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(इंडिया न्यूज़, Do this way to impress Chhath Maiya, all wishes will be fulfilled): छठ का त्योहार लोगों के दिल के बहुत करीब होता है खासतौर पर उनके लिए जो बिहार, झारखंड उत्तर प्रदेश से हैं। सूर्य देव की बहन यानी छठी मैया को समर्पित यह त्योहार इन राज्यों में सबसे महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है, जितना ही इसके रीति रिवाज देखने में खूबसूरत लगते हैं। उतना ही कठिन भी होता है। इसे करना किसी कठिन तपस्या से कम नहीं है।
आपको बता दें कि छठ पूजा के दूसरे दिन को खरना कहते हैं। भक्त खरना वाले दिन सूर्योदय से सूर्यास्त तक निर्जला व्रत रखते हैं। इसके साथ ही शाम को सूर्य देव को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत खोलते हैं। महिलाएं इस दिन प्रसाद के रूप में मुख्य रूप से खीर बनाती हैं। छठी मैया सूर्य का प्रसाद बनाने के लिए शुद्ध बर्तन मिट्टी के चूल्हे का ही प्रयोग किया जाता है, जिसका अपना एक महत्व है, जो जातक इस व्रत को करते हैं उसपर छठी मैया प्रसन्न होकर उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं।
इसलिए हर किसी को यह व्रत पूरे विधि विधान के अनुसार ही करना चाहिए। बता दें कि अगर खरना के दिन जो लोग गरीबों की मदद करते हैं उन्हें खरना का प्रसाद दान में देते हैं। उसपर माता रानी की विशेष कृपा बनी रहती है.
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