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Breast Cancer Awareness: स्तन कैंसर आज दुनिया भर में महिलाओं को प्रभावित करने वाले सबसे आम कैंसरों में से एक बन चुका है. यह बीमारी धीरे-धीरे बढ़ती है, लेकिन समय पर पहचान और सही इलाज से इसे हराया जा सकता है. स्तन कैंसर तब होता है जब स्तन की कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगती हैं और ट्यूमर का रूप ले लेती हैं. अगर इस पर ध्यान न दिया जाए तो यह कैंसर शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकता है.
स्तन कैंसर क्या है?
स्तन कैंसर एक ऐसी स्थिति है जिसमें स्तन की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं. यह कैंसर आमतौर पर 50 वर्ष या उससे अधिक उम्र की महिलाओं में पाया जाता है, लेकिन आजकल 40 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं में भी इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. पुरुषों में भी यह कैंसर हो सकता है, हालांकि इसकी संभावना बहुत कम होती है.
स्तन कैंसर के प्रमुख प्रकार
- आक्रामक डक्टल कार्सिनोमा (IDC) – यह सबसे आम प्रकार है, जो दूध की नलिकाओं में शुरू होकर आसपास के ऊतकों में फैलता है.
- लोब्यूलर ब्रेस्ट कैंसर (ILC) – यह कैंसर दूध बनाने वाली ग्रंथियों में शुरू होता है.
- डक्टल कार्सिनोमा इन सीटू (DCIS) – यह शुरुआती स्तर का कैंसर है जो नलिकाओं तक सीमित रहता है.
- ट्रिपल-नेगेटिव ब्रेस्ट कैंसर (TNBC) – यह तेज़ी से फैलने वाला आक्रामक कैंसर है.
- इन्फ्लेमेटरी ब्रेस्ट कैंसर (IBC) – यह दुर्लभ कैंसर होता है जो स्तन पर लाल दाने या सूजन के रूप में दिखता है.
शुरुआती लक्षण जो नजरअंदाज न करें
- स्तन या बगल में नई गांठ या सूजन महसूस होना.
- स्तन के आकार या त्वचा में असामान्य बदलाव.
- निप्पल से खून या दूध के अलावा कोई अन्य डिस्चार्ज.
- स्तन में लगातार दर्द या जलन.
- निप्पल का अंदर की ओर धंसना या त्वचा पर खिंचाव.
इनमें से कोई भी बदलाव महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। शुरुआती पहचान से इलाज आसान और सफल हो सकता है.
स्तन कैंसर के प्रमुख जोखिम कारक
- उम्र: 55 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं में खतरा अधिक होता है.
- पारिवारिक इतिहास: परिवार में किसी को स्तन कैंसर रहा हो तो जोखिम बढ़ जाता है.
- आनुवंशिक कारण: BRCA1 और BRCA2 जीन में बदलाव से यह रोग हो सकता है.
- धूम्रपान और शराब का सेवन.
- मोटापा और शारीरिक निष्क्रियता.
- विकिरण चिकित्सा या हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT) का लंबा उपयोग.
स्तन कैंसर से बचाव के आसान उपाय
- स्वस्थ वजन बनाए रखें – मोटापा हार्मोनल असंतुलन पैदा कर सकता है जो कैंसर के खतरे को बढ़ाता है.
- शराब और धूम्रपान से दूरी रखें – यह कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है और कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है.
- नियमित व्यायाम करें – दिन में कम से कम 30 मिनट पैदल चलना या योग करना फायदेमंद है.
- स्तनपान कराएं – यह न केवल बच्चे के लिए बल्कि मां के लिए भी सुरक्षात्मक साबित होता है.
- स्वयं जांच करें (Self Breast Examination) – महीने में एक बार स्तनों की जांच करें.
- 40 वर्ष की आयु के बाद नियमित मैमोग्राफी कराएं – ताकि किसी भी असामान्यता का जल्द पता चल सके.
- संतुलित आहार अपनाएं – अधिक सब्जियां, फल और फाइबरयुक्त भोजन शामिल करें तथा वसायुक्त भोजन कम करें.