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Cause Of Neurological Problems शरीर में विटामिन बी-12 एक बहुत ही जरूरी तत्व है जिसे शरीर खुद से प्रॉड्यूस नहीं करता। विटामिन बी-12 की कमी को पूरा करने के लिए हमें पूरी तरह से अपने खान पान पर निर्भर रहना पड़ता है। अगर इसके अन्य जरूरी फायदों की बात करें तो इसका काम लाल रक्त कण कोशिकाओं का निर्माण और डीएनए बनाना भी होता है जिसकी कमी से कई तरह की जेनेटिक बीमारियां तक हो सकती हैं।
शरीर में विटामिन बी 12 की कमी दो वजहों से भी हो सकती है, पहला है डाइट में इसकी कमी और दूसरा कारण भोजन लेने के बावजूद शरीर में विटामिन बी 12 का अवशोषण नहीं हो पाना। ऐसा होने पर डॉक्टर विटामिन बी 12 सेप्लीमेंट या इंजेक्शन का सहारा लेते हैं। विटामिन बी 12 का डेली इंटेक एक अडल्ट के लिए 2.4 एमसीजी होना चाहिए जबकि प्रेगनेंट महिलाओं को डॉक्टर की सलाह पर ही इसका सेप्लीमेंट लेना चाहिए।
अगर शरीर में खून की कमी हो रही है तो हो सकता है कि आपके शरीर में विटामिन बी 12 की कमी के कारण ये हो रहा हो। विटामिन बी 12 लाल रक्त कण के निर्माण का काम करता है और एनिमिया की समस्या को दूर करता है।
बच्चा जब मां के पेट में होता है तो उसके ब्रेन, नर्व के बेहतर निर्माण के लिए बी 12 की सही आपूर्ति जरूरी होती है। अगर मां के डाइट में विटामिन बी 12 की कमी हो रही है तो मिसकैरेज या प्रीमेच्योर बच्चे के जन्म का भी खतरा होता है। यही नहीं बच्चे के स्पाइन कॉड में भी समस्या आ सकती है।
शोधों में पाया गया कि जिन लोगों को कम उम्र से ही विटामिन बी 12 की कमी रही तो उनके बोन में कुछ ना कुछ समस्या देखने को मिली। ऐसे में हेल्दी बोन के लिए विटामिन डी को इगनोर ना करें।
अगर शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाए तो यह आपके मूड को प्रभावित कर सकता है। मसलन आप तनाव में रह सकते हैं, एनजाइटी महसूस कर सकते हैं। शोधों में यह पाया गया है कि अगर डाइट में विटामिन बी 12 की कमी हो जाए तो लोगों को मूड स्विंग की अधिक समस्या होती है। यही नहीं, वे डिप्रेशन के भी शिकार होते हैं।
शोधों में पाया गया है कि अगर अर्ली एज में डाइट में विटामिन बी 12 और ओमेगा थ्री फैटी एसिड का बेहतर कॉम्बिनेशन ना हो तो बाद में चल कर उनमें डाइमेंशिया और मेमोरी लॉस की समस्या शुरू हो सकती है।
शरीर में एनर्जी प्रोडक्शन के लिए भी विटामिन बी 12 जरूरी होता है। शोधों में पाया गया है कि शरीर में एनर्जी पैदा करने में इसका बहुत बड़ा रोल होता है।
विटामिन बी 12 के सेवन से आपको हाइपर पिगमेंटेशन, नेल्स डिस्कलरेशन, स्किन पर पैच आदि की समस्या दूर होती है। यही नहीं, ये बालों और स्किन को बेहतर तरीके से नरिश करने का काम भी करता है।
विटामिन बी 12 मछली, मांस, चिकन, अंडे, दूध या दूध से बने उत्पादों सहित पशु उत्पादों में पाया जाता है। यह मुख्य रूप से पशु आधारित फूड्स में पाया जाता है न कि पेड़-पौधों आधारित फूड्स में।
इसलिए शाकाहारियों में इसकी कमी होने की अधिक आशंका होती है। ऐसे लोग जो खाद्य पदार्थों के जरिए विटामिन बी-12 नहीं ले पाते या शाकाहारी हैं उन्हें विटामिन बी 12 सप्लीमेंट्स लेने चाहिए।
(Cause Of Neurological Problems)
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