संबंधित खबरें
पिता से ज्यादा पति के लिए भाग्य का भंडार होती है ऐसी लड़कियां, पसंद करने जाए लड़की तो देख ले उसकी उंगली पर ये एक साइन?
इन लोगों को भूलकर भी नहीं पहनना चाहिए रुद्राक्ष, शिव जी का ऐसा प्रकोप दिखाता है कि…?
जब कर्ण की ओर आग-बबूला हो गदा लेकर दौड़े थे हनुमान, फिर किसने किया था बजरंग बली का गुस्सा शांत और बचाई थी कर्ण की जान?
इस देवता की मृत्यु के बाद क्यों उनके शरीर की राख को 8 भागों में कर दिया गया था विभाजित?
जब भगवान राम अपने भक्त पर ब्रह्मास्त्र चलाने को हो गए थे मजबूर, क्या सच में हनुमान को सुनाई थी मौत की सज़ा?
ताउम्र कर्ण को क्यों आते रहे बेचैन करदेने वाले सपने, ऐसे जुड़े थे कुंती से इस योद्धा से तार, सच जान हो जाएंगे हैरान!
Thand Par Shayari 2022: बदलते मौसम के साथ सर्दी का आगमन हो गया है और इसी सर्दी पर हम आपके लिए Sardi ki shayari in Hindi 2022 ले कर आये है। सर्दी का मौसम सभी को ज्यादा पसंद होता है और सर्दी में गर्म-गर्म चाय और माँ के हाथ से बने पकोड़े खाने का मज़ा ही अलग आता है। तो इस सर्दी में हम आपके साथ ठंड की शायरी शेयर करने जा रहे हैं।
सर्दी के मौसम का मजा अलग सा है, रात मे रजाई का मजा अलग सा है,
धुंध ने आकर छिपा लिया सितारों को, आपकी जुदाई का ऐहसास अब अलग सा है।
पहन लो आप स्वेटर आपसे यही हैं, हमारी गुज़ारिश,
मुबारक हो आपको सर्दी की पहली बारिश।
हवा का झोंका आया तेरी खुशबू साथ लाया,
मैं समझ गया की तू आज फिर नहीं नहाया।
फूलों की सुगंध मूँगफली की बहार, सर्दी का मौसम आने को तैयार,
रजाई, स्वेटर रखो तैयार हैप्पी, सर्दी का मौसम मेरे यार।
कितना दर्द हैं दिल में दिखाया नही जाता, गंभीर हैं किस्सा सुनाया नही जाता,
विडियो कॉल मत कर पगली, रजाई में से मुहँ निकाला नही जाता।
हमें इसी ठंड का इन्तजार है, बीमारी तो एक बहाना है कभी
हमसफर बनके देखो तो जानो, ये सफर कैसा सुहाना है।
गर्मी में सब कहते हैं की ठंडी-ठंडी आइसक्रीम खा लो,
और ठंड में सब कहते हैं की गरमा-गरम अंडा खा लो।
लिपट जाओ मेरे सीने से की आगाज़-ए-सर्दी है,
ये ठंडी हवा कही तुम्हे बीमार न कर दे।
Also Read : Rose Day 2022 Whatsapp and Facebook Messages
Also Read : Rose Day 2022 Messages for Family
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.