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India News (इंडिया न्यूज़), Corona Virus Has Cured Cancer: कोरोना वायरस ने कई जिंदगियों और घरों को बर्बाद कर दिया है। बीमार हुए लोगों में साइड इफेक्ट अभी भी दिख रहें हैं। इस बीच इस वायरस से जुड़ी एक सकारात्मक खबर सामने आई है। कुछ डॉक्टरों को लगता है कि कोविड वायरस कैंसर के इलाज में मददगार साबित हो सकता है। दरअसल, कई कैंसर मरीजों को कोविड होने के बाद उनके ट्यूमर का आकार कम हो गया। यह देखकर डॉक्टर भी हैरान रह गए और उन्होंने एक अध्ययन किया, जिसके नतीजों ने शोधकर्ताओं में उम्मीद जगाई है।
आपको बता दें कि कोविड-19 और कैंसर से जुड़ा यह शोध नॉर्थवेस्टर्न मेडिसिन कैनिंग थोरेसिक इंस्टीट्यूट में किया गया। जानकारी के अनुसार, इसे नवंबर में जर्नल ऑफ क्लीनिकल इन्वेस्टिगेशन में प्रकाशित किया जाना है। कोविड के समय में देखा गया कि कोरोना वायरस से बहुत बीमार हुए लोगों का ट्यूमर सिकुड़ गया या धीरे-धीरे बढ़ा। इस पर यूनिवर्सिटी के चीफ ने कहा, “हमें नहीं पता था कि यह सच है या नहीं क्योंकि मरीज बहुत बीमार थे। क्या ऐसा हुआ कि इम्यून सिस्टम इतना ट्रिगर हो गया कि उसने कैंसर कोशिकाओं को भी मारना शुरू कर दिया? क्या ऐसा हुआ?”
कुछ मामलों को देखने के बाद डॉक्टर ने अपनी टीम के साथ मिलकर इस पर और जानकारी जुटाने के लिए एक अध्ययन किया। डॉ. की टीम ने पाया कि जब SARS-CoV-2 शरीर में होता है, तो शरीर की मोनोसाइट कोशिकाएं अलग तरह से व्यवहार करती हैं। सामान्य परिस्थितियों में, मोनोसाइट्स रक्त में घूमते रहते हैं और किसी भी खराब कोशिका या खतरे को देखते ही सतर्क हो जाते हैं। कुछ मोनोसाइट्स कैंसर से लड़ने वाली कोशिकाओं को ट्यूमर तक ले जाते हैं। लेकिन कैंसर कोशिकाएं कभी-कभी मोनोसाइट्स को चकमा दे देती हैं। वो मोनोसाइट्स के पीछे छिप जाती हैं और इम्यून सिस्टम उन्हें ढूंढ़कर नष्ट नहीं कर पाता। अगर SARS-CoV-2 वायरस मौजूद है, तो कैंसर कोशिकाएं छिप नहीं पातीं और इम्यून सिस्टम आसानी से कैंसर कोशिकाओं को ढूंढ़ लेता है।
अध्ययन में पता चला कि कोविड-19 वायरस का आरएनए एक अनोखी इम्यून सेल बनाता है जो कैंसर से लड़ सकती है। ये कोशिकाएं फिर ट्यूमर के अंदर मौजूद कैंसर कोशिकाओं को मार सकती हैं। डॉक्टरों को यह जानकारी बहुत उपयोगी लग रही है क्योंकि इससे इम्यून सेल बनाने वाला इलाज विकसित किया जा सकता है। डॉ. ने कहा कि इससे मेलेनोमा, फेफड़े, स्तन और पेट के कैंसर के इलाज में मदद मिल सकती है। डॉक्टर ने कहा, “यह बहुत अच्छा और आश्चर्यजनक है कि जिस संक्रमण ने इतनी तबाही मचाई, वह कैंसर से लड़ने में मदद कर सकता है।”
डॉक्टर ने बताया कि इसका इस्तेमाल एडवांस कैंसर में मददगार दवा बनाने में किया जा सकता है। डॉ. कहते हैं कि कैंसर कोशिकाएं इन प्रतिरक्षा कोशिकाओं के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित नहीं कर पाती हैं। यह उन मरीजों के लिए मददगार होगा, जो इम्यूनोथेरेपी के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित कर लेते हैं। इन मामलों में इम्यूनोथेरेपी के बाद कैंसर वापस आ जाता है क्योंकि कैंसर कोशिकाएं खुद को बदल लेती हैं। कोविड वायरस से नेचुरल किलर कोशिकाएं निकलती हैं जो कैंसर कोशिकाओं को मारने में कारगर होती हैं।
Disclaimer: इंडिया न्यूज़ इस लेख में सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए बता रहा हैं। इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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