होम / हेल्थ / Anti Abortion Drug 17 OHPC : अबॉर्शन रोकने वाली दवा '17-ओएचपीसी' से बच्चे में होता है कैंसर का दोगुना जोखिम

Anti Abortion Drug 17 OHPC : अबॉर्शन रोकने वाली दवा '17-ओएचपीसी' से बच्चे में होता है कैंसर का दोगुना जोखिम

PUBLISHED BY: Sameer Saini • LAST UPDATED : November 13, 2021, 11:22 am IST
ADVERTISEMENT
Anti Abortion Drug 17 OHPC : अबॉर्शन रोकने वाली दवा '17-ओएचपीसी' से बच्चे में होता है कैंसर का दोगुना जोखिम

Anti Abortion Drug 17 OHPC

Anti Abortion Drug 17 OHPC : दवाओं के साइडइफैक्ट्स को लेकर हमारे मन में हमेशा सवाल रहता है। क्योंकि आमतौर पर इस्तेमाल होने वाली कई ऐसी दवाएं हैं, जिनके लॉन्ग टाइम साइडइफैक्ट्स होते है। इसीलिए हमेशा यह सलाह दी जाती है कि कोई भी दवा स्पेशलिस्ट डॉक्टर की सलाह से ही ली जानी चाहिए। ऐसे ही एक मामले में ह्यूस्टन स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास हेल्थ साइंस सेंटर के साइंटिस्टों ने नई रिसर्च की है। (Anti Abortion Drug 17 OHPC)

जिसमें पाया गया है कि आमतौर पर गर्भपात या समय पूर्व बच्चे का जन्म रोकने के लिए दी जाने वाली एक दवा का गर्भाशय पर प्रतिकूल असर होता है, जिससे बच्चे को सारी उम्र कैंसर का रिस्क सामान्य बच्चों की तुलना में दोगुना बना रहता है। यह निष्कर्ष अमेरिकन जर्नल ऑफ अब्स्टेटिक्स एंड गाइनकोलाजी में प्रकाशित हुआ है। 17-ओएचपीसी नाम की ये मेडिसिन एक सिंथेटिक प्रोजेस्टोजन है, जो पिछली शताब्दी के मध्य से लेकर अब भी समय पूर्व प्रसव रोकने के लिए गर्भवती महिलाओं को दी जाती है। (Anti Abortion Drug 17 OHPC)

क्या कहते हैं जानकार (Anti Abortion Drug 17 OHPC)

इस स्टडी की राइटर केटलीन सी. मर्फी ने बताया कि जिन महिलाओं ने प्रेग्नेंसी के दौरान इस दवा का इस्तेमाल किया, उनके बच्चों में यह दवा नहीं लेने वाली महिलाओं के बच्चों की तुलना में ताउम्र कैंसर का खतरा दोगुना बना रहता है। उन्होंने बताया कि यह पाया गया कि पिछली शताब्दी में छठे दशक में या उसके बाद पैदा हुए लोगों में कोलोरेक्टल यानी आंत और मलाशय कैंसर, अग्नाशय कैंसर, थायराइड कैंसर समेत कई अन्य बीमारियां तेजी से बढ़ीं और इसका कोई ठोस कारण किसी को पता नहीं था। इसी के मद्देनजर शोधकर्ताओं ने जून 1959 से जून 1967 के बीच एक योजना के तहत जिन महिलाओं ने प्रसव-पूर्व देखरेख की सेवाएं लीं, उनके डेटा के साथ ही कैलिफोर्निया कैंसर रजिस्ट्री के डेटा का भी विश्लेषण किया. यह रजिस्ट्री बच्चों में कैंसर लेखा-जोखा रखा जाता है।

स्टडी का निष्कर्ष (Anti Abortion Drug 17 OHPC)

रिसर्चर्स ने पाया कि जीवित जन्मे 18,751 बच्चों में से 1,008 में शून्य से लेकर 58 वर्ष तक की उम्र में कैंसर की पहचान की गई। इनमें से 234 लोग ऐसे थे, जिनकी माताओं ने प्रेग्नेंसी के दौरान 17-ओएचपीसी दवा ली थी। वयस्क होने पर कैंसर ग्रसित होने वाले लोगों की संख्या दोगुनी थी, जो गर्भावस्था के दौरान इस दवा के संपर्क में आए थे। खास बात यह कि 65 प्रतिशत लोग 50 साल से कम उम्र में ही कैंसर पीड़ित हुए।

17-ओएचपीसी दवा का असर (Anti Abortion Drug 17 OHPC)

केटलीन सी. मर्फी ने आगे बताया कि हमारी स्टडी का निष्कर्ष इस बात की ओर इशारा करता है कि प्रेग्नेंसी के दौरान इस दवा के इस्तेमाल से बच्चों का शुरुआती विकास बाधित होता है, जिससे दशकों बाद कैंसर का रिस्क बढ़ जाता है। उन्होंने बताया कि इस स्टडी में सिंथेटिक हार्मोन का असर भी देखने को मिला। जो प्रतिक्रिया या प्रक्रिया हमारे साथ गर्भ में होती है, उसका असर जन्म के दशकों बाद कैंसर के बढ़े रिस्क के रूप में दिखता है।

इतना ही नहीं, औचक ट्रायल में यह भी पाया गया कि 17-ओएचपीसी का कोई लाभ नहीं होता है और ये दवा समय पूर्व प्रसव का रिस्क भी कम नहीं करती है। इन्हीं कारणों से अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने अक्टूबर 2020 में इस दवा को बाजार से वापस लेने का प्रस्ताव दिया था।

Also Read : Benefits of Flaxseed Oil : अलसी के तेल के चमत्कारिक फायदे जानकर हैरान रह जाएंगे आप

Also Read The Secret of Beauty is Hidden In The Kitchen किचन में छिपा है खूबसूरती का राज, इसका करें इस्तेमाल

Connect With Us : Twitter Facebook

Tags:

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

दक्षिण अमेरिकी देश में हुआ जयपुर जैसा अग्निकांड, हादसे में 30 से ज़्यादा लोगों की हुई मौत, जाने कैसे हुई दुर्घटना
दक्षिण अमेरिकी देश में हुआ जयपुर जैसा अग्निकांड, हादसे में 30 से ज़्यादा लोगों की हुई मौत, जाने कैसे हुई दुर्घटना
यमुना नदी पर नया पुल तैयार, महीने भर बाद ट्रेनों को मिलेगी रफ्तार, 1866 में हुआ था पुराने पुल का निर्माण
यमुना नदी पर नया पुल तैयार, महीने भर बाद ट्रेनों को मिलेगी रफ्तार, 1866 में हुआ था पुराने पुल का निर्माण
प्रदूषण से घुटा दिल्ली के जल निकायों का दम, MCD के वकील ने मांगा 4 हफ्ते का समय
प्रदूषण से घुटा दिल्ली के जल निकायों का दम, MCD के वकील ने मांगा 4 हफ्ते का समय
Today Horoscope: इस 1 राशि का आज चमकेगा भाग्य, वही इन 3 जातकों के रस्ते आएंगी रुकावटें, जानें आज का राशिफल!
Today Horoscope: इस 1 राशि का आज चमकेगा भाग्य, वही इन 3 जातकों के रस्ते आएंगी रुकावटें, जानें आज का राशिफल!
कहासुनी के बाद तेज गति से दर्जनभर लोगों पर चढ़ा दी गाड़ी, 3 की मौके पर मौत
कहासुनी के बाद तेज गति से दर्जनभर लोगों पर चढ़ा दी गाड़ी, 3 की मौके पर मौत
इस बार भी कर्तव्य पथ पर नहीं दिखेगी दिल्ली की झांकी, रक्षा मंत्रालय ने दी सफाई
इस बार भी कर्तव्य पथ पर नहीं दिखेगी दिल्ली की झांकी, रक्षा मंत्रालय ने दी सफाई
UP News: शरारती तत्वों ने मंदिर के चबूतरे पर फोड़ा अंडा, पुलिस को ‘शरारती’ की सरगर्मी से तलाश
UP News: शरारती तत्वों ने मंदिर के चबूतरे पर फोड़ा अंडा, पुलिस को ‘शरारती’ की सरगर्मी से तलाश
महिला और अति पिछड़ा वोटरों को साधने की कोशिश,अब JDU बताएगी CM का काम
महिला और अति पिछड़ा वोटरों को साधने की कोशिश,अब JDU बताएगी CM का काम
पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कही ये बड़ी बात, अमित शाह पर निशाना साधा
पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कही ये बड़ी बात, अमित शाह पर निशाना साधा
हिमाचल प्रदेश में भीषण ठंड का अटैक, 4 जिलों में ऑरेंज अलर्ट
हिमाचल प्रदेश में भीषण ठंड का अटैक, 4 जिलों में ऑरेंज अलर्ट
नाथ संप्रदाय को लेकर क्या बोले CM मोहन यादव, ताजमहल नहीं सनातन धर्म के पवित्र ग्रंथ…
नाथ संप्रदाय को लेकर क्या बोले CM मोहन यादव, ताजमहल नहीं सनातन धर्म के पवित्र ग्रंथ…
ADVERTISEMENT