संबंधित खबरें
शरीर को सबसे ज्यादा लोहा-लाट बनाता है ये भारतीय खाना, अब तो दुनिया भर में हो रही है इसकी जय-जयकार
कब्ज़ से लेकर पाइल्स तक क्या इंग्लिश टॉयलेट बन रहा है पेट के हर रोग की वजह? सिर्फ टॉयलेट शीट या बैठने की पोजीशन भी है एक और कारण!
पुरुषों के इस अंग को डैमेज कर देता है गर्म पानी से उनका नहाना, बन जाएंगे नपुंसक…मर्द भूलकर भी इस अंग पर न डालें हॉट वाटर, नहीं तो…?
चीन में फैले नए वायरस HMPV से हाल हुआ बेकाबू भारत में भी जारी हुआ अलर्ट, यहां जानें एडवायजरी लागू
हार्ट अटैक से 30 दिन पहले आंखों में दिखते हैं ये 5 लक्षण, भूलकर भी ना करें इग्नोर
तापमान गिरने के साथ बढ़ रहा दिल का दौरा, जान लें ठंड में बढ़ने लगा है 4 तरह के हार्ट प्रेशर का खतरा, अभी से खुद को लें रोक!
India News (इंडिया न्यूज), Alert From Bedbugs: परिवर्तन प्रकृति का नियम है। हर जीव, चाहे वह इंसान हो, जानवर हो, या कीट, सभी समय के साथ परिस्थितियों के अनुसार बदलते रहते हैं। हाल ही में वैज्ञानिकों ने एक मामूली जीव – खटमल – के बारे में ऐसी चौंकाने वाली जानकारी दी है, जो हर किसी को हैरान कर सकती है। यह जीव, जो हमारे बिस्तरों और चारपाई में छुपे रहते हैं, अब 20 हजार गुना अधिक खतरनाक और मुश्किल हो गए हैं। इन खटमलों को मारना अब पहले से कहीं ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो गया है।
डेली स्टार न्यूज वेबसाइट के अनुसार, जापान के शोधकर्ताओं ने खटमलों की एक नई और अत्यधिक खतरनाक किस्म खोजी है। हिरोशिमा यूनिवर्सिटी के ग्रैजुएट स्कूल ऑफ इंटिग्रेटेड साइंसेज के वैज्ञानिकों ने बताया कि इन खटमलों में 729 बार म्यूटेशन हो चुका है। इन बदलावों ने इन्हें इतना मजबूत बना दिया है कि अब कीटनाशकों का इन पर कोई असर नहीं होता।
बचपन की यादें बुढ़ापे तक नही छोड़ती पिछा! स्टडी में हुआ बड़ा खुलासा, जवानी में बरत लें ये सावधानी
इन खटमलों की बाहरी शेल (कवच) पहले से अधिक मोटी और सख्त हो गई है, जिससे साधारण कीटनाशक या स्प्रे भी इन्हें नुकसान नहीं पहुंचा पा रहे हैं। यह सुपर-पावर खटमल पायरेथरॉइड्स, जो आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले कीटनाशक हैं, के प्रति 20 हजार गुना अधिक प्रतिरोधक शक्ति विकसित कर चुके हैं।
हालांकि खटमल इंसानों में कोई गंभीर बीमारी नहीं फैलाते, लेकिन इनके काटने से खुजली, रैश और मामूली संक्रमण हो सकता है। मादा खटमल एक बार में 5 अंडे दे सकती है और अपने जीवनकाल में 500 से 700 अंडे तक दे सकती है। इनकी यह प्रजनन क्षमता इन्हें और अधिक खतरनाक बना देती है।
60 के दशक में डीडीटी जैसे प्रभावी कीटनाशकों ने खटमलों की आबादी पर काफी हद तक नियंत्रण किया था। लेकिन समय के साथ खटमलों ने खुद को इन कीटनाशकों के खिलाफ प्रतिरोधी बना लिया। अब ये कीटनाशक इन पर बेअसर हो गए हैं। शोधकर्ताओं का मानना है कि घरों के तापमान को बढ़ाकर इन खटमलों को मारा जा सकता है, लेकिन यह प्रक्रिया इंसानों के लिए असुविधाजनक हो सकती है।
शोधकर्ताओं का मानना है कि इस नई खोज से ब्रिटेन और अन्य देशों में भी खटमलों की समस्या को सुलझाने में मदद मिल सकती है। खटमल नियंत्रण के लिए नई तकनीकों और उत्पादों की आवश्यकता है, जो इन सुपर-पावर खटमलों पर प्रभावी साबित हो सकें।
इंसान का मांस तक खा जाती है ये दाल, प्रेटीन नहीं बल्कि भक्षक बनती है आपके लिए ये दाल, जानें नाम?
खटमलों का यह नया और खतरनाक रूप हमारे लिए एक गंभीर चेतावनी है। इनके प्रभाव और प्रजनन क्षमता को देखते हुए यह जरूरी हो गया है कि इनसे निपटने के लिए बेहतर और वैज्ञानिक समाधान ढूंढे जाएं। अब यह हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हम अपने घरों को साफ-सुथरा रखें और इनकी रोकथाम के लिए उचित कदम उठाएं।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.