India News Haryana (इंडिया न्यूज), CM Nayab Saini : फरीदाबाद में रविवार को मुख्यमंत्री नायब सैनी डबुआ इलाके में भाजपा की मेयर उम्मीदवार प्रवीण जोशी के समर्थन में रोड शो कर रहे हैं, थे कि इस दौरान मुख्यमंत्री की सुरक्षा में 2 बार बड़ी चूक देखने को मिली है। पहले हुई घटना में सीएम सैनी के वाहन की तरफ किसी ने मोबाइल फेंक दिया और वहीं दूसरी घटना में फिर एक व्यक्ति ने अपने कपडे उतार उन्हें काला झंडा दिखाया। हालाँकि सुरक्षा कर्मियों ने तुरंत मामले को संभालने का प्रयास किया और आरोपी व्यक्ति को काबू किया।
बता दें कि रविवार को फरीदाबाद में भाजपा की मेयर उम्मीदवार प्रवीण जोशी के समर्थन में सीएम सैनी रोड शो कर रहे थे कि इसी बीच एक व्यक्ति सीएम के सुरक्षा घेरे में घुसा, उसने पहले अपने कपड़े उतारे और फिर सीएम के वाहन से करीब 20 फीट की दूरी पर खड़े होकर काला झंडा दिखाया। चूंकि सीएम की सुरक्षा में कई जवान वहां पर तैनात थे, इसलिए उसी समय उसे हिरासत में ले लिया गया।
वहीं पुलिस के मुताबिक आरोपी की पहचान आप के जिला ज्वाइंट सेक्रेटरी के तौर पर हुई है। ये भी पता चला है कि आरोपी की पत्नी फरीदाबाद के ही वार्ड-8 से आप की टिकट पर पार्षद का चुनाव लड़ रही हैं। वहीं इस घटना से जुड़ा एक वीडियो वायरल हो रहा है, यह घटना स्पष्ट तौर पर सकती है। साथ ये भी सामने आया है कि इस घटना से पहले इसी रोड शो में नायब सैनी की तरफ किसी ने मोबाइल फेंक दिया था। हालांकि, मोबाइल सीएम नायब सैनी तक नहीं पहुंचा। वह गाड़ी पर लगकर नीचे गिर गया। इसके बाद सुरक्षाकर्मी तुरंत हरकत में आए और मोबाइल कब्जे में ले लिया।
वहीं दो दिन पहले भी सीएम सैनी की सुरक्षा को लेकर हरियाणा सरकार ने चंडीगढ़ पुलिस पर नाराजगी जताई थी, क्योंकि सीएम सैनी के हरियाणा निवास जाते वक्त रूट क्लियर कराना चंडीगढ़ पुलिस की जिम्मेदारी थी। इसके बावजूद जब वे संत कबीर कुटीर से हरियाणा निवास के लिए आए तो पंजाब भवन के बाहर गेट बंद था। इस गेट की चाबी पंजाब सरकार की तरफ से लगाए गार्ड के पास थी।
सैनी ने शुक्रवार को कहा कि पंजाब भवन का गेट बंद होना गलत था। इस घटना के बाद से चंडीगढ़ पुलिस सवालों में घिर गई है। हरियाणा सरकार ने भी चंडीगढ़ पुलिस के आगे कड़ा एतराज जताया है। बता दें कि गेट बंद होने से बुधवार की रात सीएम नायब सैनी का काफिला 15 मिनट तक हाई सेंसिटिव जोन में रोड पर खड़ा रहा। इस दौरान केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी उनके साथ थे।