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Coffee Benefits For Fatty Liver: आज की तेज़ रफ़्तार ज़िंदगी में अनियमित खान-पान, तनाव और कम शारीरिक गतिविधि की वजह से फैटी लिवर जैसी बीमारियाँ आम हो चुकी हैं. खासकर शहरी इलाकों में हर दूसरे व्यक्ति को लिवर में फैट जमने की समस्या होती है. डॉक्टरों के अनुसार भारत में लगभग 40 प्रतिशत लोग किसी न किसी स्तर पर फैटी लिवर डिजीज (Fatty Liver Disease) से पीड़ित हैं. हालांकि, अच्छी खबर यह है कि यह बीमारी समय रहते बदली हुई डाइट और सही जीवनशैली अपनाकर पूरी तरह नियंत्रित की जा सकती है. इसी क्रम में कॉफी एक ऐसी पेय है जो लिवर को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाती है.
कॉफी कैसे बनती है लिवर की सबसे अच्छी दोस्त?
कई वैज्ञानिक अध्ययनों और हेल्थ रिपोर्ट्स में पाया गया है कि कॉफी का नियमित सेवन लिवर से जमा फैट को हटाने और नए फैट के जमाव को रोकने में मदद करता है. कॉफी में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट्स और बायोएक्टिव कंपाउंड्स लिवर सेल्स को डैमेज से बचाते हैं और सूजन को कम करते हैं. इसके अलावा, कॉफी लिवर एंजाइम्स को भी नियंत्रित करती है, जिससे लिवर का कार्य बेहतर बना रहता है. लेकिन इस फायदेमंद पेय का लाभ तभी मिलेगा जब इसे सही तरीके से पिया जाए.
ब्लैक कॉफी है सबसे असरदार
यदि आप अपने लिवर को सचमुच डिटॉक्स करना चाहते हैं, तो ब्लैक कॉफी सबसे अच्छा विकल्प है. इसमें चीनी, दूध, क्रीम या सिरप जैसी चीजें न मिलाएं, क्योंकि ये लिवर पर अतिरिक्त बोझ डालती हैं और फैट बढ़ाने का काम करती हैं. ब्लैक कॉफी में मौजूद कैफीन और एंटीऑक्सिडेंट्स लिवर की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करते हैं और फैटी लिवर के खतरे को कम करते हैं.
दूध मिलाना है तो रखें ध्यान
अगर आप ब्लैक कॉफी नहीं पी सकते, तो इसमें थोड़ा सा लो-फैट या स्किम्ड दूध मिला सकते हैं. कॉफी की कड़वाहट कम करने के लिए दालचीनी पाउडर (Cinnamon powder) का इस्तेमाल किया जा सकता है, जो खुद एक एंटीऑक्सिडेंट है और लिवर की सूजन को कम करता है. हेल्थ रिपोर्ट्स के अनुसार, एक स्वस्थ व्यक्ति दिन में 2 से 4 कप ब्लैक कॉफी तक पी सकता है. लेकिन अगर आपको हाई ब्लड प्रेशर, अनिद्रा या एसिडिटी जैसी समस्याएँ हैं, तो डॉक्टर की सलाह लेना ज़रूरी है.