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Delhi- NCR AQI after Diwali: दिवाली (DIwali) के जश्न के बाद दिल्ली-एनसीआर (Delhi- NCR) की हवा एक बार फिर खतरनाक स्तर पर पहुंच चुकी है. मंगलवार सुबह अधिकांश इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) ‘बहुत खराब’ और ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया. लगातार फैल रहे स्मॉग और प्रदूषित हवा के कारण सांस लेने में कठिनाई, खांसी और गले में खराश जैसी समस्याएं आम हो गई हैं.
प्रदूषण का असर और खतरे
दिवाली के बाद हवा में घुली धूल, धुआं और PM 2.5/PM 10 कणों के कारण फेफड़ों पर सीधा असर पड़ता है. लगातार प्रदूषित हवा में रहने से खांसी, सीने में जकड़न, सांस फूलना और गले में खराश जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं. विशेष रूप से अस्थमा या ब्रॉन्काइटिस के मरीजों, छोटे बच्चों और बुजुर्गों को इस समय विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है.
क्या आया WHO की रिपोर्ट में सामने?
सिर्फ फेफड़े ही नहीं, खराब हवा दिल पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालती है. लंबे समय तक प्रदूषित हवा में सांस लेने से हार्ट अटैक, हाई ब्लड प्रेशर और ब्लड क्लॉटिंग जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के अनुसार, हवा में मौजूद छोटे-छोटे जहरीले कण शरीर में जाकर धीरे-धीरे कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकते हैं. प्रदूषण से फेफड़ों का कैंसर सबसे आम स्वास्थ्य समस्या मानी जाती है.
खुद को सुरक्षित रखने के उपाय
घर के बाहर निकलने से बचें – जब तक जरूरी न हो, बाहर न निकलें.
N95 या N99 मास्क पहनें – अगर बाहर जाना जरूरी हो, तो मास्क जरूर लगाएं.
घर में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें – यह घर की हवा को शुद्ध रखने में मदद करता है.
इनडोर पौधे रखें – तुलसी, मनी प्लांट और स्नेक प्लांट जैसे पौधे हवा शुद्ध करने में सहायक होते हैं.
खूब पानी पिएं – यह शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालने और इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है.
लक्षणों पर ध्यान दें – लगातार खांसी, सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द या आंखों में जलन जैसी समस्याएं हो रही हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
N95 या N99 मास्क पहनें – अगर बाहर जाना जरूरी हो, तो मास्क जरूर लगाएं.
घर में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें – यह घर की हवा को शुद्ध रखने में मदद करता है.
इनडोर पौधे रखें – तुलसी, मनी प्लांट और स्नेक प्लांट जैसे पौधे हवा शुद्ध करने में सहायक होते हैं.
खूब पानी पिएं – यह शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालने और इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है.
लक्षणों पर ध्यान दें – लगातार खांसी, सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द या आंखों में जलन जैसी समस्याएं हो रही हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.