रश्मि देसाई टीवी इंडस्ट्री की एक जानी-मानी और बेबाक एक्ट्रेस हैं, जिन्होंने ना केवल हिंदी टेलीविजन में, बल्कि भोजपुरी फिल्मों में भी अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया है. उन्होंने ‘उतरन’, ‘दिल से दिल तक’, जैसे पॉपुलर टीवी शोज में अहम रोल प्ले किया है और कई रियलिटी शोज में भी नजर आ चुकी हैं. लेकिन जितनी ग्लैमरस उनकी प्रोफेशनल लाइफ दिखती है, उतनी ही चुनौतियों से भरी रही है उनकी पर्सनल जर्नी. एक इंटरव्यू में रश्मि ने अपने जीवन के उस कड़वे एक्सपीरिएंस को शेयर किया, जब वे कास्टिंग काउच का शिकार बनी थीं.
साल 2024 में दिए गए एक इंटरव्यू में रश्मि देसाई ने बताया कि महज 16 साल की उम्र में उन्होंने कास्टिंग काउच का सामना किया था. उन्हें एक ऑडिशन के लिए बुलाया गया था, लेकिन वहां पहुंचने पर उन्होंने पाया कि लोकेशन पर सिर्फ एक ही व्यक्ति मौजूद था. उस व्यक्ति ने उन्हें बेहोश करने की कोशिश की. रश्मि ने बताया कि वो इस स्थिति से बहुत असहज थीं और किसी तरह वहां से बाहर निकलने में सफल रहीं. इस डरावने एक्सपीरिएंस के बाद उन्होंने अपनी मां को पूरी घटना बताई.
मां ने सिखाया गलत को जवाब देना
इस घटना के अगले ही दिन रश्मि अपनी मां के साथ उस व्यक्ति से दोबारा मिलने गईं. रश्मि बताती हैं कि उनकी मां ने न सिर्फ उस शख्स से सवाल किए, बल्कि उसे थप्पड़ भी मारा ताकि उसे सबक मिल सके. रश्मि कहती हैं कि कास्टिंग काउच एक कड़वा सच है, जो सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री में ही नहीं, बल्कि कई अन्य क्षेत्रों में भी मौजूद है. हालांकि, वो ये भी मानती हैं कि हर इंडस्ट्री में अच्छे और बुरे दोनों तरह के लोग होते हैं. रश्मि खुद को इस बात के लिए भाग्यशाली मानती हैं कि उन्हें बाद में कई अच्छे लोगों के साथ काम करने का मौका मिला.
वर्कफ्रंट पर रश्मि की वापसी
रश्मि देसाई आखिरी बार 2025 में रिलीज हुई गुजराती फिल्म ‘मोम तने नई समझे’ में नजर आई थीं. इस पारिवारिक ड्रामा फिल्म में उनके साथ टीवी एक्टर अमर उपाध्याय मुख्य भूमिका में थे. फिल्म का निर्देशन धर्मेश मेहता ने किया था और इसे लोगों ने काफी पसंद किया.