संबंधित खबरें
क्या आपको भी सोते समय आते है शारीरिक संबंध बनाने के सपने? क्या होता है ऐसे सपनो का मतलब, जानें सब कुछ
पिता से ज्यादा पति के लिए भाग्य का भंडार होती है ऐसी लड़कियां, पसंद करने जाए लड़की तो देख ले उसकी उंगली पर ये एक साइन?
इन लोगों को भूलकर भी नहीं पहनना चाहिए रुद्राक्ष, शिव जी का ऐसा प्रकोप दिखाता है कि…?
जब कर्ण की ओर आग-बबूला हो गदा लेकर दौड़े थे हनुमान, फिर किसने किया था बजरंग बली का गुस्सा शांत और बचाई थी कर्ण की जान?
इस देवता की मृत्यु के बाद क्यों उनके शरीर की राख को 8 भागों में कर दिया गया था विभाजित?
जब भगवान राम अपने भक्त पर ब्रह्मास्त्र चलाने को हो गए थे मजबूर, क्या सच में हनुमान को सुनाई थी मौत की सज़ा?
इंडिया न्यूज :
Do Bhai Dooj Tilak for Brothers Long Life : भैया दूज के दिन बहनें अपने भाई के माथे पर रोली और अक्षत से तिलक कर उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए कामना करती हैं। इस दिन बहनें अपने भाइओं को अपने घर भोजन के लिए बुलाती हैं। माना जाता है कि इससे भाई की उम्र बढ़ती है। इसके साथ ही भाई अपनी बहन को कुछ उपहार या दक्षिणा देते हैं।
Read Also : Bhaiya Dooj Auspicious Time and Worship Method भैया दूज का शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
हिंदू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाईदूज का पर्व मनाया जाता है। भाईदूज को भैया दूज, भाई टीका, यम द्वितीया, भ्रातृ द्वितीया आदि नामों से भी जाना जाता है। इस बार भाईदूज का पर्व 06 नवंबर 2021 (शनिवार) को मनाया जाएगा। भैया दूज का पर्व देशभर में धूमधाम से मनाया जाता है।
इस दिन बहनें अपने भाई के माथे पर रोली और अक्षत से तिलक कर उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए कामना करती हैं। इस दिन बहनें अपने भाईओं को अपने घर भोजन के लिए बुलाती हैं। माना जाता है कि इससे भाई की उम्र बढ़ती है। इसके साथ ही भाई अपनी बहन को कुछ उपहार या दक्षिणा देते हैं।
भाईदूज के दिन यमराज का पूजन किया जाता है और इस दिन यमुना में डुबकी लगाने का विशेष महत्व है। पौराणिक कथा के अनुसार मान्यता है कि इस दिन यम देव अपनी बहन यमुना के कहने पर घर पर भोजन करने गए थे।
इस दिन सुबह स्नान करके साफ कपड़े पहनें और भगवान की पूजा करें।
अब भाई का तिलक करने के लिए थाल सजा लें।
पूजा की थाली में कुमकुम, सिंदूर, चंदन, फल, फूल, मिठाई, अक्षत और सुपारी रख लें। भाई को तिलक करने से पहले पिसे हुए चावल के आटे या घोल से चौक बनाएं और शुभ मुहूर्त में इस चौक पर भाई को बिठाएं। इसके बाद भाई को तिलक लगाएं। भाई को तिलक करने के बाद फूल, पान, सुपारी, बताशे और काले चने भाई को दें और उनकी आरती उतारें।
तिलक और आरती करने के बाद भाई को मिठाई खिलाएं और अपने हाथों से बना भोजना कराएं।
Read Also : How to Make Hair Grow Longer बालों को लम्बा कैसे करें
भगवान सूर्यदेव की पत्नी का नाम छाया है। उनकी कोख से यमराज तथा यमुना का जन्म हुआ। यमुना अपने भाई यमराज से बड़ा स्नेह करती हैं। वह उनसे बराबर निवेदन करतीं कि वह उनके घर आकर भोजन करें, लेकिन यमराज अपने काम में व्यस्त रहने के कारण यमुना की बात टाल जाते थे।
कार्तिक शुक्ल द्वितीया को यमुना ने अपने भाई यमराज को भोजन करने के लिए बुलाया। बहन के घर जाते समय यमराज ने नरक में निवास करने वाले जीवों को मुक्त कर दिया। भाई को देखते ही यमुना ने हर्ष-विभोर होकर भाई का स्वागत सत्कार किया तथा भोजन करवाया।
इससे प्रसन्न होकर यमराज ने बहन से वर मांगने को कहा। बहन ने भाई से कहा कि आप प्रतिवर्ष इस दिन मेरे यहां भोजन करने आया करेंगे तथा इस दिन जो बहन अपने भाई को टीका करके भोजन खिलाये, उसे आपका भय न रहे। यमराज तथास्तु कहकर यमुना को अमूल्य वस्त्राभूषण देकर यमपुरी चले गये।
ऐसी मान्यता है कि जो भाई आज के दिन यमुना में स्नान करके पूरी श्रद्धा से बहनों के आतिथ्य को स्वीकार करते हैं, उन्हें यम का भय नहीं रहता।
Do Bhai Dooj Tilak for Brothers Long Life
Read Also : How to Treat a Headache or Migraine सिरदर्द या माइग्रेन का इलाज कैसे करें
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.