बैठक में दिए गए अहम निर्देश
बैठक की अध्यक्षता करते हुए नड्डा ने कहा कि डेंगू नियंत्रण में सामुदायिक भागीदारी बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने राज्यों और स्थानीय निकायों को निम्नलिखित निर्देश दिए:
- वेक्टर नियंत्रण अभियान तेज़ करें – मच्छरों के प्रजनन स्थलों को तुरंत खत्म करने के लिए साफ-सफाई अभियान बढ़ाया जाए.
- सर्विलांस और त्वरित प्रतिक्रिया – केस रिपोर्टिंग और मॉनिटरिंग सिस्टम को मजबूत किया जाए.
- अस्पतालों की तैयारी – सभी अस्पतालों में डेंगू मरीजों के लिए पर्याप्त बेड, दवाइयां और ब्लड बैंक की व्यवस्था की जाए.
- जन-जागरूकता अभियान – टीवी, रेडियो और सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को डेंगू से बचाव के उपाय बताएं.
- राज्यों की पुनः समीक्षा – बारिश और जलभराव वाले क्षेत्रों में विशेष फोकस कर तैयारियों का आकलन किया जाए.
डेंगू के मौजूदा आंकड़े
स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी कि 2025 में अब तक डेंगू के मामले 2024 की तुलना में 47% कम दर्ज किए गए हैं. वहीं, डेंगू से मौतों में 73% की कमी आई है. यह दर्शाता है कि पिछले साल किए गए प्रयासों का असर दिखाई दे रहा है, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए सतर्क रहना बेहद जरूरी है.
डेंगू कैसे फैलता है?
- डेंगू एक वायरल बीमारी है, जो संक्रमित एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलती है.
- यह मच्छर दिन के समय, खासकर सुबह और शाम के समय अधिक सक्रिय होता है.
- मच्छर किसी संक्रमित व्यक्ति का खून चूसने के बाद वायरस से संक्रमित हो जाता है और फिर दूसरों को काटकर यह बीमारी फैला देता है.
- ध्यान रहे कि डेंगू एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में सीधे नहीं फैलता, बल्कि केवल मच्छर के माध्यम से ही फैलता है.
डेंगू से बचने के उपाय
1. पानी जमा न होने दें – कूलर, गमले और बर्तनों में पानी रुकने से मच्छर पनपते हैं। इन्हें नियमित रूप से साफ करें.
2. पूरी बांह के कपड़े पहनें – शरीर को ढक कर रखने से मच्छरों से बचाव होता है.
3. कीटनाशक का उपयोग करें – स्किन और कपड़ों पर मच्छर-रोधी लोशन या स्प्रे लगाएं.
4. मच्छरदानी का इस्तेमाल करें – खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए मच्छरदानी का उपयोग करें.