IAS Tina Dabi Success Story: आईएएस अधिकारी टीना डाबी की कहानी आज भी हजारों यूपीएससी उम्मीदवारों को मोटिवेट करती रहती है. वह भारत की सबसे प्रेरणादायक सिविल सेवकों में से एक हैं और उनका नाम अविस्मरणीय है. टीना डाबी ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) सिविल सेवा परीक्षा 2015 में अपने पहले ही प्रयास में सीएससी रैंक 1 प्राप्त करके इतिहास रच दिया. 9 नवंबर, 1993 को भोपाल में जन्मीं टीना डाबी बाद में दिल्ली चली गईं और वहीं से अपनी पढ़ाई पूरी की. आइए उनकी शैक्षणिक योग्यता, प्रारंभिक जीवन, यूपीएससी रैंक और तैयारी के दौरान अपनाई गई रणनीति और टाइम टेबल पर एक नजर डालते हैं. शायद ही कोई बिरला हो जो टीना डाबी को ना पहचानता हो.
टीना डाबी की यूपीएससी रैंक
टीना डाबी शुरूआत से ही पढ़ने में काफी होशियार रही हैं. उन्होंने बचपन से ही आईएएस बनने का सपना देख लिया था. वे बचपन से ही इसी रोडमैच के अनुसार पढ़ाई करती रहीं. यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2015 में भाग लिया और शानदार सफलता प्राप्त की. वह यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाली अनुसूचित जाति श्रेणी की पहली महिला भी बनीं. डाबी ने कुल 1,063 नंबर हासिल करके अखिल भारतीय रैंक (AIR) 1 हासिल की.
नींव को किया मजबूत
टीना ने दिल्ली के कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल और बाद में जीसस एंड मैरी स्कूल में पढ़ाई की. उन्होंने कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में राजनीति विज्ञान और इतिहास में पूरे 100 नंबर हासिल किए. इन विषयों के प्रति उनका प्रेम जारी रहा और UPSC की तैयारी में उन्हें इससे काफी मदद मिली. उनकी मजबूत वैचारिक समझ और अनुशासित अध्ययन शैली ने उन्हें शुरुआती दौर में ही दूसरों से अलग पहचान दिलाई. स्कूल की पढ़ाई पूरी होने के बाद टीना ने दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्री राम महिला महाविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की, जो आज भी भारत के सबसे प्रतिष्ठित महाविद्यालयों में से एक है.
उन्हें अपने बेस्ट परफॉर्मेंस के लिए साल की टॉप छात्रा के रूप में सम्मानित किया गया. उन्होंने कॉलेज के पहले साल में ही यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी थी. यही वजह है कि शैक्षणिक और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी को उल्लेखनीय एकाग्रता के साथ संतुलित करने के लिए आज भी उम्मीदवारों द्वारा उनकी प्रशंसा की जाती है।

टीना डाबी का परिवार भी शिक्षित
टीना डाबी की सफलता में उनके घर के मजबूत सहयोग का भी अहम योगदान है. उनकी मां, हिमानी डाबी, इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा की पूर्व टॉपर हैं और भारत सरकार में भारतीय इंजीनियरिंग सेवा अधिकारी के रूप में कार्यरत थीं. अपनी बेटियों का मार्गदर्शन करने के लिए उन्होंने जल्दी सेवानिवृत्ति ले ली और उनकी तैयारी में सक्रिय भूमिका निभाई. टीना की छोटी बहन, रिया डाबी भी यूपीएससी टॉपर हैं और आईएएस अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं.