Bhawani Mandi Railway Station: देश में एक अनोखा रेलवे स्टेशन है, जहां दो राज्यों की ट्रेनें एक ही प्लेटफॉर्म पर खड़ी होती है. राजस्थान के झालावाड़ में भवानी मंडी रेलवे स्टेशन खास तौर पर खास है. इस स्टेशन का एक हिस्सा राजस्थान में है जबकि दूसरा मध्य प्रदेश के भेंसोदा मंडी में है. हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भवानी मंडी रेलवे स्टेशन समेत कई स्टेशनों के रीडेवलपमेंट की घोषणा की है. राजस्थान के झालावाड़ जिले में भवानी मंडी और मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में भेंसोदा मंडी असल में जुड़वां शहर है. रेलवे स्टेशन का सामने का गेट भवानी मंडी के बाज़ार की दुकानों और घरों की तरफ खुलता है, जबकि पीछे का दरवाज़ा मध्य प्रदेश के भेंसोदा मंडी में खुलता है.
टिकट काउंटर 2 राज्य में है
दोनों शहर जुड़े हुए हैं, फिर भी उनके राज्य अलग-अलग है. यह स्टेशन इसलिए भी अनोखा है क्योंकि जब कोई यात्री टिकट काउंटर पर आता है, तो वह राजस्थान में खड़ा होता है, जबकि टिकट काउंटर का स्टाफ मध्य प्रदेश में बैठता है. इसके अलावा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म का एक हिस्सा राजस्थान में है जबकि दूसरा हिस्सा मध्य प्रदेश में है. यह अजीब लग सकता है, लेकिन यह बिल्कुल सच है. डायरेक्टर सैयद फैज हुसैन ने भवानी मंडी नाम की एक कॉमेडी फ़िल्म भी बनाई है.
मार्केट का एक हिस्सा राजस्थान में है, जबकि दूसरा हिस्सा मध्य प्रदेश में
रेलवे स्टेशन की तरह यह शहर भी अनोखा है. भवानी मंडी राजस्थान में है जबकि दूसरा हिस्सा मध्य प्रदेश में है. इस शहर के मार्केट की दुकानें राजस्थान की तरफ है. जबकि पीछे का हिस्सा मध्य प्रदेश की तरफ है. दोनों शहर ट्रेड, ट्रांसपोर्ट, स्कूल, कॉलेज और मेडिकल सुविधाओं से जुड़े हुए हैं. कुछ हद तक, भवानी मंडी पर बहुत ज़्यादा निर्भरता है, जहां अच्छे हॉस्पिटल, प्राइवेट और सरकारी स्कूल है.
भवानी मंडी में अफ़ीम बिकती है
अफ़ीम के सरकारी लीज होने की वजह से भवानी मंडी इलाके में अफ़ीम की खेती होती है. इसलिए अक्सर तस्करी के मामले सामने आते है. रेल से भी ड्रग्स की तस्करी होती है. राजस्थान में क्राइम करने वाला व्यक्ति मध्य प्रदेश में छिप जाता है, जबकि मध्य प्रदेश में क्राइम करने वाला व्यक्ति राजस्थान में छिप जाता है. जहां दोनों राज्यों के बीच बॉर्डर के कुछ कारणों से फ़ायदे है. वहीं इसके नुकसान भी है.