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India News (इंडिया न्यूज़), मनोहर केसरी, Dengue Vaccine Trial: देशवासियों को अब डेंगू मच्छर से भविष्य में डरने की जरूरत नहीं पड़ने वाली है। भारतीय वैज्ञानिकों की कड़ी मेहनत की वजह से भारत डेंगू वैक्सीन का ह्यूमन (मानव) ट्राइल शुरू हो गया है। डेंगू ऑल वैक्सीन को पैनेशिया बायोटेक और ICMR ने मिलकर बनाया है जिसके तीसरे चरण का ट्रायल शुरू हो गया है। देशभर के 19 सेंटरों पर 10,335 लोगों को ये डेंगू वैक्सीन लगाई जाएगी। हर सेंटर पर करीब 545 लोगों को ये वैक्सीन लगेगी और दिल्ली में सिर्फ़ डॉ राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में लगाया जा रहा है। इसके लिए लोगों का चयन पहले किया जा चुका है।
निदेशक एवं चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शुक्ला की मौजूदगी में कम्युनिटी विभाग की देखरेख में ABVIMS व डॉ. आरएमएल अस्पताल ने दिल्ली साइट पर डेंगू ऑल वैक्सीन (पैनेशिया बायोटेक और ICMR) के तीसरे चरण का परीक्षण शुरू किया गया। ABVIMS और डॉ. आरएमएलएच 19 अखिल भारतीय साइटों में से इस परीक्षण के लिए दिल्ली में एकमात्र साइट है। इस परीक्षण में सामुदायिक चिकित्सा, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, पैथोलॉजी और मेडिसिन जैसे कई विषय शामिल हैं। ICMR-NARI टीम NIV के प्रशिक्षकों के साथ इंडक्शन ट्रेनिंग के लिए वहां मौजूद रही, जिसके बाद 27 सितंबर 2024 से स्वस्थ वयस्कों को IMP की स्क्रीनिंग और वैक्सीन देना शुरू किया गया।
आरएमएल हॉस्पिटल के डायरेक्टर और कम्युनिटी मेडिसिन डिपार्टमेंट की HOD डॉ नीलम रॉय ने हमारे साथ खास बातचीत में बताया कि डेंगू ऑल वैक्सीन के थर्ड फेज के ट्रायल में 70 % लोग 18 से 45 साल के और 30% लोग 45 साल से अधिक उम्र के शामिल किए गए हैं। फेज 1 और फेज 2 ट्रायल सफल होने के बाद ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने डेंगू वैक्सीन के तीसरे फेज के ट्रायल की अनुमति दी है। ये डेंगू वैक्सीन का स्ट्रेन अमेरिका के NIH से लाया गया है और यहां रिसर्च और डाटा का विश्लेषण किया गया।
दरअसल, डेंगू वायरस 4 तरह के होते हैं और एडीज मेल मच्छर के काटने से तब फैलता है जब ये मच्छर किसी डेंगू वायरस से संक्रमित मरीज़ को काटने के बाद दूसरे को काटता है। डॉ नीलम रॉय के मुताबिक, ये वैक्सीन डेंगू के चारों तरह के वायरस पर कारगर पाया गया है। जहां तक, ह्यूमन ट्रायलकी बात है तो हमने शुरू कर दिया है और जिन लोगों को ये वैक्सीन दिया गया है, उसे 2 साल तक निगरानी में रखेंगे और देखेंगे कि ये वैक्सीन कितनी असरदार है।
WHO की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2023 तक डेंगू वायरस 129 देशों में कहर बरपा चुका है और भारत टॉप 30 देशों में हैं जहां ज्यादा लोग डेंगू के शिकार हुए हैं। डेंगू मरीजों के 75 % मरीजों में लक्षण का पता नहीं चलता है, जबकि, करीब 20 से 25 फीसदी मरीजों को अस्पतालों में भर्ती कराने की जरूरत पड़ती है।
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