में रिश्तों की गहराई, संघर्ष और कला की ताकत को खूबसूरती से दिखाया गया है. कृष और वाणी की कहानी सिर्फ प्रेम तक सीमित नहीं रह जाती, बल्कि यह उनके सपनों की लड़ाई भी है.
तो कुल मिलाकर, “सैयारा” एक ऐसी फिल्म है जो कुछ लोगों को काफी अच्छी लग रही और कुछ लोग निराश हुए हैं, सबका अपना देखने का नजरिया हैं, तो आप एक बार फिल्म देखिए और बताइए की आपको ये फिल्म कैसी लगी. नेटफ्लिक्स और थिएटर में आ रही फिल्मों के रिव्यू देखने के लिए यहां जरूर विजिट करें.