India News (इंडिया न्यूज़), Vijayadashami Films, दिल्ली: बॉलीवुड फिल्मों में ज्यादातर सभी तरह के त्योहारों को बड़ी खूबसूरती से दिखाया जाता है। ऐसे में कई त्योहारों में बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व दशहरा भी कई खूबसूरती से दिखाया गया है। फिल्मों में से कुछ में साधारण तरीके से मनाया गया है लेकिन कई फिल्मों का तो क्लाइमैक्स सीधा दशहरे पर आधारित है। तो ऐसे में कहा जा सकता है की फिल्मों में बुराई पर अच्छाई की जीत को काफी खूबसूरती के साथ प्रदर्शित किया गया है। आज के इस आर्टिकल में हम आपको वहीं कुछ फिल्मों के बारे में जानकारी देंगे।

स्वदेस (Swades)

शाहरुख खान की फिल्म स्वदेश के बारे में बात करें तो उसमें गायत्री जोशी ने उनके साथ काम किया था। फिल्म में “पाल पाल है भरी” गाने के दौरान रामलीला से शुरू होकर रावण दहन तक के दृश्य को दिखाया गया था। इस सीन के बाद ही शाहरुख खान को अपने गांव में बिजली लाने का साधन मिलता है। तो फिल्म दशहरा ही बुराई और अंधेरे को मिटाकर रोशनी की किरण को जलाता है।

रा.वन (Ra.one)

साइंस फिक्शन फिल्म रा.वन की बात की जाए तो इस फिल्म में रा.वन नाम का विलन था। जिसका किरदार अर्जुन रामपाल ने निभाया था। यह फिल्म पूरी तरीके से वीडियो गेम पर आधारित थी। इसमें वीडियो गेम का विलन असल जिंदगी में आ जाता है और वीडियो गेम का हीरो ही असर जिंदगी में आगे सभी को बचाता है। इस फिल्म में रावण को मारते हुए दशहरे के मौके पर ही दिखाया गया है।

दसरा (Dasra)

इस फिल्म का नाम दशहरा पर ही रखा गया है। साउथ की फिल्म बहुत ही ज्यादा पसंद की गई थी। इसमें क्लाइमैक्स सीन में बुराई पर अच्छाई की जीत को साफ तौर पर दिखाया गया है। दशहरे के दिन विलेन की मौत को दिखाया जाता है। इस फिल्म में हीरो रावण दहन के बाद विलन को मार डालता है। दसरा के नाम पर बने इस फिल्म में दशहरे को काफी खूबसूरती से दिखाया गया है।

मरजावां (Marjavaan)

सिद्धार्थ मल्होत्रा और तारा सुतारिया की फिल्म मरजावां का क्लाइमेक्स दशहरे पर ही होता है। दशहरे के मौके पर इस फिल्म में बुराई का अंत होते हुए दिखाया गया है। विलेन के रूप में रितेश देशमुख को देखा जा सकता है और हीरो सिद्धार्थ मल्होत्रा हैं। जिनकी मंगेतर की मौत हो जाती है।

गोलियों की रासलीला: रामलीला (Goliyon ki Rasleela: Ramleela)

पोपुलर फिल्म रणवीर सिंह और दीपिका पादुकोण स्टारर यह फिल्म दशहरे के ऊपर आधारित है। जिसमें रावण दहन के साथ सीन दिखाए जाते हैं। यह फिल्म गुजरात के दो गांव पर आधारित है। जिनमें आपसी रंजिश होती है और गैर कानूनी काम भी होते हैं। फिल्म के क्लाइमेक्स में दोनों गांव की दुश्मनी को दोस्ती में बदलते हुए दिखाया जाता है। जब राम और लीला एक दूसरें को गोली मार लेते है।

प्रेमग्रंथ (Premgranth)

माधुरी दीक्षित की फिल्म जिसमें ऋषि कपूर ने उनके साथ काम किया है। यह भी बुराई पर अच्छाई की जीत को दिखाती है। फिल्म की आखिर में माधुरी दीक्षित का किरदार दुष्कर्म करने वाले विलेन को दशहरे के दिन ही मार देता है। जिसमें वह धनुष चला कर रावण दहन करती हैं।

भवाई (Bhavai)

यह फिल्म गुजरात के खाखरा गांव की कहानी है, जहां पर रामलीला की जाती है और राजा राम जोशी यानी प्रतीक गांधी को रावण का किरदार करने को दिया जाता है। जिनको रामलीला की सीता से प्यार हो जाता है। यह फिल्म लोगों को रील और रियल किरदारों का फर्क समझाती है, जिसमें दशहरा का सीन बांध कर रखने वाला है।

 

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