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कहा-शिक्षण संस्थाओं के सहयोग से प्रदेश हो सकता है नारकोटिक्स अपराध मुक्त
एडीजीपी श्रीकांत जाधव ने की राज्यपाल से मुलाकात
इंडिया न्यूज, चंडीगढ़:
विश्वविद्यालयों व शिक्षण संस्थाओं के सहयोग से हरियाणा को पूरी तरह नारकोटिक्स अपराध मुक्त किया जा सकता है, इसलिए राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो राज्य के सरकारी व निजी क्षेत्र के विश्वविद्यालयों तथा शिक्षण संस्थाओं से जुड़कर मादक पदार्थों की तस्करी व अवैध प्रयोग को रोकने के लिए प्रभावी अभियान चलाएं। यह बात हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने मंगलवार को राजभवन में उनसे मिलने आए राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के एडीजीपी श्रीकांत जाधव से बातचीत करते हुए कही ।
उन्होंने कहा कि ब्यूरो के अधिकारी शिक्षण संस्थाओं से समन्वय स्थापित कर ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में मादक निषेध के लिए युवाओं को जागृत करें। साथ ही नारकोटिक्स अपराध रोकने में जागरुकता के लिए युवाओं का भरपूर सहयोग लें। उन्होंने कहा कि इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन व शिक्षण संस्थाओं का प्रशासनिक ढांचा बेहद कारगर सिद्ध हो सकता है। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन अपने-अपने सूचना तंत्र, सोशल मीडिया तथा मीडिया के दूसरे साधनों जिनमें नाटक, रैलियों व स्किट आदि के माध्यम से मादक पदार्थों की तस्करी व अवैध प्रयोग को रोकने में बेहतर ढंग से कार्य कर सकते हैं। विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र शहरी, गांव व अन्य दूर दराज के क्षेत्रों में उपरोक्त माध्यमों से प्रभावी संदेश देकर लोगों में नशे के खिलाफ जागरूकता पैदा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि एनसीसी स्काउट्स तथा एनएसएस से जुड़े छात्र और महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। इसके साथ-साथ रेडक्रॉस व अन्य सामाजिक, सरकारी व गैर-सरकारी संगठनों का भी सहयोग भी लिया जा सकता है।
राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के एडीजीपी श्रीकांत जाधव ने बताया कि हरियाणा में केन्द्र की तर्ज पर राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो स्थापित किया गया है, जो राज्यों में देश का पहला राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो है। उन्होंने बताया कि पूरे हरियाणा राज्य में जिला स्तर पर 17 शाखाएं खोलने की योजना है। अभी तक 12 जिलों में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की शाखाओं की स्थापना की जा चुकी है। इन जिलों में हिसार, फतेहाबाद, करनाल, सिरसा, कैथल, अंबाला, पंचकूला, कुरूक्षेत्र, फरीदाबाद, रोहतक, गुरुग्राम व रेवाड़ी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि मादक पदार्थों से संबंधित सूचना देने के लिए मुख्यालय स्तर पर टोल फ्री नम्बर एवं मोबाइल नम्बर-9050891508 भी स्थापित किया गया है। उपनिरीक्षक स्तर के अधिकारी को टोल फ्री का इंचार्ज बनाया गया है जो संबंधित जिलों की यूनिटों को तुरंत सूचना देगा। कोई भी व्यक्ति टोल फ्री नम्बर पर सूचना दे सकता है। सूचना देने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाएगा।
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