Adulterated Buckwheat Flour: नवरात्रि भारत के सबसे व्यापक रूप से मनाए जाने वाले हिंदू त्योहारों में से एक है जिसे नौ दिनों के उपवास, भक्ति और सांस्कृतिक अनुष्ठानों के साथ मनाया जाता है. इस दौरान भोजन का विशेष महत्व होता है नवरात्रि व्रत के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले दो सबसे लोकप्रिय आटे कुट्टू का आटा ( Kuttu ka Aata) और सिंघाड़े का आटा (Singhara ka Aata) हैं. ये आटे न केवल ग्लूटेन-मुक्त होते हैं, बल्कि पोषक तत्वों से भी भरपूर होते हैं, जो इन्हें पूरी, पकौड़े और रोटी जैसे व्रत के व्यंजनों के लिए आदर्श बनाते हैं। लेकिन मिलावटी फूड आइटम्स की बिक्री से लोगों की सेहत से भी खिलवाड़ किया जा रहा है. अब ऐसा ही मामला दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके से मंगलवार (23 सितंबर) की सुबह सामने आया, जब बड़ी संख्या में लोगों ने कुट्टू का आटा खाने के बाद अचानक उल्टी और बेचैनी की शिकायत की. खबर मिलते ही पुलिस और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गए.
बता दें कुट्टू के आटे में अक्सर चाक, भूसी और स्टीटाइट जैसी चीज़ें मिलाई जाती हैं. कई अन्य मिलावटें भी इस्तेमाल की जाती हैं. उपवास के दौरान शुद्ध भोजन खाने और अच्छी सेहत बनाए रखने के लिए आइए जानें कि आटे में मिलावट की पहचान कैसे करें.
मिलावट की पहचान कैसे करें
- आटे में चाक, भूसी या स्टीटाइट की मिलावट की पहचान करने के लिए, आप इसे पानी में घोल सकते हैं. आटा ऊपर उठ जाएगा, जबकि स्टीटाइट या चाक पाउडर नीचे बैठ जाएगा, जबकि भूसी के कण तैरते रहेंगे. इस तरह, आप आसानी से मिलावट की पहचान कर सकते हैं.
- जब आप आटे को गरम तवे पर रखेंगे, तो वह जलकर राख में बदल जाएगा, और भूरा होने पर एक सुखद सुगंध देगा. हालाँकि, अगर स्टीटाइट या कोई अन्य पाउडर मिलावटी है, तो राख का रंग सफेद हो जाएगा और गंध भी बदल सकती है.
- आप आटे की बनावट से भी मिलावट की पहचान कर सकते हैं. अगर हाथ से गूंथने पर आटा बहुत ज़्यादा चिकना लगे, तो हो सकता है कि उसमें मिलावट हो. बिना मिलावट वाला आटा थोड़ा दरदरा और मुलायम होता है, लेकिन चिकना नहीं लगेगा.
इस तरह खा सकते हैं मिलावट फ्री आटा
व्रत के दौरान शुद्धता का पूरा ध्यान रखना ज़रूरी होता है, लेकिन बाज़ार में मिलने वाले उत्पादों में मिलावट का ख़तरा ज़्यादा होता है. अगर आप व्रत के दौरान कुट्टू या सिंघाड़े के आटे से बनी चीज़ें खा रहे हैं, तो उन्हें साबुत खरीदना ही बेहतर है. उन्हें धोकर सुखा लें, फिर चक्की में पीस लें. इस तरह, शुद्ध, बिना मिलावट वाला आटा आपके व्रत के लिए तैयार हो जाएगा, और आप इसे बिना किसी डर के खा सकते हैं, जो आपके स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है.
खरीदते समय इन बातों का ध्यान रखें
कुट्टू का आटा खरीदते समय, इसे खुली दुकानों से खरीदने से बचें. किसी अच्छे, प्रमाणित ब्रांड का आटा खरीदें. आटे की निर्माण तिथि ज़रूर देखें कि उत्पादन के बाद इसे कितने समय तक इस्तेमाल किया जा सकता है. इस तरह आप मिलावटी आटे से काफी हद तक बच सकते हैं, हालांकि सबसे अच्छा तरीका है कि साबुत अनाज को पिसा जाए.