संबंधित खबरें
तेज चलने वालों को लेकर एक स्टडी में हुआ बड़ा खुलसा, जान लें फायदे और नुकसान
कपंकपा रहे हैं हाथ पैर, बोलने में हो रही है परेशानी…हो सकती है ये जानलेवा बीमारी, अनदेखा करने पर पड़ेगा भारी
सड़ते लीवर में जान डाल देगी ये देशी ड्रिंक, जड़ से नोंच फेकेगी सारी गंदगी, अनगिनत फायदे जान रह जाएंगे हैरान
सर्दियों में इस एक काली चीज से लोहा-लाट हो जाता है शरीर, लोहे की तरह बजने लगेंगी हड्डियां
हड्डी बना पुरूष का प्राइवेट पार्ट, डॉक्टर्स की भी फटी रह गईं आंखें, अस्पताल छोड़कर भागा मरीज
ये 5 ऐसे मुख्य साइन जो बताते है कि जरुरत से ज्यादा तेजी से काम कर रहा है आपका लिवर, जानें कैसे?
India News (इंडिया न्यूज़), Benefits of Amaltas: अमलतास के पेड़ पर पीले रंग के फूल खिलते हैं। यह पेड़ देखने में जितना सुंदर है, उतना ही गुणों से भरपूर भी है। जी हां, अमलतास के अनेकों फायदे हैं। आयुर्वेद के अनुसार, अमलतास की मदद से आप त्वचा रोग, हृदय रोग, पेट के रोग, टीबी आदि को ठीक कर सकते हैं। अमलतास का इस्तेमाल बवासीर की समस्या को ठीक करने के लिए भी किया जाता है। अगर आपको कब्ज की समस्या है तो भी अमलतास फायदेमंद है। तो यहां जान लें अमलतास के फायदे और इसके इस्तेमाल करने का तरीका।
अगर आपको रूमेटाइड अर्थराइटिस यानी जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न की समस्या है, तो आपको अमलतास का इस्तेमाल करना चाहिए। अमलतास के फल का गूदा 1 से 2 चम्मच लें और इसे दो कप उबलते पानी में डालें, जब पानी आधा रह जाए तो यह काढ़ा बन जाएगा। इसे खाने के बाद 1 चम्मच लेना है। अमलतास के इस्तेमाल से रूमेटाइड की समस्या में आराम मिलता है।
अगर आपको बवासीर की समस्या है, तो अमलतास का सेवन करें। अमलतास बवासीर की समस्या को ठीक करने में मदद करता है। अमलतास कब्ज की समस्या को ठीक करने में उपयोगी है। इसके सेवन से बवासीर का आकार कम हो जाता है। अमलतास के फल का गूदा एक से दो चम्मच लें और इसे गर्म पानी में मिलाकर रात को सोने से पहले लें, बवासीर की समस्या ठीक हो जाएगी।
अगर आपका वजन ज्यादा है तो आप अमलतास का सेवन कर सकते हैं। यह मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाता है और वजन कम करने में मदद करता है। अमलतास के सेवन से पेशाब संबंधी समस्याएं भी ठीक होती हैं। अगर आपको पेशाब कम आता है या बिल्कुल भी नहीं आता है तो सुबह-शाम अमलतास के पत्तों के रस का सेवन करें।
मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए भोजन के बाद दिन में दो बार अमलतास के पत्तों का चूर्ण गर्म पानी के साथ लें। अमलतास रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करता है। अमलतास इंसुलिन की मात्रा को बढ़ाता है क्योंकि अमलतास में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।
अगर आपको अंदरूनी चोट लगी है, तो आप अमलतास का इस्तेमाल कर सकते हैं। अमलतास के पत्तों के पेस्ट को गाय के दूध या शहद के साथ मिलाकर प्रभावित जगह पर लगाएं। अगर दर्द के साथ जलन भी हो रही है, तो आप अमलतास के पत्तों का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
नोट- अगर आप कैसिया फिस्टुला का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, तो आपको खांसी या जुकाम हो सकता है, क्योंकि इसमें ठंडक देने वाले गुण होते हैं, इसलिए डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही इसका इस्तेमाल करें।
Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.