India News(इंडिया न्यूज), Breast Cancer: कैंसर एक घातक बीमारी है जिसके नाम से इंसान डर जाता है। ऐसे में कैंसर के तीसरे स्टेज को काफी खतरनाक माना गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस तीसरे स्टेज के अंदर भी और तीन स्टेज होते हैं। इस खबर में हम आपको बताने जा रहे हैं कि स्तन कैंसर कैसे आपके शरीर पर प्रभाव डालता है इसके क्या लक्षम हैं और इसके क्या बचाव हो सकते हैं और ऐसे में डॉक्टर्स क्या सलाह देते हैं।
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स्टेज 1- इस स्टेज में ट्यूमर 2 से ज्यादा नहीं होता और लिम्फ नोड्स भी प्रभावित नहीं होते। लेकिन कैंसर कोशिकाएं आकार में बढ़ने लगती हैं जो स्वस्थ कोशिकाओं को प्रभावित करना शुरू कर देती हैं। हालांकि इसका आकार 0.2 मिमी से 2 मिमी के बीच होता है। कुछ मामलों में इनका आकार 2 मिमी से बड़ा भी हो सकता है।
स्टेज 2- इस स्टेज में ब्रेस्ट कैंसर अपने आकार से ज्यादा दूसरे हिस्सों में फैलने लगता है। इस स्टेज में यह भी संभव है कि यह अनगिनत हिस्सों में फैल चुका हो।
स्टेज 3- ब्रेस्ट कैंसर की यह स्टेज (Stage of Breast Cancer in Hindi) गंभीर हो जाती है। इस स्टेज में कैंसर हड्डियों या दूसरे अंगों में फैलने लगता है। इसके अलावा इसका एक छोटा हिस्सा फोरामेन के नीचे 9 से 10 लिम्फ नोड्स और कॉलर बोन तक भी फैल सकता है।
स्टेज 4- इस स्टेज में ट्यूमर किसी भी आकार का हो सकता है और कैंसर शरीर के किसी भी हिस्से जैसे लिवर, हड्डी, किडनी और दिमाग में फैल सकता है।
ये बीमारी इतनी खतरनाक कि कई बार इंसान की जान भी चली जाती है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि इसके लक्षण क्या हैं और यदि आप में ऐसे लक्षण देखने को मिलते हैं तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
स्तन या बगल के हिस्से में लगातार दर्द रहना
स्तन की त्वचा का लाल होना
कठोर और दर्द रहित मल त्याग
एक या दोनों निप्पल पर दाने
स्तन के आकार में बदलाव
निप्पल से तरल पदार्थ का निकलना जिसमें खून हो सकता है
उल्टे निप्पल
स्तन या आंतों में जलन
क्या आप जानते हैं कि बहुत सी महिलाएं इस बीमारी का शिकार कैसे बन जाती हैं। आइए हम आपको बताते हैं कि वो कौन से कारण होते हैं जिनसे महिलाएं इसकी शिकार हो जाती हैं।
परिवार
अगर आपके परिवार में किसी को स्तन कैंसर है या था, तो उस व्यक्ति को स्तन कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है।
स्तन कैंसर
जिन महिलाओं को पहले स्तन कैंसर का पता चला है, उनमें इस बीमारी के विकसित होने की संभावना ज़्यादा होती है।
एस्ट्रोजन के संपर्क में आना
एस्ट्रोजन के अत्यधिक संपर्क में आने से स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
शरीर का वजन
रजोनिवृत्ति के बाद अधिक वजन वाली महिलाओं में एस्ट्रोजन के उच्च स्तर के कारण स्तन कैंसर होने का जोखिम अधिक होता है।
शराब का सेवन
नियमित और मध्यम शराब का सेवन स्तन कैंसर के विकास के जोखिम को कम करता है। नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट (NCI) द्वारा किए गए अध्ययनों में लगातार पाया गया है कि शराब का सेवन करने वाली महिलाओं में स्तन कैंसर का खतरा अधिक होता है।
चलिए अब हम आपको बताते हैं कि कैसे आप इस गंभीर समस्या का बचाव कर सकते हैं।
वजन को कंट्रोल करें
वजन को नियंत्रित करके स्तन कैंसर को रोका जा सकता है। 30-35 वर्ष की महिलाओं को अपना वजन संतुलित रखना चाहिए।
शराब का सेवन न करें
शराब का सेवन या धूम्रपान करने से स्तन कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए इनसे बचें।
नियमित व्यायाम
नियमित व्यायाम या शारीरिक गतिविधि करके भी स्तन कैंसर को नियंत्रित किया जा सकता है। कोशिश करें कि इसे सुबह या शाम को करें।
योग करना जरूरी है
अपनी जीवनशैली में योग और ध्यान को प्राथमिकता दें। योग और ध्यान करने से स्तन कैंसर का खतरा कम होता है। अपनी डाइट को भी हेल्दी रखें।
खुद को स्वस्थ रखें
अपने खाने में ज्यादा से ज्यादा फल और सब्जियां शामिल करें। खुद को स्वस्थ रखने के लिए रोजाना 8 से 10 गिलास पानी पिएं।
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